Buy now

spot_img
spot_img

Ekajata Panchakshara Mantra: Path to Spiritual Growth

एकजटा पंचाक्षर मंत्र: सिद्धि, सुरक्षा और देवी कृपा का रहस्यमय

एकजटा पंचाक्षर मंत्र “मंत्र महोदधि” के अनुसार अत्यंत शक्तिशाली है, जो साधकों को सिद्धियों और मानसिक शांति प्रदान करता है। इस मंत्र का जाप नकारात्मक ऊर्जाओं को नष्ट कर सुख, समृद्धि, और सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। यह मंत्र विशेषतः साधना और आध्यात्मिक उन्नति के लिए उपयुक्त है।

माता एकजटा तंत्र और सनातन धर्म में पूजित आदिशक्ति का स्वरूप हैं। वे दस महाविद्याओं में से एक हैं और मोक्ष प्रदान करने वाली देवी मानी जाती हैं। एकजटा देवी साधकों को भौतिक कष्टों से मुक्ति देकर आध्यात्मिक ऊर्जा और आत्मज्ञान प्रदान करती हैं।

विनियोग मंत्र व उसका अर्थ

विनियोग मंत्र:

ॐ अस्य श्री एकजटा पंचाक्षर मंत्रस्य महाकाल ऋषिः, अनुष्टुप छन्दः, श्री एकजटा देवता। श्रीं बीजं, ह्रीं शक्तिः, हुं कीलकं, सिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः।

अर्थ:

यह मंत्र साधक को अद्वितीय सिद्धियों की प्राप्ति हेतु प्रयोग किया जाता है। इसमें महाकाल ऋषि, अनुष्टुप छंद, और देवी एकजटा की महिमा वर्णित है। “श्रीं” समृद्धि, “ह्रीं” ऊर्जा, और “हुं” सुरक्षा का प्रतीक है।

एकजटा पंचाक्षर मंत्र व उसका संपूर्ण अर्थ

स्त्रीं हुं ह्रीं हुं फट्।

संपूर्ण अर्थ:

स्त्रीं हुं ह्रीं हुं फट् मंत्र देवी एकजटा का शक्तिशाली और प्रभावशाली मंत्र है। इसका हर शब्द गहन आध्यात्मिक ऊर्जा और प्रभाव लिए हुए है। आइए इसके प्रत्येक शब्द का अर्थ समझते हैं:

  1. स्त्रीं:
    • यह बीज मंत्र देवी की शक्ति और सौम्यता का प्रतीक है।
    • यह साधक के जीवन में उन्नति, ऊर्जा, और आनंद लाने का कार्य करता है।
    • “स्त्रीं” का उच्चारण साधक के अंदर सृजनात्मक और दिव्य शक्तियों को जागृत करता है।
  2. हुं:
    • यह बीज मंत्र आत्मरक्षा और नकारात्मक ऊर्जाओं को नष्ट करने के लिए प्रयोग होता है।
    • यह शत्रुओं और बाधाओं का नाश कर साधक को सुरक्षित रखता है।
    • “हुं” शक्ति और साहस प्रदान करता है।
  3. ह्रीं:
    • “ह्रीं” देवी की महाशक्ति का प्रतीक है।
    • यह साधक के मन को शुद्ध और स्थिर करता है।
    • यह आध्यात्मिक उन्नति और आत्मिक जागरण का कारक है।
  4. हुं (पुनः):
    • दो बार “हुं” का प्रयोग नकारात्मक ऊर्जा से पूरी तरह से रक्षा के लिए किया गया है।
    • यह मंत्र की शक्ति को दोगुना कर देता है।
  5. फट्:
    • यह बीज मंत्र साधक के चारों ओर सुरक्षा कवच बनाता है।
    • यह मंत्र को तुरंत प्रभावशील बनाता है और बाधाओं का त्वरित नाश करता है।

मंत्र का समग्र प्रभाव:

यह पंचाक्षर मंत्र देवी एकजटा की कृपा का आह्वान करते हुए साधक के जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि लाता है। यह सभी दिशाओं से सुरक्षा, मानसिक शांति, और आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। इस मंत्र का नियमित जाप जीवन में आने वाली समस्याओं और बाधाओं को दूर कर साधक को आत्मसिद्धि और आध्यात्मिक आनंद प्रदान करता है।

मंत्र जाप का उद्देश्य:

  • नकारात्मक शक्तियों का नाश।
  • मानसिक और आत्मिक शांति।
  • देवी कृपा से जीवन की सभी बाधाओं का समाधान।
  • समृद्धि, सुख, और आत्मविश्वास में वृद्धि।

