श्रीविद्या साधना शिविर 2025 – दिव्ययोग आश्रम
Shrividya Sadhana Shivir – दिव्ययोग आश्रम में एक ऐसा अवसर है जहाँ साधक देवी की दिव्य शक्तियों का अनुभव कर सकते हैं। यह साधना शिविर धनत्रयोदशी (18–19 अक्टूबर 2025, शनिवार-सोमवार) को आयोजित होगा। शिविर का उद्देश्य साधकों को श्रीविद्या साधना की रहस्यमयी शक्ति से जोड़ना और उन्हें जीवन में सुरक्षा, समृद्धि तथा आशीर्वाद प्रदान करना है। इस शिविर में सम्मिलित होकर आप परिवार, व्यापार और जीवन के हर क्षेत्र में सुरक्षा व उन्नति प्राप्त कर सकते हैं।
शिविर की तिथि और स्थान
- तिथि: 18–19 अक्टूबर 2025
- अवसर: धनत्रयोदशी
- स्थान: दिव्ययोग आश्रम
Shrividya Sadhana Shivir के दिव्य लाभ
1. परिवार की सुरक्षा
इस साधना शिविर से परिवार चारों ओर से सुरक्षित रहता है। नकारात्मक शक्तियाँ दूर होती हैं।
2. नौकरी में स्थिरता
नौकरी से जुड़ी परेशानियाँ समाप्त होती हैं और प्रमोशन के अवसर बढ़ते हैं।
3. व्यापार की प्रगति
व्यापार में वृद्धि, लाभ और नए अवसर प्राप्त होते हैं।
4. शत्रु मुक्ति
शत्रु और विरोधी शक्तियाँ साधक को नुकसान नहीं पहुँचा पातीं।
5. तंत्र-मंत्र से रक्षा
श्रीविद्या साधना कवच साधक को सभी तांत्रिक बाधाओं से बचाता है।
6. नजर दोष निवारण
बुरी नजर, ईर्ष्या और दुष्प्रभाव स्वतः समाप्त हो जाते हैं।
7. आर्थिक सुरक्षा
धन हानि और आर्थिक संकट से रक्षा मिलती है।
8. रोग निवारण
शारीरिक और मानसिक रोगों में राहत मिलती है।
9. संतान सुख
संतान संबंधी बाधाएँ दूर होती हैं और सुख की प्राप्ति होती है।
10. मानसिक शांति
मन शांत रहता है और साधक का ध्यान केंद्रित होता है।
11. आत्मविश्वास में वृद्धि
साधक साहसी और आत्मविश्वासी बनता है।
12. करियर में सफलता
श्रीविद्या साधना से करियर में तरक्की मिलती है।
13. कोर्ट-कचहरी से मुक्ति
कानूनी मामलों में जीत मिलती है।
14. जीवन में सौभाग्य
भाग्य का उदय होता है और सफलता का मार्ग खुलता है।
15. आध्यात्मिक शक्ति
साधक आध्यात्मिक उन्नति की ओर बढ़ता है।
16. धन और ऐश्वर्य
देवी की कृपा से धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है।
17. भय से मुक्ति
साधक सभी प्रकार के डर से मुक्त होता है।
18. विवाह संबंधी बाधाएँ दूर
श्रीविद्या साधना से विवाह में आ रही रुकावटें दूर होती हैं।
19. घर-परिवार में शांति
कलह, विवाद और अशांति समाप्त होती है।
20. दिव्य कृपा
देवी की अदृश्य कृपा से साधक का जीवन सुखमय बनता है।
कौन भाग ले सकता है?
