सुख समृद्धि देने वाला गणेश चेटक मंत्र ग्रहस्थ ब्यक्ति के लिये परम् कल्याणकारी माना गया है। इस मंत्र के उच्चारण से मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति का अनुभव होने लगता है। इस मंत्र का नियमित जप करने से व्यक्ति को कई प्रकार की बाधाओं और संकटों से मुक्ति मिलती है।
गणेश चेटक मंत्र और उसका अर्थ
गणेश चेटक मंत्र
ॐ गं ग्रां ग्रूं गणपतये नमः
मंत्र का अर्थ
इस मंत्र में ‘ॐ‘ ब्रह्मांड की मूल ध्वनि है, जो ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है। ‘गं‘ गणेश जी का बीज मंत्र है, जो विघ्नहर्ता और शुभता के प्रतीक हैं। ‘ग्रां‘ और ‘ग्रूं‘ ध्वनियाँ भगवान गणेश की उग्र शक्तियों का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो साधक को आध्यात्मिक उन्नति और सुरक्षा प्रदान करती हैं। ‘गणपतये नमः‘ का अर्थ है “गणपति को नमस्कार,” यानी ” हम विघ्न बाधा दूर करने वाले भगवान गणेश जी को प्रणाम करते हैं और उनसे मार्गदर्शन की प्रार्थना करते हैं”।
गणेश चेटक मंत्र विधि
मंत्र जप का दिन
गणेश चेटक मंत्र का जप किसी भी शुभ दिन पर प्रारंभ किया जा सकता है। विशेषकर बुधवार या चतुर्थी तिथि को यह मंत्र जप करना अधिक फलदायी होता है।
अवधि
इस मंत्र का जप 11 से 21 दिनों तक लगातार करना चाहिए। प्रत्येक दिन एक निश्चित संख्या में मंत्रों का जप किया जाता है।
मुहूर्त
मंत्र जप के लिए सूर्योदय से पूर्व का समय सबसे उत्तम माना गया है। यह समय साधना और मंत्र जप के लिए अत्यधिक शुभ होता है क्योंकि इस समय वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
गणेश चेटक मंत्र जप की सामग्री
मंत्र जप के लिए निम्नलिखित सामग्री का उपयोग किया जाता है:
- माला: रुद्राक्ष की माला या तुलसी की माला का उपयोग करें।
- गणेश मूर्ति: पूजा के समय गणेश जी की मूर्ति या चित्र का सामने होना चाहिए।
- सिंदूर और दूर्वा: गणेश जी को सिंदूर और दूर्वा अर्पित करें।
- दीपक: घी का दीपक जलाएं।
- अगरबत्ती: सुगंधित अगरबत्ती जलाएं।
- मिठाई: गणेश जी को प्रिय मोदक या लड्डू का भोग लगाएं।
गणेश चेटक मंत्र जप संख्या
गणेश चेटक मंत्र का जप कम से कम 108 बार (एक माला) और अधिकतम 1188 बार (11 माला) प्रतिदिन करना चाहिए। मंत्र का उच्चारण स्पष्ट और ध्यानपूर्वक होना चाहिए। प्रतिदिन जप की संख्या धीरे-धीरे बढ़ाई जा सकती है, लेकिन इसके लिए समय और एकाग्रता की आवश्यकता होती है।
गणेश चेटक मंत्र जप के नियम
- उम्र: इस मंत्र का जप 1८ वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति कर सकता है।
- लिंग: इस मंत्र का जप स्त्री और पुरुष दोनों कर सकते हैं।
- वस्त्र: मंत्र जप करते समय नीले या काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। सफेद या हल्के रंग के वस्त्र पहनने चाहिए।
- आहार: जप के दौरान धूम्रपान, मद्यपान, और मांसाहार से दूर रहें। शुद्ध और सात्विक आहार ग्रहण करें।
- ब्रह्मचर्य: जप के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें।
गणेश चेटक मंत्र जप सावधानियां
- मन की शुद्धि: मंत्र जप करते समय मन को शुद्ध और शांत रखें। किसी भी प्रकार की नकारात्मकता को मन में न आने दें।
- नियमितता: मंत्र का जप नियमित रूप से करें। किसी भी दिन मंत्र जप छोड़ना नहीं चाहिए।
- शुद्धता: जप करने से पहले शरीर और स्थान की शुद्धि करें।
- ध्यान: मंत्र जप के समय मन को गणेश जी की मूर्ति या चित्र पर एकाग्र करें।
- आवाज का ध्यान: मंत्र जप करते समय आवाज का ध्यान रखें। आवाज न तो बहुत ऊंची हो और न ही बहुत धीमी।
- समर्पण: मंत्र जप पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ करें।
- समाप्ति: जप समाप्ति के बाद शांति से बैठकर ध्यान करें और गणेश जी से आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करें।
गणेश चेटक मंत्र से जुड़े प्रश्न और उनके उत्तर
- गणेश चेटक मंत्र क्या है?
