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Guru purnima Puja vidhi & importance

गुरु पूर्णिमा- 21 JULY 2024

गुरु पूर्णिमा एक महत्वपूर्ण हिंदू है जो गुरु के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से शिक्षकों, आध्यात्मिक गुरुओं और मार्गदर्शकों के प्रति श्रद्धा और आभार प्रकट करने का दिन है। गुरु पूर्णिमा आषाढ़ माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है, और यह पर्व महर्षि वेदव्यास के जन्मदिन के रूप में भी जाना जाता है, जिन्होंने वेदों का संकलन किया था। 2024 में, गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई को मनाई जाएगी।

गुरु पूर्णिमा का महत्व

गुरु पूर्णिमा का महत्व भारतीय संस्कृति में अत्यधिक है। गुरु शब्द का अर्थ है ‘अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला’। गुरु हमें अज्ञानता के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं। यह पर्व हमें हमारे गुरुओं की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है और हमें उनके प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है।

गुरु पूर्णिमा की पूजा विधि

  1. प्रातःकाल स्नान: इस दिन प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. गुरु पूजा: अपने गुरु की तस्वीर या मूर्ति को एक स्वच्छ स्थान पर स्थापित करें।
  3. पूजा सामग्री: पूजा के लिए फूल, धूप, दीप, चंदन, कुमकुम, अक्षत, फल, मिठाई आदि का उपयोग करें।
  4. मंत्र जाप: गुरु मंत्र का जाप करें। यदि आपके गुरु ने कोई विशेष मंत्र दिया है, तो उसका जाप करें।
  5. गुरु का आशीर्वाद: गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करें और उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करें।
  6. भोजन वितरण: इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करें।
  7. सत्संग: गुरु के उपदेशों का श्रवण करें और सत्संग का आयोजन करें।
  8. भजन-कीर्तन: गुरु की महिमा में भजन-कीर्तन करें और उनके प्रति अपनी भक्ति प्रकट करें।

गुरु पूर्णिमा के लाभ

गुरु पूर्णिमा के व्रत और पूजा से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

  1. आध्यात्मिक विकास: गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा करने से व्यक्ति का आध्यात्मिक विकास होता है और वह ज्ञान के मार्ग पर अग्रसर होता है।
  2. गुरु की कृपा: इस दिन गुरु की पूजा और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने से जीवन में सफलता और समृद्धि प्राप्त होती है।
  3. ज्ञान की प्राप्ति: गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को ज्ञान और बुद्धिमत्ता की प्राप्ति होती है।
  4. संतान सुख: गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।
  5. स्वास्थ्य लाभ: गुरु की कृपा से व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  6. मानसिक शांति: गुरु पूजा करने से मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।
  7. समाज में सम्मान: गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करने से व्यक्ति को समाज में सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त होती है।
  8. दुश्मनों से सुरक्षा: गुरु की कृपा से व्यक्ति को दुश्मनों से सुरक्षा मिलती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
  9. धार्मिक उन्नति: गुरु पूजा करने से व्यक्ति की धार्मिक उन्नति होती है और वह धर्म के मार्ग पर चलता है।
  10. कर्मों का शुद्धिकरण: गुरु की पूजा करने से व्यक्ति के बुरे कर्मों का शुद्धिकरण होता है और वह पवित्रता की ओर बढ़ता है।
  11. अवसाद से मुक्ति: गुरु की कृपा से व्यक्ति को अवसाद और मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है।
  12. सकारात्मक ऊर्जा: गुरु पूजा से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जो जीवन में सकारात्मकता लाता है।
  13. परिवार में सुख-शांति: गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करने से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।
  14. आध्यात्मिक मार्गदर्शन: गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु का मार्गदर्शन प्राप्त करने से व्यक्ति को जीवन में सही दिशा मिलती है।
  15. भविष्य की सुरक्षा: गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करने से भविष्य की सुरक्षा होती है और व्यक्ति जीवन के हर मोड़ पर सफलता प्राप्त करता है।
  16. विवाह में सफलता: गुरु की कृपा से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और दाम्पत्य जीवन सुखमय बनता है।
  17. धन की प्राप्ति: गुरु की कृपा से व्यक्ति को धन और संपत्ति की प्राप्ति होती है।
  18. संस्कारों की प्राप्ति: गुरु पूजा से व्यक्ति को अच्छे संस्कारों की प्राप्ति होती है जो जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  19. विपत्तियों से मुक्ति: गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करने से व्यक्ति को विपत्तियों और संकटों से मुक्ति मिलती है।
  20. सद्गति की प्राप्ति: गुरु की कृपा से व्यक्ति को मोक्ष और सद्गति की प्राप्ति होती है।
  21. गुरु मंत्रः ॐ गुं गुरुभ्योः नमः