इस श्रीविद्या साधना शिविर में 20 वर्ष से ऊपर का कोई भी स्त्री-पुरुष भाग ले सकता है। जो साधक साधना में रुचि रखते हैं और जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भरना चाहते हैं, वे इस शिविर में शामिल हो सकते हैं।
भाग लेने का तरीका
- साधक स्वयं दिव्ययोग आश्रम आकर भाग ले सकते हैं।
- ऑनलाइन माध्यम से भी भागीदारी संभव है।
दिव्ययोग आश्रम से प्रदान की जाने वाली साधना सामग्री
सभी साधकों को दिव्ययोग आश्रम की ओर से सिद्ध साधना सामग्री दी जाएगी:
- श्रीविद्या माला
- श्रीविद्या यंत्र
- श्रीविद्या पारद गुटिका
- देवी आसन
- रक्षा सूत्र
- कौड़ी
- सफेद, काली और लाल चिरमी दाना
- श्रीविद्या कवच
जो साधना मे प्रत्यक्ष भाग लेते है उनको ये सामग्री दीक्षा के साथ दी जाती है वही ऑनलाईन साधको को भी ये सामग्री कुरियर से भेजी जाती है।
शिविर में भाग लेने के नियम
- प्रतिभागी की उम्र 20 वर्ष से ऊपर हो।
- स्त्री-पुरुष दोनों भाग ले सकते हैं।
- नीले और काले वस्त्र न पहनें।
- धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार वर्जित है।
- पति-पत्नि साथ मे भाग लेने से लाभ ज्यादा मिलता है।
Shrividya Sadhana Shivir से संबंधित प्रश्न-उत्तर
प्रश्न 1: क्या श्रीविद्या साधना शिविर केवल आश्रम में ही होगा?
उत्तर: साधक आश्रम आकर या ऑनलाइन दोनों तरीकों से जुड़ सकते हैं।
प्रश्न 2: क्या साधना सामग्री घर पर भेजी जाएगी?
उत्तर: हाँ, ऑनलाइन जुड़ने वाले साधकों को सामग्री भेजी जाएगी।
प्रश्न 3: क्या महिलाएँ भाग ले सकती हैं?
उत्तर: हाँ, यह शिविर स्त्री और पुरुष दोनों के लिए है।
प्रश्न 4: क्या शिविर में भाग लेने के लिए दीक्षा जरूरी है?
उत्तर: दीक्षा लाभकारी है, पर बिना दीक्षा भी साधक सम्मिलित हो सकते हैं।
प्रश्न 5: क्या साधना में विशेष वस्त्र पहनने होते हैं?
उत्तर: हाँ, लाल, पीले या सफेद वस्त्र पहनना उत्तम है।
प्रश्न 6: क्या शिविर में रहने और भोजन की व्यवस्था है?
उत्तर: हाँ, दिव्ययोग आश्रम में संपूर्ण व्यवस्था की गई है।
प्रश्न 7: साधना की अवधि कितनी होगी?
उत्तर: साधना दो दिनों तक प्रातः से रात्रि तक चलेगी।
प्रश्न 8: क्या साधक को विशेष मंत्र सिखाए जाएँगे?
उत्तर: हाँ, साधना के लिए गुप्त मंत्र सिखाए जाएँगे।
प्रश्न 9: क्या यह साधना सभी समस्याओं का समाधान दे सकती है?
उत्तर: हाँ, साधना से शत्रु, रोग और आर्थिक संकट से मुक्ति मिलती है।
प्रश्न 10: क्या साधना में हवन अनिवार्य है?
उत्तर: हाँ, साधना के अंतिम दिन हवन किया जाएगा।
11: क्या ऑनलाइन साधक भी हवन कर सकते हैं?
उत्तर: हाँ, उन्हें हवन की पूरी विधि समझाई जाएगी।
प्रश्न 12: क्या साधना के बाद यंत्र सिद्ध हो जाता है?
उत्तर: हाँ, साधना पूर्ण होने पर सिद्ध यंत्र और कवच प्रदान किए जाएँगे।
अंत में
श्रीविद्या साधना शिविर 2025 साधकों के लिए एक अद्भुत अवसर है। यह केवल साधना नहीं बल्कि जीवन को बदलने वाली यात्रा है। दिव्ययोग आश्रम का उद्देश्य हर साधक को देवी की कृपा से जोड़ना और जीवन को समृद्ध, सुरक्षित तथा सफल बनाना है।