नवरात्रि में करने योग्य 7 शक्तिशाली साधनाएं
7 Powerful Sadhana Navratri नवरात्रि वह पावन समय है जब साधक माँ दुर्गा और उनके नौ रूपों की आराधना कर अपनी इच्छाओं को पूर्ण कर सकते हैं। इन नौ दिनों में साधना का विशेष महत्व होता है। यदि सही मंत्र और विधि से साधना की जाए तो रोग, शत्रु, दरिद्रता और दुर्भाग्य से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि, सफलता और शक्ति आती है।
नवरात्रि में करने योग्य 7 शक्तिशाली साधनाएं
1. दुर्गा बीज मंत्र साधना
- मंत्र: “ॐ दुं दुर्गायै नमः”
- विधि:
प्रातः स्नान कर लाल आसन पर बैठें। सामने दुर्गा प्रतिमा रखें और इस मंत्र का 108 बार जप करें। - लाभ: रोग, भय और संकट से रक्षा होती है।
2. महाकाली साधना
- मंत्र: “ॐ क्रीं कालीकायै नमः”
- विधि:
रात्रि में दीये के सामने बैठकर काले कपड़े पर काली देवी की मूर्ति रखें और 21 माला जप करें। - लाभ: शत्रु नाश, तंत्र-मंत्र से रक्षा और भय से मुक्ति।
3. लक्ष्मी साधना
- मंत्र: “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”
- विधि:
शुक्रवार की रात्रि को कमल पुष्प पर दीपक रखें और 11 माला मंत्र जपें। - लाभ: धन, वैभव और आर्थिक समृद्धि प्राप्त होती है।
4. सरस्वती साधना
- मंत्र: “ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः”
- विधि:
सुबह पीले वस्त्र पहनकर माँ सरस्वती के सामने दीपक जलाएँ और 9 माला जप करें। - लाभ: विद्या, वाणी और ज्ञान की वृद्धि होती है।
5. नवदुर्गा हवन साधना
- मंत्र: “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे”
- विधि:
अष्टमी या नवमी को हवन करें। हवन सामग्री में घी, चावल, गुड़, लौंग और इलायची का प्रयोग करें। - लाभ: संपूर्ण नवरात्रि साधना का फल मिलता है और घर में शक्ति व शांति आती है।
6. बगलामुखी साधना
- मंत्र: “ॐ ह्लीं बगलामुख्यै नमः”
- विधि:
पीले वस्त्र पहनकर पीले आसन पर बैठें। हवन में हल्दी की आहुतियाँ दें। - लाभ: शत्रु और मुकदमे से मुक्ति, वाणी और आत्मविश्वास में शक्ति।
7. चंडी पाठ साधना
- मंत्र: “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे”
- विधि:
नवरात्रि में प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। - लाभ: संपूर्ण जीवन में सौभाग्य, धन और शक्ति की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि साधना के लाभ
- जीवन में सफलता और शक्ति का संचार।
- रोग, शत्रु और दुर्भाग्य से मुक्ति।
- आर्थिक उन्नति और परिवार में सुख-शांति।
- आध्यात्मिक उन्नति और देवी की कृपा का अनुभव।
नवरात्रि साधना में नियम
- सात्विक भोजन करें।
- झूठ, क्रोध और नकारात्मक विचारों से बचें।
- प्रातः और संध्या समय पूजा करें।
- हर साधना में शुद्ध आचरण और निष्ठा रखें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1: क्या ये साधनाएँ घर पर की जा सकती हैं?
उत्तर: हाँ, ये सभी साधनाएँ घर पर आसानी से की जा सकती हैं।
प्रश्न 2: क्या मंत्र जप के लिए माला आवश्यक है?
उत्तर: हाँ, रुद्राक्ष या स्फटिक माला का प्रयोग करना श्रेष्ठ है।
प्रश्न 3: क्या व्रत के बिना साधना सफल होगी?
उत्तर: हाँ, लेकिन व्रत रखने से साधना का फल और अधिक बढ़ जाता है।
प्रश्न 4: नवरात्रि साधना में कौन सा समय श्रेष्ठ है?
उत्तर: ब्रह्म मुहूर्त और संध्या का समय सबसे उत्तम है।
प्रश्न 5: क्या महिलाएँ भी ये साधनाएँ कर सकती हैं?
उत्तर: हाँ, स्त्रियाँ और पुरुष दोनों समान रूप से साधना कर सकते हैं।
प्रश्न 6: क्या मंत्र का उच्चारण सही होना जरूरी है?
उत्तर: हाँ, मंत्र का शुद्ध उच्चारण साधना की सफलता का आधार है।
प्रश्न 7: क्या ऑनलाइन माध्यम से साधना सीखी जा सकती है?
उत्तर: जी हाँ, कई आश्रम और गुरुजन ऑनलाइन मार्गदर्शन देते हैं।
अंत मे
नवरात्रि साधना केवल पूजा नहीं, बल्कि जीवन में शक्ति और समृद्धि का दिव्य माध्यम है। इन 7 शक्तिशाली साधनाओं के मंत्र और विधि का पालन कर हर साधक जीवन में देवी की कृपा प्राप्त कर सकता है। DivyayogAshram का मानना है कि नवरात्रि के इन नौ दिनों में किया गया हर मंत्र जाप और साधना साधक को अद्भुत आशीर्वाद देता है।