गुरु पूर्णिमा से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न 1: गुरु पूर्णिमा क्या है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा एक महत्वपूर्ण हिंदू और बौद्ध पर्व है जो गुरु के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से शिक्षकों, आध्यात्मिक गुरुओं और मार्गदर्शकों के प्रति श्रद्धा और आभार प्रकट करने का दिन है।

प्रश्न 2: गुरु पूर्णिमा कब मनाई जाती है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा आषाढ़ माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है। 2024 में, गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई को मनाई जाएगी।

प्रश्न 3: गुरु पूर्णिमा का क्या महत्व है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा का महत्व भारतीय संस्कृति में अत्यधिक है। गुरु हमें अज्ञानता के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं। यह पर्व हमें हमारे गुरुओं की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है और हमें उनके प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है।

प्रश्न 4: गुरु पूर्णिमा किसके जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा महर्षि वेदव्यास के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है, जिन्होंने वेदों का संकलन किया था और महाभारत की रचना की थी।

प्रश्न 5: गुरु पूर्णिमा पर कौन-कौन से अनुष्ठान किए जाते हैं?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा पर प्रातःकाल स्नान, गुरु की पूजा, मंत्र जाप, गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करना, गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करना, सत्संग और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।

प्रश्न 6: गुरु पूर्णिमा पर गुरु की पूजा कैसे की जाती है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा पर गुरु की तस्वीर या मूर्ति को स्वच्छ स्थान पर स्थापित कर, पुष्प, धूप, दीप, चंदन, कुमकुम, अक्षत, फल, मिठाई आदि से पूजा की जाती है। गुरु मंत्र का जाप और आरती भी की जाती है।

प्रश्न 7: गुरु पूर्णिमा व्रत के क्या लाभ हैं?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा व्रत से आध्यात्मिक विकास, गुरु की कृपा, ज्ञान की प्राप्ति, संतान सुख, स्वास्थ्य लाभ, मानसिक शांति, समाज में सम्मान, दुश्मनों से सुरक्षा, धार्मिक उन्नति, कर्मों का शुद्धिकरण, अवसाद से मुक्ति, सकारात्मक ऊर्जा, परिवार में सुख-शांति, आध्यात्मिक मार्गदर्शन, भविष्य की सुरक्षा, विवाह में सफलता, धन की प्राप्ति, अच्छे संस्कार, विपत्तियों से मुक्ति, और सद्गति की प्राप्ति होती है।

प्रश्न 8: क्या गुरु पूर्णिमा केवल हिंदू धर्म में मनाई जाती है?

उत्तर: नहीं, गुरु पूर्णिमा हिंदू धर्म के साथ-साथ बौद्ध धर्म में भी मनाई जाती है। बौद्ध धर्म में इसे गौतम बुद्ध के पहले उपदेश के दिन के रूप में मनाया जाता है।

प्रश्न 9: गुरु पूर्णिमा का व्रत कैसे रखा जाता है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा का व्रत रखने वाले व्यक्ति प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करते हैं, गुरु की पूजा करते हैं, दिनभर उपवास रखते हैं, और गुरु के आशीर्वाद की प्राप्ति करते हैं।

प्रश्न 10: गुरु पूर्णिमा पर कौन से मंत्र का जाप किया जाता है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा पर गुरु मंत्र का जाप किया जाता है। प्रमुख गुरु मंत्र इस प्रकार है: “ॐ गुरवे नमः”।

प्रश्न 11: गुरु पूर्णिमा पर किस प्रकार का भोजन बनाया जाता है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा पर सात्विक भोजन तैयार किया जाता है, जिसमें फल, मिठाई, पंचामृत आदि शामिल होते हैं। इस भोजन को गुरु को अर्पित किया जाता है और फिर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है।

प्रश्न 12: गुरु पूर्णिमा पर क्या विशेष सत्संग का आयोजन होता है?

