लक्ष्मी पूजन में ये 5 गलतियाँ कर दीं, तो हो जाएगी नाराज | Diwali Puja Dosh & Solution
5 Diwali Puja Mistakes दीपावली की रात हर घर में देवी लक्ष्मी का स्वागत करने की तैयारी होती है। लोग घर सजाते हैं, दीप जलाते हैं, लक्ष्मी पूजन करते हैं, ताकि देवी कृपा से घर में सुख, शांति और धन बना रहे।
लेकिन “DivyayogAshram” के अनुभवी साधकों के अनुसार, पूजा के समय की गई कुछ साधारण लगने वाली 5 गलतियाँ लक्ष्मी कृपा को रोक देती हैं। यह न केवल पूजा का प्रभाव कम कर देती हैं, बल्कि कई बार देवी के नाराज होने का कारण भी बनती हैं।
अगर आप चाहते हैं कि इस दीपावली आपकी तिजोरी हमेशा भरी रहे और लक्ष्मी जी आपके घर स्थायी रूप से निवास करें, तो इन गलतियों से अवश्य बचें और साथ दिए गए सरल उपाय अपनाएं।
गलती 1: गंदे या अव्यवस्थित घर में पूजन करना
लक्ष्मी जी स्वच्छता और सुव्यवस्था की प्रतीक हैं। अगर घर या पूजन स्थल गंदा हो, तो देवी वहां नहीं ठहरतीं।
दोष (Dosh)
- घर में अव्यवस्था, जाले या कूड़ा-कचरा होना।
- तिजोरी या पूजन स्थल पर धूल और गंदगी जमा होना।
उपाय (Solution)
- दीपावली से पहले पूरे घर की सफाई करें।
- पूजन स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
- रोजाना शाम को दीपक जलाकर कपूर से धूप दें।
- “ॐ स्वच्छायै नमः” मंत्र का 11 बार जाप करें।
“DivyayogAshram” के अनुसार, स्वच्छता ही देवी लक्ष्मी के स्वागत का प्रथम माध्यम है।
गलती 2: पूजन का गलत मुहूर्त चुनना
दीपावली के दिन पूरे दिन पूजा करने का उत्साह होता है, लेकिन देवी लक्ष्मी की पूजा का अपना विशेष समय होता है।
दोष (Dosh)
- सूर्यास्त से पहले या आधी रात के बाद पूजा करना।
- मुहूर्त जाने बिना पूजा शुरू कर देना।
उपाय (Solution)
- पूजन प्रदोष काल (सूर्यास्त के बाद 2 घंटे के भीतर) करें।
- 2025 दीपावली के लिए शुभ मुहूर्त: शाम 5:30 से रात 8:30 तक।
- चोगड़िया देखें — लाभ, शुभ, अमृत काल में पूजा सर्वोत्तम होती है।
इस समय देवी पृथ्वी पर सबसे अधिक सक्रिय होती हैं और पूजा तुरंत फल देती है।
गलती 3: दीपक की दिशा और संख्या का ध्यान न रखना
दीपक लक्ष्मी पूजन का सबसे महत्वपूर्ण भाग है, लेकिन बहुत से लोग इसकी दिशा या संख्या में गलती करते हैं।
दोष (Dosh)
- एक ही दीपक जलाना।
- दीपक को दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना।
- अशुद्ध हाथों से बाती बनाना।
उपाय (Solution)
- 11 दीपक अवश्य जलाएं।
- दीपक उत्तर या पूर्व दिशा में रखें।
- पहला दीपक लक्ष्मी जी के सामने, दूसरा घर के मुख्य द्वार पर रखें।
- प्रत्येक दीपक में थोड़ी सी हल्दी मिलाएं — यह लक्ष्मी ऊर्जा को स्थायी बनाता है।
“DivyayogAshram” के अनुसार, दीपक का प्रकाश ही देवी का वाहन है।
गलती 4: पूजन के दौरान मन का अस्थिर या नकारात्मक होना
पूजा केवल सामग्री से नहीं होती, बल्कि मन की तरंगों से होती है। अगर मन अशांत या क्रोधित है, तो देवी की ऊर्जा तक पहुँच नहीं होती।
दोष (Dosh)
- पूजन के दौरान झगड़ा, मोबाइल, या टीवी का शोर।
- मन में भय, क्रोध या संशय का भाव।
उपाय (Solution)
- पूजा से पहले 2 मिनट ध्यान करें।
- अपने हृदय में देवी की छवि बनाकर कहें —
“हे महालक्ष्मी, आप मेरे घर में प्रेम और शांति का प्रकाश फैलाएं।”