यह एक शक्तिशाली गणेश मंत्र है जो तांत्रिक और साधारण साधना के लिए उपयोग किया जाता है। - गणेश चेटक मंत्र के जप से क्या लाभ होते हैं?
इससे मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति में वृद्धि होती है और संकटों से मुक्ति मिलती है। - गणेश चेटक मंत्र का जप कौन कर सकता है?
10 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति इस मंत्र का जप कर सकता है। - इस मंत्र का जप कितने दिनों तक करना चाहिए?
इसे 11 से 21 दिनों तक नियमित रूप से करना चाहिए। - मंत्र जप के समय कौन से वस्त्र पहनने चाहिए?
सफेद या हल्के रंग के वस्त्र पहनने चाहिए, नीले या काले रंग के नहीं। - क्या इस मंत्र का जप रात में किया जा सकता है?
हां, लेकिन सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद का समय अधिक शुभ माना जाता है। - क्या इस मंत्र के जप के लिए कोई विशेष सामग्री की आवश्यकता है?
हां, जैसे रुद्राक्ष माला, दीपक, अगरबत्ती, गणेश मूर्ति आदि। - क्या मंत्र जप के दौरान किसी विशेष आहार का पालन करना चाहिए?
हां, शुद्ध और सात्विक आहार ग्रहण करें और तामसिक पदार्थों से बचें। - क्या महिलाएं इस मंत्र का जप कर सकती हैं?
हां, महिलाएं भी इस मंत्र का जप कर सकती हैं। - मंत्र जप के समय क्या ध्यान रखना चाहिए?
मन को एकाग्र रखें और गणेश जी की मूर्ति या चित्र पर ध्यान केंद्रित करें। - क्या इस मंत्र का जप केवल बुधवार को ही करना चाहिए?
बुधवार को शुभ माना जाता है, लेकिन इसे किसी भी दिन जपा जा सकता है। - क्या इस मंत्र का जप किसी विशेष मुहूर्त में करना आवश्यक है?
नहीं, लेकिन सूर्योदय से पूर्व का समय अधिक शुभ होता है। - क्या इस मंत्र का जप करने से सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है?
हां, यह मंत्र बाधाओं को दूर करने और सफलता दिलाने में सहायक होता है। - क्या गणेश चेटक मंत्र का जप करने से आध्यात्मिक उन्नति होती है?
हां, यह मंत्र आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक शक्ति प्रदान करता है। - क्या इस मंत्र का जप करने से कोई नकारात्मक प्रभाव हो सकता है?
यदि इसे पूरी श्रद्धा और नियमों का पालन करते हुए जपा जाए, तो कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता।
गणेश चेटक मंत्र एक शक्तिशाली मंत्र है, जो साधकों को मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है। इस मंत्र का नियमित जप करने से व्यक्ति को संकटों से मुक्ति मिलती है और जीवन में शांति और सुख की प्राप्ति होती है। इसे जपते समय उचित नियमों और सावधानियों का पालन करना चाहिए, जिससे इसका पूरा लाभ प्राप्त हो सके।