उत्तर: हां, गुरु पूर्णिमा पर विशेष सत्संग और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है, जिसमें गुरु के उपदेशों का श्रवण और उनके जीवन के प्रेरणादायक प्रसंगों का वर्णन किया जाता है।

प्रश्न 13: गुरु पूर्णिमा का महत्व विद्यार्थियों के लिए क्या है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा विद्यार्थियों के लिए विशेष महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन वे अपने शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर सकते हैं और उनके आशीर्वाद से ज्ञान और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

प्रश्न 14: गुरु पूर्णिमा पर कौन-कौन से तीर्थ स्थलों पर विशेष आयोजन होते हैं?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा पर विशेष आयोजन काशी, हरिद्वार, ऋषिकेश, तिरुपति, और अन्य प्रमुख तीर्थ स्थलों पर होते हैं। यहां पर भव्य पूजा और सत्संग का आयोजन किया जाता है।

प्रश्न 15: गुरु पूर्णिमा का क्या धार्मिक महत्व है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा का धार्मिक महत्व अत्यधिक है क्योंकि इस दिन गुरु की पूजा और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने से व्यक्ति को धर्म, ज्ञान, और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

प्रश्न 16: गुरु पूर्णिमा का पर्व कैसे मनाया जाता है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा का पर्व गुरु की पूजा, मंत्र जाप, उपवास, सत्संग, भजन-कीर्तन, और गरीबों को दान देकर मनाया जाता है। इस दिन गुरु के उपदेशों का पालन करने का संकल्प लिया जाता है।

प्रश्न 17: गुरु पूर्णिमा पर क्या विशेष प्रकार की पूजा की जाती है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा पर विशेष गुरु पूजा की जाती है जिसमें गुरु को पुष्प, धूप, दीप, चंदन, कुमकुम, फल, मिठाई आदि अर्पित किए जाते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।

प्रश्न 18: गुरु पूर्णिमा का पर्व किस तरह की मानसिकता को प्रोत्साहित करता है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा का पर्व कृतज्ञता, श्रद्धा, भक्ति, और समर्पण की मानसिकता को प्रोत्साहित करता है। यह पर्व व्यक्ति को उसके गुरु के प्रति समर्पित और कृतज्ञ बनाता है।

प्रश्न 19: गुरु पूर्णिमा पर गुरु के प्रति सम्मान व्यक्त करने के क्या अन्य तरीके हो सकते हैं?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा पर गुरु के प्रति सम्मान व्यक्त करने के अन्य तरीके हो सकते हैं, जैसे गुरु के जीवन और उपदेशों का अनुसरण करना, उनकी शिक्षाओं को जीवन में लागू करना, और गुरु के प्रति सच्ची भक्ति और समर्पण प्रकट करना।

प्रश्न 20: गुरु पूर्णिमा का पर्व कैसे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है?

उत्तर: गुरु पूर्णिमा का पर्व समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है क्योंकि यह लोगों को उनके गुरुओं के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए प्रेरित करता है। गुरु की शिक्षाओं का पालन करने से समाज में ज्ञान, धर्म, और नैतिकता का विकास होता है।

प्रश्न 21: अपने गुरु को क्या भेट देनी चाहिये?

गुरु का आशिर्वाद लेकर अपने गुरु को कुछ भी अवश्य भेट करे।

अंत में

गुरु पूर्णिमा का पर्व हमें हमारे जीवन में गुरुओं के महत्व और उनकी भूमिका की याद दिलाता है। यह दिन हमें अपने गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। 2024 में, 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी, और इस दिन हमें अपने गुरुओं की पूजा और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने का संकल्प लेना चाहिए। गुरु पूर्णिमा के व्रत और पूजा से हमें अनेक लाभ प्राप्त होते हैं और यह पर्व हमें आध्यात्मिक और सामाजिक उन्नति के मार्ग पर अग्रसर करता है। गुरु की कृपा से हम जीवन में सफलता, समृद्धि, और शांति प्राप्त कर सकते हैं। इस पर्व को मनाकर हम अपने गुरुओं के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति प्रकट करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।