तुलसी कवचम्: जीवन में शांति और सुरक्षा का दिव्य कवच
तुलसी कवचम् पाठ हिन्दू धर्म में अत्यधिक पवित्र और लाभकारी माना गया है। यह कवच विभिन्न परेशानियों से सुरक्षा प्रदान करता है और जीवन में शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति लाता है। तुलसी माता को लक्ष्मी का अवतार माना गया है और तुलसी कवचम् उनके संरक्षण को प्राप्त करने का एक अद्भुत साधन है।
तुलसी कवचम् का संपूर्ण पाठ और अर्थ
यहां तुलसी कवचम् का संपूर्ण पाठ प्रस्तुत किया गया है, जो तुलसी माता की कृपा प्राप्त करने और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा हेतु अत्यंत शक्तिशाली माना गया है:
तुलसी कवचम् संपूर्ण पाठ
ॐ अस्य श्री तुलसी कवच स्तोत्र महा मन्त्रस्य
श्री सदाशिव ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः,
श्री तुलसी देवता,
श्री तुलसी प्रीत्यर्थे जपे विनियोगः।
ध्यानम्
वन्दे अहं तुलसीदेवीं, वृन्दा वनमलामिनीम्।
याम् दृष्ट्वा पापिनो मर्त्या, मुच्यन्ते सर्वकिल्बिषात्॥
मूल पाठ
- ॐ श्री तुलस्यै कवचं पुण्यं सर्वसौख्यप्रदायकम्।
यः पठेत् प्रातरुत्थाय स भवेत्सर्वकामदः॥ - तुलस्याः पत्त्रमाधाय स षोडशपलानि च।
धारणात् पापसंहारं तुलस्याः कवचं स्मरेत्॥ - यत्र यत्र स्थितो देवि यत्र यत्र वसाम्यहम्।
तत्र तत्र सदा रक्षां कुरु मे सर्वतोऽमलाम्॥ - अग्रतः पातु मां देवी पृष्ठे पातु यशस्विनी।
पार्श्वयोः पातु मां नित्यं तुलसी सर्वतः शुभा॥ - सदा मां पातु सर्वांगं तुलसी शुभदायिनी।
कण्ठे च बन्धयेन्नित्यं कवचं पापनाशनम्॥ - भुजयोः पातु मां नित्यम् बाहुमध्ये शुभप्रदा।
करयोः पातु मां नित्यम् तुलसी सर्वतः शुभा॥ - ऊर्ध्वं पातु शिवा देवी अधस्ताच्च यशस्विनी।
तुलसी पातु सर्वत्र सर्वाङ्गे सर्वदा शुभा॥ - इदं तुलसीकवचं पुण्यं यो धीमां पठति नित्यशः।
स सर्वं दुर्गमं तरते तुलसीद्वारकृपाबलात्॥ - सर्वसौख्यमवाप्नोति दीर्घायुं पुत्रपौत्रिणम्।
कण्ठे धारयते यस्मिन् श्रीकवचं शुचिस्मृतम्॥ - इति श्री नारदपुराणे तुलसीकवचम् संपूर्णम्॥
तुलसी कवचम् पाठ का अर्थ
- तुलसी कवच की महिमा: यह कवच अत्यंत पवित्र और सुखदायक है। जो इसे प्रतिदिन प्रातःकाल पाठ करता है, उसे सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- तुलसी का स्मरण और धारण: तुलसी के पत्तों के साथ इस कवच का ध्यान करने से पापों का नाश होता है और नकारात्मकता से मुक्ति मिलती है।
- सर्वत्र रक्षा: जहां भी साधक निवास करता है, तुलसी माता वहां उसकी सभी दिशाओं से रक्षा करती हैं।
- दिशाओं में रक्षा: तुलसी माता आगे, पीछे, और बगल से साधक की रक्षा करती हैं। वे हर दिशा से साधक को शुभता प्रदान करती हैं।
- संपूर्ण अंगों की रक्षा: तुलसी माता का कवच व्यक्ति के शरीर के हर अंग की नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है।
- जीवन की सुख-शांति: इस कवच का नियमित पाठ करने से साधक कठिनाइयों से पार पा लेता है, सुख-शांति और दीर्घायु प्राप्त करता है, और उसके परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
- तुलसी की कृपा: इस कवच के प्रभाव से व्यक्ति को तुलसी माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे रोग, शत्रु और विपत्तियां दूर होती हैं।
