दिवाली वाली रात करो ये 1 काम, अगले एक वर्ष तक आएगा पैसा!
Diwali Ritual for Year-Long Wealth दिवाली की रात वह क्षण होता है जब ब्रह्मांड की सबसे शक्तिशाली धन ऊर्जा सक्रिय होती है। इस दिन लक्ष्मी जी स्वयं पृथ्वी पर विचरण करती हैं और जिन घरों में शुद्धता, श्रद्धा और दीप की ज्योति होती है, वहाँ प्रवेश करती हैं। लेकिन DivyayogAshram के अनुसार, यदि आप इस रात एक छोटा-सा गुप्त प्रयोग करें, तो आने वाले पूरे एक वर्ष तक धन का प्रवाह आपके जीवन में बना रहता है।
यह कोई कठिन साधना नहीं, बल्कि एक सरल कर्म है जो “ऊर्जा स्थिरता” का माध्यम बनता है।
बहुत से लोग लक्ष्मी पूजन तो करते हैं, पर धन टिकता नहीं। कारण यह है कि ऊर्जा बुला ली जाती है पर स्थिर नहीं की जाती। इस प्रयोग से आप देवी की कृपा को एक वर्ष तक अपने घर में स्थिर रख सकते हैं।
लक्ष्मी स्थिरता प्रयोग (Mantra and Vidhi)
मंत्र:
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री स्थिरलक्ष्म्यै नमः॥”
विधि:
- दिवाली की रात्रि जब सभी दीप जल जाएं और पूजा पूरी हो जाए, तब यह प्रयोग करें।
- एक छोटा चांदी का सिक्का या कौड़ी लें और उसे कपूर के दीपक के सामने रखें।
- अब 11 बार ऊपर दिया गया मंत्र जप करें।
- जप के बाद सिक्के या कौड़ी पर हल्दी और कुमकुम से तिलक करें।
- इसे चुपचाप अपनी तिजोरी या उस स्थान पर रखें जहाँ आप धन रखते हैं।
- किसी को यह प्रयोग बताते नहीं। यह मौन लक्ष्मी आवाहन प्रयोग कहलाता है।
इस क्रिया के बाद अगले 3 दिनों के भीतर आपको धन, अवसर या शुभ समाचार के रूप में परिणाम दिखने लगता है, और इसका प्रभाव पूरे वर्ष तक रहता है।
शुभ मुहूर्त (Muhurat)
दिवाली की रात्रि (अमावस्या) का समय:
🕙 रात्रि 11:05 बजे से 12:20 बजे तक (महालक्ष्मी योग)
यदि यह समय संभव न हो, तो 10:45 से 11:30 के बीच भी प्रयोग कर सकते हैं।
नियम (Niyam)
- प्रयोग के समय पूर्ण मौन रहें।
- लाल या पीले वस्त्र पहनें और मन में देवी का नाम जपें।
- प्रयोग किसी को न दिखाएँ, न बताएं।
- पूजा के बाद दीपक को स्वयं न बुझाएं।
- अगले 3 दिन तक प्रतिदिन उसी मंत्र का 11 बार जप करें।
- घर में मिठास और सुगंध का वातावरण बनाए रखें।
- तिजोरी या धनस्थान पर हर शुक्रवार एक दीया जलाएं।
लाभ (Benefits)
- धन का प्रवाह पूरे वर्ष तक बना रहता है।
- व्यापार और नौकरी में लगातार उन्नति।
- ऋण से मुक्ति और आर्थिक सुरक्षा।
- परिवार में शांति, प्रेम और समृद्धि का वास।
- देवी लक्ष्मी का स्थायी आशीर्वाद।
- अचानक होने वाले खर्च या हानि में कमी।
- धन का आकर्षण और निवेश के नए अवसर।
- घर में शुभ संकेत और सकारात्मक ऊर्जा का संचार।
सावधानियाँ (Precautions)
- इस प्रयोग को दिखावे या उत्सुकता से न करें।
- प्रयोग के बाद वस्तु किसी और को न दें।
- काले कपड़े या मोमबत्ती से पूजा न करें।
- पूजा स्थल या तिजोरी के पास जूते-चप्पल न रखें।
- प्रयोग को अधूरा छोड़ना अशुभ माना जाता है।
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प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1: क्या यह प्रयोग हर व्यक्ति कर सकता है?
उत्तर: हाँ, गृहस्थ, व्यापारी या विद्यार्थी — सभी कर सकते हैं, बस श्रद्धा आवश्यक है।
प्रश्न 2: क्या इसे किसी अन्य दिन भी किया जा सकता है?
उत्तर: नहीं, केवल दिवाली की रात्रि या शुक्रवार के विशेष मुहूर्त में करें।
प्रश्न 3: क्या यह पूजा बिना पंडित के की जा सकती है?
उत्तर: हाँ, यह व्यक्तिगत साधना है। केवल पवित्रता और विश्वास आवश्यक है।
प्रश्न 4: क्या इस प्रयोग से धन स्थायी रूप से टिकता है?
उत्तर: हाँ, जब श्रद्धा और शुद्धता के साथ किया जाए तो धन का प्रवाह लंबे समय तक बना रहता है।
प्रश्न 5: क्या महिलाएँ यह प्रयोग कर सकती हैं?
उत्तर: बिल्कुल, देवी लक्ष्मी गृहलक्ष्मी रूप में ही प्रसन्न होती हैं।
प्रश्न 6: क्या पुराने सिक्के का उपयोग किया जा सकता है?
उत्तर: नहीं, नई वस्तु का प्रयोग करें जिससे ऊर्जा शुद्ध बनी रहे।
प्रश्न 7: क्या पूजा के बाद दान करना आवश्यक है?
उत्तर: हाँ, धन प्रवाह को जीवित रखने के लिए दान अनिवार्य है।
अंत मे
दिवाली केवल दीपों का पर्व नहीं, बल्कि अवसरों का द्वार है। इस रात यदि आप श्रद्धा और मौन से देवी का स्मरण करते हैं, तो धन आपके जीवन में केवल आता नहीं — टिकता भी है।
DivyayogAshram का संदेश है — “लक्ष्मी को बुलाना आसान है, पर उन्हें रोकना साधना है।”
इस दिवाली, केवल पूजा न करें — यह एक छोटा-सा कार्य करें और देखें कैसे आने वाले एक वर्ष तक लक्ष्मी जी आपके घर की स्थायी अतिथि बन जाती हैं।