जप काल में इन चीजों का सेवन अधिक करें

  1. फल, विशेषतः नारियल और अनार।
  2. तुलसी के पत्तों का जल।
  3. सादा भोजन जैसे खिचड़ी।
  4. गाय का दूध और शहद।
  5. बादाम और काजू।

एकजटा पंचाक्षर मंत्र के लाभ

  1. नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति।
  2. मन को शांति।
  3. आर्थिक समृद्धि।
  4. बाधाओं का नाश।
  5. आध्यात्मिक उन्नति।
  6. मानसिक स्थिरता।
  7. आत्मविश्वास में वृद्धि।
  8. रोगों से मुक्ति।
  9. रिश्तों में सुधार।
  10. कार्य में सफलता।
  11. दुर्भाग्य का अंत।
  12. शत्रुओं पर विजय।
  13. सुखद दांपत्य जीवन।
  14. दीर्घायु।
  15. ध्यान में एकाग्रता।
  16. अच्छे विचारों का उदय।
  17. देवी कृपा की प्राप्ति।
  18. मोक्ष की ओर मार्ग।

पूजा सामग्री और मंत्र विधि

सामग्री:

  • लाल वस्त्र।
  • सफेद फूल।
  • कुमकुम, हल्दी।
  • गाय का घी।
  • पंचामृत।
  • चंदन की माला।

विधि:

  1. शुभ मुहूर्त में साफ स्थान पर आसन बिछाएं।
  2. देवी एकजटा का ध्यान करें।
  3. दीपक जलाकर, मंत्र का जाप करें।

मंत्र जप का दिन, अवधि, और मुहूर्त

  • दिन: सोमवार या शुक्रवार।
  • अवधि: 20 मिनट प्रतिदिन।
  • मुहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4:00 से 6:00 बजे)।

Get Deeksha mantra

मंत्र जप के नियम

  1. उम्र 20 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  2. स्त्री-पुरुष दोनों कर सकते हैं।
  3. नीले और काले कपड़े न पहनें।
  4. धूम्रपान, मद्यपान, और मांसाहार से बचें।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें।

know more about Bagalamukhi sadhana shivir

जप सावधानियां

  1. साफ स्थान पर जप करें।
  2. ध्यान केंद्रित रखें।
  3. किसी प्रकार का शोर न हो।
  4. जप के बाद भोजन न करें।
  5. मोबाइल या अन्य उपकरणों से दूर रहें।

spiritual store

एकजटा पंचाक्षर मंत्र – प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1: एकजटा पंचाक्षर मंत्र क्या है?

उत्तर: यह देवी एकजटा का शक्तिशाली मंत्र है जो सभी सिद्धियों को प्रदान करता है।

प्रश्न 2: यह मंत्र किसके लिए उपयोगी है?

उत्तर: यह मंत्र साधकों और ध्यान करने वालों के लिए उपयोगी है।

प्रश्न 3: मंत्र जप का सही समय क्या है?

उत्तर: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4:00 से 6:00 बजे)।

प्रश्न 4: क्या महिलाएं इसे जप सकती हैं?

उत्तर: हां, महिलाएं इसे जप सकती हैं।

प्रश्न 5: क्या इस मंत्र से आर्थिक लाभ हो सकता है?

उत्तर: हां, यह मंत्र आर्थिक समृद्धि प्रदान करता है।

प्रश्न 6: कितने दिनों तक जप करना चाहिए?

उत्तर: कम से कम 18 दिनों तक।

प्रश्न 7: क्या यह मंत्र सुरक्षा प्रदान करता है?

उत्तर: हां, यह नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है।

प्रश्न 8: क्या नियमों का पालन आवश्यक है?

उत्तर: हां, नियमों का पालन अनिवार्य है।

प्रश्न 9: क्या इसे अन्य मंत्रों के साथ जप सकते हैं?

उत्तर: हां, लेकिन व्यक्तिगत ध्यान महत्वपूर्ण है।

प्रश्न 10: क्या यह मंत्र ध्यान के लिए उपयोगी है?

उत्तर: हां, यह ध्यान में एकाग्रता बढ़ाता है।

प्रश्न 11: क्या यह मंत्र हर किसी के लिए उपयुक्त है?

उत्तर: हां, इसे कोई भी जप सकता है।

प्रश्न 12: क्या इस मंत्र से मोक्ष प्राप्त हो सकता है?

उत्तर: हां, यह मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है।

BOOK (06 APRIL 2025) RAM NAVAMI MAHA PUJAN SHIVIR AT DIVYAYOGA ASHRAM (ONLINE/ OFFLINE)

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Choose Pujan Option
spot_img
spot_img

Related Articles

65,000FansLike
500FollowersFollow
782,534SubscribersSubscribe
spot_img
spot_img

Latest Articles

spot_img
spot_img
Select your currency