रात 12 से 1 बजे के बीच कौन सी देवी सुनती है आपकी हर मन्नत?
Prayers at Midnight Hour भारत की प्राचीन आध्यात्मिक परंपराओं में रात के समय को बहुत रहस्यमयी और शक्तिशाली माना गया है। ऋषि-मुनियों का मानना था कि जब पूरी सृष्टि शांत हो जाती है और जगत की चहल-पहल रुक जाती है, तभी सूक्ष्म ऊर्जाएँ सबसे प्रबल रूप में कार्य करती हैं। इसी समय साधना, जाप और प्रार्थना का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। खासकर रात 12 से 1 बजे का समय देवी शक्तियों को प्रसन्न करने और अपनी हर मन्नत पूरी करवाने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
“DivyayogAshram” की प्राचीन साधना परंपराओं के अनुसार, इस समय देवी का आह्वान करने पर वे साधक की आंतरिक पुकार सुनती हैं और उसे जीवन के संकटों से मुक्ति का आशीर्वाद देती हैं।
आधी रात का रहस्य
रात्रि का यह समय “मध्यरात्रि बेला” कहलाता है।
- इस समय भौतिक संसार की हलचल शांत हो जाती है।
- साधक का मन भी अधिक केंद्रित रहता है।
- दिव्य ऊर्जाएँ और देवी शक्तियाँ सूक्ष्म लोक से इस धरती पर उतरती हैं।
इसी कारण इसे साधना, मंत्र-जाप और देवी उपासना का उत्तम काल माना जाता है।
कौन सी देवी सुनती हैं आपकी मन्नत?
परंपरा के अनुसार इस समय मां काली, मां तारा और मां बगलामुखी जैसी शक्तिशाली देवियाँ साधक की प्रार्थना को शीघ्र स्वीकार करती हैं।
- मां काली – संकट निवारण और भय से मुक्ति देती हैं।
- मां तारा – ज्ञान, समृद्धि और आत्मिक शक्ति प्रदान करती हैं।
- मां बगलामुखी – शत्रु नाश, मुकदमे और जीवन की रुकावटों को दूर करती हैं।
“DivyayogAshram” में इन देवियों की साधना विशेष रूप से इसी समय कराई जाती है ताकि साधक तुरंत लाभ अनुभव कर सके।
इस समय साधना का महत्व
- रात 12 से 1 बजे के बीच साधना करने से मंत्र की सिद्धि जल्दी होती है।
- साधक की मनोकामनाएँ देवी तक तुरंत पहुँचती हैं।
- यह समय साधक और देवी के बीच सीधा आध्यात्मिक सेतु बनाता है।
साधना करने की सरल विधि
- स्नान करके शुद्ध वस्त्र पहनें।
- मां काली या तारा का चित्र/प्रतिमा सामने रखें।
- दीपक और अगरबत्ती जलाएँ।
- अपनी मन्नत मन में लेकर मंत्र जप करें।
- मां काली मंत्र: ॐ क्रीं कालीकायै नमः
- मां तारा मंत्र: ॐ ह्रीं स्त्रीं हूं फट्
- मंत्र जप 108 बार करें।
- प्रार्थना के बाद देवी का आभार व्यक्त करें।
रात 12 से 1 बजे साधना करने के फायदे
- मनोकामना पूर्ति – जो इच्छा साधक करता है, वह पूरी होती है।
- भय निवारण – जीवन से डर और चिंता दूर होती है।
- आर्थिक वृद्धि – धन और व्यवसाय में सफलता मिलती है।
- दुश्मनों पर विजय – शत्रु, मुकदमे और बाधाएँ शांत होती हैं।
- आध्यात्मिक उन्नति – साधक के भीतर शक्ति और आत्मविश्वास बढ़ता है।
“DivyayogAshram” और मध्यरात्रि साधना
“DivyayogAshram” वर्षों से इन रहस्यमयी साधनाओं पर कार्य कर रहा है। हमारे साधना शिविरों और ऑनलाइन मार्गदर्शन से हजारों साधकों ने अनुभव किया है कि रात 12 से 1 बजे देवी की कृपा सबसे गहन रूप में उतरती है।
BOOK Bagalamukhi Sadhana Shivir- At DivyayogAshram
FREE BAGALAMUKHI EBOOK (HINDI & MARATHI)
PITRA DOSHA NIVARAN PUJAN BOOKING
Contact us for puja: 91 7710812329
अंत मे
यदि आपके जीवन में कोई अधूरी इच्छा है, कोई संकट है या कोई सपना है जिसे आप पूरा करना चाहते हैं, तो रात 12 से 1 बजे का समय आपकी साधना के लिए सर्वोत्तम है। इस समय मां काली, मां तारा और मां बगलामुखी जैसी देवियाँ आपकी प्रार्थना को सुनती हैं और उसे आशीर्वाद देती हैं।
“DivyayogAshram” के अनुसार, यह समय केवल साधना का नहीं बल्कि देवी से सीधा संवाद करने का है। नियमित अभ्यास करने पर साधक अनुभव करता है कि उसकी हर मन्नत धीरे-धीरे साकार होने लगती है।