अमावस्या पर भगमालिनी देवी का गुप्त उपाय – पैसों की रुकावट खत्म
भगमालिनी देवी को आकर्षण, सिद्धि, समृद्धि और तांत्रिक सुरक्षा की अत्यंत शक्तिशाली देवी माना गया है। इनका स्वरूप रहस्यमय है और इनकी शक्ति व्यक्ति के जीवन में तुरंत प्रभाव दिखाती है। विशेष रूप से अमावस्या की रात भगमालिनी देवी की ऊर्जा अत्यंत सक्रिय रहती है। यह समय साधकों के लिये सिद्धि का उत्तम अवसर माना जाता है।
अमावस्या पर किया गया भगमालिनी देवी का यह गुप्त उपाय पैसों की रुकावट, व्यापार की बंदी, लगातार चल रही आर्थिक परेशानी और अदृश्य बाधाओं को तुरंत समाप्त करता है। यह उपाय कठिन नहीं है, परंतु इसमें श्रद्धा और मन की स्थिरता आवश्यक है।
DivyayogAshram के साधकों ने इस माध्यम को कई वर्षों से अपनाया है। यह उपाय उन स्थितियों में कारगर सिद्ध हुआ है जहां सामान्य प्रयास काम नहीं करते। यह देवी साधक के जीवन से आर्थिक रुकावट को हटाकर नए अवसर लाती है। ऊर्जा की यह प्रक्रिया नकारात्मक तत्त्वों को हटाती है और समृद्धि को आकर्षित करती है।
इस अध्याय में आप इस उपाय की गहराई, विधि, प्रभाव और सावधानियां सरल भाषा में समझेंगे। उद्देश्य यह है कि साधक बिना डर के, सहज मन से इस माध्यम को अपना सके।
भगमालिनी देवी का स्वरूप और ऊर्जा
भगमालिनी देवी सौंदर्य, आकर्षण और तांत्रिक शक्ति का संगम हैं। उनकी ऊर्जा तेज, रहस्यमयी और तुरंत कार्य करने वाली मानी जाती है। देवी साधक के जीवन से blockage दूर करती हैं और आर्थिक प्रवाह को स्थिर करती हैं।
देवी की आभा लाल, काले और सुनहरे रंगों में प्रकट होती है। यह रंग समृद्धि और सिद्धि के संकेत हैं। अमावस्या की रात यह ऊर्जा और भी तेज हो जाती है। यही कारण है कि यह उपाय केवल अमावस्या को ही सबसे प्रभावी माना गया है।
भगमालिनी की ऊर्जा व्यक्ति की थकी हुई आभा को पुनर्जीवित करती है। इस देवी का प्रयोग जीवन में आकर्षण, संपत्ति और स्थिरता लाता है।
अमावस्या की रात क्यों महत्वपूर्ण है
अमावस्या की रात वातावरण शांत रहता है। इस रात प्रकाश कम होने के कारण ऊर्जा भीतर की ओर सक्रिय होती है। इसी गहराई में देवी की शक्तियां तेज रहती हैं। अमावस्या को नकारात्मक तत्त्व भी सक्रिय होते हैं। यही कारण है कि भगमालिनी देवी का प्रयोग इस रात गहरी सफाई करता है। देवी किसी भी बाधा को पास आने नहीं देतीं।
इस रात की ऊर्जा समृद्धि और सिद्धि को आकर्षित करती है। साधक का मन स्थिर होता है और नई दिशा मिलती है।
यह गुप्त उपाय क्या करता है
यह उपाय तीन स्तरों पर कार्य करता है।
पहला स्तर
आर्थिक रुकावट के मूल कारण को हटाता है।
दूसरा स्तर
नकारात्मक तत्त्वों को शांत करता है जो धन के मार्ग में बाधा बनते हैं।
तीसरा स्तर
धन प्रवाह के लिये नई ऊर्जा जगाता है।
साधक अगले कुछ दिनों में परिवर्तन महसूस करता है।
कौन कर सकता है यह उपाय
यह उपाय उन लोगों के लिए है जो
- पैसों की रुकावट से परेशान हैं
- व्यापार में लगातार हानि झेल रहे हैं
- घर में धन रुक जाता है
- उधारी बढ़ रही है
- मेहनत का फल नहीं मिल रहा
- अचानक खर्चे बढ़ जाते हैं
- घर में आर्थिक तनाव रहता है
यह उपाय पुरुष और महिलाएं दोनों कर सकते हैं।
भगमालिनी देवी का अमावस्या मंत्र
इस उपाय में मुख्य मंत्र अत्यंत प्रभावशाली है.