- पूजा के दौरान “
श्रीं श्रीं महालक्ष्मेय श्रीं श्रीं ” मंत्र का 108 बार जाप करें।
मन की स्थिरता ही देवी तक पहुंचने का वास्तविक माध्यम है।
गलती 5: पूजन के बाद तिजोरी और मुख्य द्वार को बंद कर देना
यह गलती लगभग हर घर में होती है। पूजा के बाद लोग तिजोरी और दरवाजे बंद कर देते हैं, जबकि यह देवी के प्रवेश का समय होता है।
दोष (Dosh)
- पूजा के तुरंत बाद दरवाजे और तिजोरी बंद करना।
- दीपक बुझा देना।
उपाय (Solution)
- पूजा के बाद कम से कम 3 घंटे तक दीपक जलता रहना चाहिए।
- तिजोरी का दरवाजा खुला रखें।
- मुख्य द्वार पर स्वस्तिक, शुभ-लाभ, और ॐ का चिन्ह बनाएं।
- एक दीपक तिजोरी के पास और एक द्वार पर रखें।
इससे लक्ष्मी ऊर्जा घर में प्रवेश करती है और स्थायी रूप से बस जाती है।
विशेष पूजन मंत्र (Special Mantra by DivyayogAshram)
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः”
यह मंत्र लक्ष्मी कृपा का सर्वोत्तम माध्यम है। दीपावली की रात 108 बार जप करें।
यदि चाहें तो इस मंत्र को रोज़ 11 बार भी दोहरा सकते हैं।
शुभ मुहूर्त (Diwali Puja Timing 2025)
- दीपावली तिथि: 21 अक्टूबर 2025
- पूजन काल: शाम 5:30 बजे से 8:30 बजे तक
- दीपदान काल: रात 8:45 के बाद
- चोगड़िया: लाभ, शुभ, अमृत
इस समय लक्ष्मी पूजन करने से देवी का आशीर्वाद तुरंत प्राप्त होता है।
5 Diwali Puja Mistakes – नियम
- पूजा के दिन नकारात्मक बातें न करें।
- रात में झाड़ू न लगाएं।
- घर के बाहर गंदा पानी या कचरा न रहे।
- पूजा सामग्री को अपवित्र हाथ से न छुएं।
- देवी की मूर्ति पर बार-बार हाथ न लगाएं।
लाभ (Benefits of Avoiding 5 Diwali Puja Mistakes )
- घर में धन, शांति और सौभाग्य की स्थिरता।
- व्यापार में निरंतर वृद्धि।
- रुका हुआ पैसा वापस मिलना।
- घर में देवी की उपस्थिति और शांति का वातावरण।
- रोग, कर्ज और संकटों से मुक्ति।
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महत्वपूर्ण
Q1. क्या पूजन में देर होने पर भी लाभ मिलता है?
हाँ, यदि भावना शुद्ध हो तो देर से भी पूजन करने पर देवी प्रसन्न होती हैं।
Q2. क्या महिलाएँ भी रात्रि में पूजन कर सकती हैं?
हाँ, लक्ष्मी पूजन सभी के लिए समान रूप से शुभ है। बस ब्रह्मचर्य और स्वच्छता का पालन करें।
Q3. अगर गलती हो जाए तो क्या करें?
कपूर जलाकर क्षमा प्रार्थना करें और “ॐ क्षम्यतां देवि” मंत्र का जाप करें।
Q4. क्या पूजा के बाद प्रसाद दूसरों में बाँटना चाहिए?
हाँ, लक्ष्मी जी को अर्पित प्रसाद बांटने से कृपा और बढ़ती है।
Q5. क्या केवल लक्ष्मी पूजन पर्याप्त है?
लक्ष्मी के साथ गणेश और कुबेर की पूजा करने से पूर्ण फल मिलता है।
अंत मे
दीपावली केवल उत्सव नहीं, यह आत्मिक ऊर्जा और दिव्यता का संगम है। अगर आप इन 5 गलतियों से बचते हैं और “DivyayogAshram” द्वारा बताए उपाय अपनाते हैं, तो लक्ष्मी कृपा आपके जीवन में स्थायी हो जाएगी। याद रखें, देवी केवल सोने-चांदी से प्रसन्न नहीं होतीं, बल्कि स्वच्छता, श्रद्धा और प्रेम से प्रभावित होती हैं। इस दीपावली, अपने घर को प्रकाश से नहीं, भावना से जगमगाएं — तब ही सच्चे अर्थों में देवी लक्ष्मी आपके घर आएंगी और कभी लौटेंगी नहीं।