Buy now

spot_img
spot_img

Ghat Saraswati Mantra – Power for Speech & Wisdom

42 अक्षर का घट सरस्वती मंत्र: वाणी और विद्या का दिव्य साधन

42Akshar Ghat Saraswati Mantra अद्भुत शक्तियों से युक्त है, जो वाणी और विद्या के क्षेत्र में अद्वितीय सफलता दिलाने में सहायक है। यह मंत्र ज्ञान, बुद्धि, और संवाद कौशल को प्रखर बनाने के लिए अद्वितीय साधना का माध्यम है।

विनियोग मंत्र और उसका अर्थ

विनियोग मंत्र: “ॐ अस्य घट सरस्वती महा मंत्रस्य ब्रह्मा ऋषिः, गायत्री छन्दः, सरस्वती देवता, ऐं बीजं, ह्रीं शक्ति, श्रीं कीलकं, विद्या वाणी प्राप्यर्थे जपे विनियोगः।”

अर्थ: इस मंत्र में ब्रह्मा ऋषि, गायत्री छन्द और सरस्वती देवी को स्मरण करते हुए, विद्या और वाणी प्राप्ति का संकल्प किया जाता है।

दिशाओं का दिग्बंधन मंत्र और उसका अर्थ

दिग्बंधन मंत्र: “ॐ ह्रीं अग्नेयाय नमः। ॐ क्लीं ईशानाय नमः। ॐ श्रीं नैऋत्याय नमः। ॐ ऐं वायव्याय नमः।”

अर्थ: यह मंत्र सभी दिशाओं में रक्षा कवच बनाता है, जिससे साधक नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षित रहता है।

42 अक्षर का घट सरस्वती मंत्र और उसका संपूर्ण अर्थ

मंत्र: “ॐ हस्फ्रं हस्रों हस्फ्रों ऐं ह्रीं श्रीं द्रां द्रीं क्लीं ब्लूं सः घ्रीं घट सरस्वती घटे वद् वद् रुद्राज्ञया ममाभिलाषम् कुरु कुरु स्वाहा।”

यह मंत्र देवी सरस्वती की कृपा प्राप्ति का माध्यम है। ‘हस्फ्रं’ और ‘हस्रों’ जैसे बीज मंत्रों से ऊर्जा उत्पन्न होती है। ‘ऐं’ सरस्वती का बीज है, जो ज्ञान और वाणी का प्रतीक है। ‘ह्रीं’ और ‘श्रीं’ आत्मिक और भौतिक समृद्धि के द्योतक हैं। इस मंत्र में ‘द्रां’, ‘द्रीं’, और ‘क्लीं’ के माध्यम से इच्छाओं की पूर्ति की प्रार्थना की जाती है। ‘ब्लूं सः’ ऊर्जा के केंद्रित स्वरूप को इंगित करता है। अंत में, ‘रुद्राज्ञया’ शब्द साधक को दिव्य शक्ति प्रदान करने का आश्वासन देता है।

अर्थ: इस मंत्र के माध्यम से देवी सरस्वती से ज्ञान, वाणी, और इच्छाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना की जाती है। यह मंत्र ऊर्जा और प्रज्ञा का संचार करता है। उदाहरण के लिए, एक छात्र जो अपने अध्ययन में ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहा है, इस मंत्र का जप कर अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ा सकता है। इसी प्रकार, यह मंत्र एक वक्ता को अपनी वाणी में मधुरता और प्रभावशीलता लाने में सहायता करता है।

जप काल में इन चीजों का सेवन ज्यादा करें

  • गाय का दूध
  • फलाहार (सेब, केला)
  • गंगाजल युक्त जल
  • घी और शहद
  • तुलसी के पत्ते
  • मिश्री और खजूर
  • नारियल पानी
  • नींबू पानी
  • अनार का रस
  • सादे और हल्के भोजन

42 अक्षर का घट सरस्वती मंत्र के लाभ

  1. वाणी में मधुरता आती है।
  2. विद्या में सफलता मिलती है।
  3. आत्मविश्वास बढ़ता है।
  4. संवाद कौशल में सुधार होता है।
  5. परीक्षा में अच्छे परिणाम मिलते हैं।
  6. नकारात्मकता से रक्षा होती है।
  7. स्मरण शक्ति तीव्र होती है।
  8. ध्यान केंद्रित होता है।
  9. मानसिक शांति मिलती है।
  10. व्यक्तित्व निखरता है।
  11. ज्ञान अर्जन में रुचि बढ़ती है।
  12. करियर में उन्नति होती है।
  13. शब्दों का प्रभाव बढ़ता है।
  14. जीवन में संतुलन आता है।
  15. रिश्तों में सुधार होता है।
  16. सत्संग की प्रवृत्ति बढ़ती है।
  17. विचार शुद्ध होते हैं।
  18. कर्म में सकारात्मकता आती है।

