दुर्वा गणेश मंत्र- सुरक्षा के साथ हर तरह की सुख समृद्धि पाये
दुर्वा गणेश साधना, हर ग्रहस्थ ब्यक्ति के जीवन मे आने वाली परेशानियां, विघ्न रुकावटों को दूर करता है। इनकी कृपा से परिवार मे खुशियां हमेशा बनी रहती है।
दुर्वा गणेश मंत्र और अर्थ
मंत्र: “॥ॐ गं ग्लौं दुर्वा गणेशाय विघ्न विनाशाय गं नमः॥”
अर्थ: इस मंत्र में भगवान गणेश की स्तुति की जाती है ताकि सभी विघ्न और बाधाओं का नाश हो सके। “ॐ गं” गणेश का बीज मंत्र है, “ग्लौं” गणेश की शक्ति का प्रतीक है, और “दुर्वा गणेशाय विघ्न विनाशाय” का अर्थ है दुर्वा अर्पण करने वाले गणेश जो सभी विघ्नों का नाश करते हैं।
समस्याएँ जिन पर यह मंत्र कार्य करता है
दुर्वा गणेश साधना विशेष रूप से जीवन में आने वाली बाधाओं और कठिनाइयों को दूर करने के लिए प्रभावी है। यह साधना व्यापार में हानि, करियर में रुकावटें, पारिवारिक कलह, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, और मानसिक तनाव जैसी समस्याओं में मददगार है।
दुर्वा गणेश साधना के लाभ
- सभी प्रकार की बाधाओं का नाश करता है।
- मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करता है।
- व्यापार और करियर में सफलता प्राप्त होती है।
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में सुख और शांति आती है।
- आर्थिक समृद्धि और स्थिरता मिलती है।
- परीक्षा में सफलता के लिए सहायक होता है।
- शत्रुओं से सुरक्षा प्रदान करता है।
- ध्यान और साधना में एकाग्रता बढ़ाता है।
- सभी प्रकार के भय और चिंता से मुक्त करता है।
- आध्यात्मिक उन्नति के लिए सहायक है।
- अनिष्ट ग्रहों के प्रभाव को कम करता है।
- बच्चों की सुरक्षा और उनके उज्जवल भविष्य के लिए लाभकारी है।
दुर्वा गणेश साधना विधि
- मंत्र जप का दिन: बुधवार को आरंभ करना शुभ होता है।
- अवधि: मंत्र जप 11 से 21 दिनों तक करें।
- मुहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे के बीच) मंत्र जप के लिए सर्वोत्तम समय है।
- मंत्र जप संख्या: प्रतिदिन 11 माला (1188 मंत्र) जप करें।
- सामग्री: सफेद कपड़ा, दुर्वा घास, गणेश प्रतिमा या चित्र, अगरबत्ती, दीपक, मौली, और मोदक का प्रसाद।
- विधिः इस दुर्वा गणेश साधना को सही विधि और नियमों के अनुसार किया जाना चाहिए ताकि उसका पूर्ण लाभ प्राप्त हो सके। थोड़े से दुर्वा (घास) को पानी , कच्चे दूध, फिर पानी से धोकर अपने सामने रखे। घी का दीपक जलाये। अब सामने बैठकर दंत मुद्रा लगाकर ११ दिन तक मंत्र जप करे। । फिर किसी को फल या भोजन दान दे और ११ लौंग को किसी काले कपड़े मे लपेटकर अपने पूजाघर मे रख दे।
दुर्वा गणेश साधना -जप के नियम
- मंत्र जप करने वाला व्यक्ति 20 वर्ष से अधिक आयु का होना चाहिए।
- पुरुष और स्त्री, दोनों ही इस मंत्र का जप कर सकते हैं।
- मंत्र जप के समय नीले या काले रंग के कपड़े न पहनें।
- धूम्रपान, मद्यपान, और मांसाहार का सेवन न करें।
- मंत्र जप के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें।
दुर्वा गणेश साधना -जप में सावधानी
- मंत्र का उच्चारण शुद्ध और स्पष्ट होना चाहिए।
- जप करते समय मन को एकाग्रचित्त रखें।
- मंत्र जप के दौरान कोई भी नकारात्मक विचार मन में न आने दें।
- पवित्र स्थान पर बैठकर ही मंत्र का जप करें।
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दुर्वा गणेश साधना से संबंधित प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1: क्या दुर्वा गणेश मंत्र का जप कोई भी कर सकता है?
उत्तर: हाँ, 20 वर्ष से अधिक आयु के स्त्री और पुरुष, दोनों ही यह मंत्र जप सकते हैं।
प्रश्न 2: क्या साधना के दौरान विशेष वस्त्र धारण करने चाहिए?
उत्तर: हाँ, मंत्र साधना के दौरान सफेद या हल्के रंग के वस्त्र पहनें। नीले और काले रंग से बचें।
प्रश्न 3: क्या मंत्र जप के दौरान आहार में कोई विशेष नियम है?
उत्तर: हाँ, मंत्र जप के दौरान धूम्रपान, मद्यपान, और मांसाहार से बचना चाहिए।
प्रश्न 4: मंत्र साधना का सर्वोत्तम समय क्या है?
उत्तर: मंत्र साधना का सर्वोत्तम समय ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे) होता है।
प्रश्न 5: दुर्वा गणेश मंत्र का कितने दिन तक जप करना चाहिए?
उत्तर: मंत्र जप कम से कम 11 दिन और अधिकतम 21 दिन तक करना चाहिए।
प्रश्न 6: क्या मंत्र साधना के लिए विशेष स्थान का चयन करना चाहिए?
उत्तर: हाँ, मंत्र साधना के लिए पवित्र और शांत स्थान का चयन करें।
प्रश्न 7: क्या दुर्वा गणेश मंत्र का जप अन्य मंत्रों के साथ किया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, लेकिन ध्यान रखें कि मंत्र जप करते समय मन एकाग्रचित्त रहे।
प्रश्न 8: क्या मंत्र साधना के बाद कोई विशेष अनुष्ठान करना आवश्यक है?
उत्तर: मंत्र जप के बाद भगवान गणेश को मोदक का भोग अर्पित करें और आरती करें।
प्रश्न 9: क्या दुर्वा गणेश साधना से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं?
उत्तर: हाँ, यह मंत्र आर्थिक समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।
प्रश्न 10: मंत्र साधना के दौरान किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर: मंत्र उच्चारण शुद्ध हो, मन एकाग्रचित्त हो, और नकारात्मक विचार न आएं।
प्रश्न 11: मंत्र साधना के दौरान दुर्वा का क्या महत्व है?
उत्तर: दुर्वा गणेश जी को अत्यंत प्रिय है और मंत्र जप के दौरान दुर्वा अर्पित करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं।
प्रश्न 12: क्या दुर्वा गणेश साधना सभी प्रकार के विघ्नों को दूर करता है?
उत्तर: हाँ, यह मंत्र सभी प्रकार के विघ्नों और बाधाओं को दूर करने में प्रभावी है।