“ऊं ऐं ह्रीं श्रीं भगमालिनी देवयै नमः”
यह मंत्र आर्थिक रुकावट को तोड़ता है।
मंत्र धीमी और स्थिर आवाज में जपना चाहिए।
27, 54 या 108 बार जप सर्वोत्तम माना जाता है।
उपाय में उपयोग होने वाली सामग्री
नीचे वह सामग्री लिखी है जो इस उपाय में आवश्यक है।
भाषा सरल रखी गई है।
- एक लाल कपड़ा
- एक सिंदूर का डिब्बा
- काले तिल
- एक लौंग
- एक छोटा चांदी या तांबे का सिक्का
- एक लाल दीपक
- थोड़ी चावल की धानी
यह सामग्री साधारण है परंतु ऊर्जा को तुरंत सक्रिय करती है।
अमावस्या उपाय की संपूर्ण विधि
नीचे संपूर्ण विधि दी गयी है।
हर चरण सरल भाषा में समझाया गया है ताकि कोई भी साधक इसे कर सके।
चरण 1
रात 9 बजे के बाद उपाय करें।
यह समय सबसे शांत रहता है।
चरण 2
एक साफ स्थान पर लाल कपड़ा बिछाएं।
कपड़ा ऊर्जा का आधार बनता है।
चरण 3
कपड़े के बीच में सिंदूर रखें।
सिंदूर देवी का मुख्य माध्यम है।
चरण 4
सिंदूर पर काले तिल छिड़कें।
यह रुकावट को अवशोषित करता है।
चरण 5
तांबे या चांदी का सिक्का सिंदूर में रखें।
यह धन का प्रतिनिधित्व करता है।
चरण 6
दीपक जलाकर देवी को प्रणाम करें।
दीपक लाल होना चाहिए।
चरण 7
लौंग को हाथ में लेकर मंत्र जप शुरू करें।
कम से कम 27 मंत्र जपें।
चरण 8
जप के बाद लौंग को दीपक में छोड़ दें।
यह नकारात्मकता को जलाता है।
चरण 9
सिंदूर में रखा सिक्का अगले दिन अपने धन स्थान पर रखें।
यह धन के मार्ग को स्थिर करता है।
उपाय यहीं पूर्ण होता है।
साधक अगले कुछ दिनों में बदलाव महसूस करता है।
उपाय के प्रमुख लाभ
- आर्थिक रुकावट तुरंत शांत होती है
- व्यापार में धन का प्रवाह शुरू होता है
- घर में स्थिरता आती है
- मन साफ़ और हल्का महसूस होता है
- बार बार आने वाली बाधाएं दूर होती हैं
- खर्चे कम होते हैं
- अचानक आए धन रुकावट टूटती है
- शुभ समाचार मिलने लगते हैं
- परिवार में धन की कमी कम होती है
- उधारी धीरे धीरे कम होती है
- साधक का आत्मविश्वास मजबूत होता है
- ग्रहणशीलता बढ़ती है
- वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा लौटती है
ध्यान रखने योग्य बातें
- यह उपाय केवल अमावस्या की रात करें
- उपाय करते समय कोई बात न करें
- दीपक बुझने न दें
- किसी को उपाय की जानकारी न दें
- उपाय के दौरान मन में डर न लाएं
यह नियम साधक की ऊर्जा को स्थिर रखते हैं।
DivyayogAshram की सलाह
DivyayogAshram का अनुभव है कि भगमालिनी देवी का यह उपाय उन लोगों के लिये अत्यंत कारगर है जिनके जीवन में लंबे समय से आर्थिक अड़चनें चल रही हैं।
यदि आप इसे लगातार तीन अमावस्या तक करते हैं तो परिणाम और भी तेज दिखते हैं।
मन में श्रद्धा रखें और धीरे धीरे मंत्र जपें।
- DivyayogAshram’s 100+ Ebook
- Get mantra diksha
- BOOK Kamakhya Sadhana Shivir- At DivyayogAshram
- BAGALAMUKHI EBOOK (HINDI & MARATHI)
- PITRA DOSHA NIVARAN PUJAN BOOKING
- Contact us for puja: 91 7710812329
अंतिम अनुभूति
अमावस्या की शांत रात में भगमालिनी देवी का यह उपाय जीवन में नयी ऊर्जा लाता है।
जहां स्थिरता नहीं थी, वहां गति आती है।
जहां बाधा थी, वहां मार्ग खुलने लगता है।
देवी की कृपा साधक के चारों ओर सुरक्षा और समृद्धि का चक्र बनाती है।
पैसों की रुकावट दूर होती है और जीवन में नई रोशनी दिखती है।