तुलसी कवचम् का यह पाठ व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक सुरक्षा प्रदान करता है और उसे सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद देता है।ती है, जिससे रोग, शत्रु और विपत्तियों से मुक्ति मिलती है और जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
तुलसी कवचम् पाठ के लाभ
- मानसिक शांति प्राप्त होती है।
- घर में समृद्धि और सुख की वृद्धि होती है।
- रोगों से मुक्ति मिलती है।
- जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- कार्यों में सफलता मिलती है।
- शत्रुओं से रक्षा होती है।
- संतान सुख प्राप्त होता है।
- मन की स्थिरता बनी रहती है।
- जीवन में कठिनाइयों का अंत होता है।
- आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- पारिवारिक सुख में वृद्धि होती है।
- आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
- घर में शांति और समृद्धि का वास होता है।
- तुलसी माता की कृपा प्राप्त होती है।
तुलसी कवचम् साधना विधि
दिन और अवधि
- अवधि: 41 दिन
- दिन: सोमवार या गुरुवार
- मूहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे के बीच)
पूजा विधि
- तुलसी के पौधे के सामने दीपक जलाएं।
- तुलसी कवचम् का पाठ करें।
- अंत में तुलसी माता से प्रार्थना करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
तुलसी कवचम् साधना के नियम
- साधना को गुप्त रखें – साधना करते समय इसे किसी से साझा न करें।
- आहार – साधना के दौरान सात्विक आहार का पालन करें।
- व्रत – साधना की अवधि में उपवास का पालन करें।
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सावधानियां
तुलसी कवचम् का पाठ करते समय पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ करना चाहिए। किसी प्रकार की नकारात्मक भावना से इस पाठ का लाभ नहीं मिलता है।
तुलसी कवचम् – प्रश्न और उनके उत्तर
1. तुलसी कवचम् क्या है?
तुलसी कवचम् एक पवित्र मन्त्र है जो नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा प्रदान करता है।
2. तुलसी कवचम् का पाठ कैसे किया जाता है?
इसका पाठ तुलसी माता के सामने दीपक जलाकर किया जाता है।
3. तुलसी कवचम् से क्या लाभ मिलता है?
यह मानसिक शांति, समृद्धि, और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है।
4. तुलसी कवचम् का पाठ कितने दिन करना चाहिए?
इसे 41 दिनों तक करना उत्तम माना गया है।
5. तुलसी कवचम् का कौन सा समय सर्वोत्तम है?
ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे) इसका उत्तम समय है।
6. क्या तुलसी कवचम् साधना को गुप्त रखना चाहिए?
हां, इसे गुप्त रखना उचित होता है।
7. क्या तुलसी कवचम् का पाठ किसी भी दिन कर सकते हैं?
हाँ, लेकिन सोमवार और गुरुवार सबसे उत्तम माने गए हैं।
8. क्या तुलसी कवचम् से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है?
हां, यह आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में सहायक है।
9. क्या तुलसी कवचम् का पाठ करते समय व्रत रखना चाहिए?
हां, व्रत रखना अत्यधिक लाभकारी होता है।
10. तुलसी कवचम् का कौन सा उद्देश्य है?
इसका उद्देश्य नकारात्मकता से सुरक्षा और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना है।
11. क्या तुलसी कवचम् का पाठ करते समय किसी विशेष दिशा में बैठना चाहिए?
हाँ, पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना लाभकारी होता है।
12. क्या तुलसी कवचम् सभी के लिए लाभकारी है?
हाँ, यह सभी के लिए लाभकारी है।