कमलबीज धन वृद्धि प्रयोग – एक दिव्य तांत्रिक रहस्य
Divine Lotus Seeds – कमलबीज, देवी लक्ष्मी की तांत्रिक उपासना में अत्यंत प्रभावी माध्यम माना जाता है। इसे धन, ऐश्वर्य, सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति हेतु विशेष रूप से प्रयोग किया जाता है। जब इसे शुक्रवार के दिन विधिपूर्वक देवी लक्ष्मी को अर्पित किया जाता है, तो यह आर्थिक स्थिरता और धन-संग्रह के अद्भुत द्वार खोल देता है। “ॐ श्रीं ह्रीं कमलवासिन्यै नमः” मंत्र का जप कमलबीज के साथ करने से दिव्य ऊर्जा का संचार होता है और साधक के जीवन में लक्ष्मी की कृपा साकार रूप में प्रकट होती है।
DivyaYogaAshram द्वारा सिद्ध यह प्रयोग विशेष रूप से उन साधकों के लिए अत्यंत उपयोगी है जो व्यापार में वृद्धि, नौकरी में तरक्की या अचानक धन प्राप्ति की इच्छा रखते हैं। इस प्रयोग को नियमित रूप से करने से जीवन में न केवल धन की वृद्धि होती है, बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास में भी विस्तार होता है।
कमलबीज धन वृद्धि प्रयोग के विशेष लाभ
- आर्थिक तंगी में चमत्कारी राहत मिलती है।
- व्यापार में निरंतर लाभ और वृद्धि होती है।
- अचानक धन की प्राप्ति के योग बनते हैं।
- रुके हुए पैसे वापस आने लगते हैं।
- कर्ज से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।
- निवेश में लाभ की संभावना बढ़ती है।
- नौकरी में पदोन्नति के अवसर मिलते हैं।
- धन-संबंधी कोर्ट केस में विजय प्राप्त होती है।
- परिवार में सुख-शांति एवं समृद्धि आती है।
- घर में लक्ष्मी स्थायी रूप से वास करने लगती हैं।
- मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं।
- घर में दरिद्रता और वास्तु दोष नष्ट होते हैं।
- शुभ समाचारों की आवक बढ़ती है।
- साधना शक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा में वृद्धि होती है।
- ग्रह दोषों के कारण होने वाली आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं।
नियम (Niyam):
- शुक्रवार के दिन ही प्रयोग आरंभ करें।
- प्रातः स्नान कर शुद्ध वस्त्र पहनें।
- व्रत या सात्विक भोजन का संकल्प लें।
- किसी भी प्रकार की नकारात्मक भावना से बचें।
- कमलबीज शुद्ध हो और किसी सिद्ध स्थान से लिया गया हो।
- पूजन के समय एकाग्रता और श्रद्धा आवश्यक है।
शुभ मुहूर्त (Muhurth):
- दिन: शुक्रवार
- समय: प्रातः 6:00 से 7:30 या संध्या 5:30 से 7:00
- विशेष: दीपावली, अक्षय तृतीया, गुरु पुष्य योग, किसी भी शुक्रवार या श्रावण मास के शुक्रवार अति शुभ होते हैं।
मंत्र विधि (Mantra Vidhi):
- पूजन स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
- एक पीला वस्त्र बिछाएं और उस पर कमल का पुष्प रखें।
- कमलबीज की 11, 21 या 108 बीज देवी लक्ष्मी के समक्ष रखें।
- दीपक जलाएं और धूप-चंदन अर्पित करें।
- अब निम्न मंत्र का 108 बार जाप करें:
“ॐ श्रीं ह्रीं कमलवासिन्यै नमः” - जाप के बाद कमलबीज को धन स्थान (तिजोरी या कैशबॉक्स) में लाल कपड़े में बांधकर रखें।
- यह प्रयोग कम से कम 11 शुक्रवार तक करें।
सामान्य प्रश्न:
Q1. क्या इस प्रयोग को कोई भी कर सकता है?
हाँ, पुरुष और महिलाएं दोनों कर सकते हैं।
Q2. क्या इसे घर में किया जा सकता है?
हाँ, एक शांत और पवित्र स्थान पर्याप्त है।
Q3. यदि कमलबीज उपलब्ध न हो तो क्या करें?
सिद्ध स्थान से कमलबीज प्राप्त करना आवश्यक है, स्थानापन्न नहीं चलेगा।
Q4. क्या व्रत रखना जरूरी है?
अनिवार्य नहीं, परंतु सात्विकता बनाए रखना आवश्यक है।
Q5. क्या मंत्र का उच्चारण सही होना जरूरी है?
हाँ, सही उच्चारण से प्रभाव अधिक होता है।
Q6. क्या इस प्रयोग में कोई विशेष वस्त्र पहनना चाहिए?
पीले या लाल वस्त्र शुभ माने जाते हैं।
Q7. यदि एक शुक्रवार छुट जाए तो क्या करना चाहिए?
अगले शुक्रवार से पुनः नियमित करें, प्रभाव बना रहेगा।
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