पूजा सामग्री और मंत्र विधि

आवश्यक सामग्री

  • घट (मिट्टी का पात्र)
  • सरस्वती की मूर्ति या चित्र
  • हल्दी, कुंकुम
  • सफेद वस्त्र
  • अक्षत (चावल)
  • पुष्प (सफेद और पीले)
  • दीपक और घी
  • चंदन और अगरबत्ती
  • शुद्ध जल
  • मंत्र पुस्तक

विधि

  1. पूजा स्थल को साफ करें।
  2. घट में जल भरें और उसमें अक्षत डालें।
  3. देवी सरस्वती का ध्यान करते हुए दीपक जलाएं।
  4. घट पर सफेद वस्त्र और पुष्प अर्पित करें।
  5. मंत्र जप प्रारंभ करें।

दिन, अवधि और मुहूर्त

  • दिन: गुरुवार या सोमवार
  • अवधि: 18 दिन
  • मुहूर्त: प्रातः काल (4:30 से 6:30) या सांध्य काल (6:00 से 7:30)

मंत्र जप के नियम

  • साधक की उम्र 20 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  • स्त्री और पुरुष दोनों जप कर सकते हैं।
  • सफेद या हल्के रंग के कपड़े पहनें।
  • धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार से दूर रहें।
  • ब्रह्मचर्य का पालन करें।

Get mantra diksha

मंत्र जप के दौरान सावधानियां

  • एकांत स्थान पर जप करें।
  • मोबाइल और अन्य उपकरण बंद रखें।
  • ध्यान विचलित न होने दें।
  • पूजा सामग्री शुद्ध रखें।

Spiritual store

42 अक्षर का घट सरस्वती मंत्र से संबंधित प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: क्या इस मंत्र को कोई भी जप सकता है?

उत्तर: हां, 20 वर्ष से अधिक उम्र के स्त्री और पुरुष इसे जप सकते हैं।

प्रश्न 2: क्या मंत्र जप के लिए कोई विशेष दिन है?

उत्तर: गुरुवार और सोमवार विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं।

प्रश्न 3: मंत्र जप का सही समय क्या है?

उत्तर: प्रातः काल और सांध्य काल उत्तम माने जाते हैं।

प्रश्न 4: क्या काले कपड़े पहन सकते हैं?

उत्तर: नहीं, हल्के और शुभ रंगों का उपयोग करें।

प्रश्न 5: क्या मंत्र जप के दौरान मांसाहार वर्जित है?

उत्तर: हां, जप काल में शाकाहार अपनाएं।

प्रश्न 6: क्या इस मंत्र से परीक्षा में सफलता मिलती है?

उत्तर: हां, यह मंत्र ज्ञान और आत्मविश्वास बढ़ाता है।

प्रश्न 7: कितने दिनों तक मंत्र जप करना चाहिए?

उत्तर: लगातार 18 दिन तक 20 मिनट जप करें।

प्रश्न 8: क्या इस मंत्र का उच्चारण किसी विशेष विधि से करना चाहिए?

उत्तर: हां, सही उच्चारण और ध्यान के साथ जप करें।

प्रश्न 9: क्या यह मंत्र सभी के लिए प्रभावी है?

उत्तर: हां, यह सभी के लिए लाभकारी है।

प्रश्न 10: क्या इस मंत्र के लिए विशेष पूजा सामग्री की आवश्यकता है?

उत्तर: घट, पुष्प, अक्षत, और सफेद वस्त्र आवश्यक हैं।

प्रश्न 11: क्या इसे घर पर जप सकते हैं?

उत्तर: हां, घर में शुद्ध वातावरण में इसे जप सकते हैं।

प्रश्न 12: क्या इस मंत्र से मानसिक शांति मिलती है?

उत्तर: हां, यह मंत्र मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने में सहायक है।

BOOK RUDRABHISHEK PUJAN ON MAHA SHIVRATRI

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Choose Pujan Option
spot_img
spot_img

Related Articles

65,000FansLike
500FollowersFollow
782,534SubscribersSubscribe
spot_img
spot_img

Latest Articles

spot_img
spot_img
Select your currency