अक्षय तृतीया लक्ष्मी व्रत
अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी की उपासना के लिए अक्षय लक्ष्मी व्रत रखा जाता है। यह व्रत वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को किया जाता है। इस व्रत को करने से धन, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति होती है।
अक्षय लक्ष्मी व्रत विधि:
- अक्षय तृतीया व्रत की तैयारी:
- व्रत से एक दिन पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- घर की सफाई करें और पूजा स्थान को साफ करें।
- पूजा के लिए आवश्यक सामग्री इकट्ठा करें।
- अक्षय तृतीया व्रत का दिन:
- ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थान पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
- दीपक, धूप, फल, फूल, मिठाई आदि अर्पित करें।
- अक्षय लक्ष्मी व्रत मंत्र का जाप करें।
- मां लक्ष्मी से धन, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें।
- दिन भर व्रत रखें और सात्विक भोजन करें।
- शाम को फिर से पूजा करें और आरती करें।
- रात में भोजन ग्रहण करें।
- अक्षय तृतीया व्रत का पारण:
- दूसरे दिन व्रत का पारण करें।
- सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थान पर मां लक्ष्मी की पूजा करें।
- ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दान दें।
- इसके बाद व्रत का पारण करें।
अक्षय लक्ष्मी व्रत मंत्र:
॥ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमलेश्वरी श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नमः॥ ||om SHREEM HREEM SHREEM KAMALESHWARI SHREEM HREEM SHREEM MAHALAKSHMEYA NAMAHA||
अक्षय लक्ष्मी व्रत के लाभ:
- धन, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति होती है।
- ग्रहों की बाधा दूर होती है।
- व्यवसाय में वृद्धि होती है।
- नौकरी में तरक्की मिलती है।
- रोग-बीमारी दूर होती है।
- मानसिक शांति मिलती है।
अक्षय लक्ष्मी व्रत एक महत्वपूर्ण व्रत है जो मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का एक उत्तम साधन है। यदि आप धन, समृद्धि और सुख-शांति प्राप्त करना चाहते हैं तो यह व्रत अवश्य रखें।
अक्षय लक्ष्मी व्रत मे ध्यान दें:
- व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
- व्रत के दौरान सात्विक भोजन करें और नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
- व्रत पूरे विश्वास और श्रद्धा के साथ रखें।