मनोकामना पूर्ण करने वाली महाकाली का काली कवच मंत्र बहुत ही शक्तिशाली माना जाता है। ये अपने भक्त की हर परिस्थिती मे रक्षा करती है।
काली कवच मंत्र का संपूर्ण अर्थ
काली कवच मंत्र एक शक्तिशाली तांत्रिक मंत्र है जिसका उपयोग साधक अपनी सुरक्षा, शक्ति और मनोबल को बढ़ाने के लिए करते हैं। इस मंत्र का संपूर्ण अर्थ इस प्रकार है:
॥ॐ क्रीं कालिके क्रीं हुं फट्ट॥
- ॐ: यह बीज मंत्र है जो ब्रह्मांड की ऊर्जा का प्रतीक है।
- क्रीं: यह काली माता का बीज मंत्र है, जो उनकी शक्ति और ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है।
- कालिके: यह काली माता का नाम है, जो सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाओं और बाधाओं को नष्ट करने वाली हैं।
- हुं: यह बीज मंत्र है जो दिव्य ऊर्जा और शक्ति का संकेत है।
- फट्ट: यह मंत्र का समापन करने वाला शब्द है, जो नकारात्मकता को काटता है और साधक को सुरक्षा प्रदान करता है।
काली कवच मंत्र विधि
काली कवच मंत्र को जपने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करना चाहिए:
मंत्र जप का दिन, अवधि और मुहुर्थ
- दिन: काली कवच मंत्र का जप किसी भी दिन किया जा सकता है, लेकिन मंगलवार, शनिवार और अमावस्या का दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
- अवधि: मंत्र जप की अवधि ११ से २१ दिन तक होनी चाहिए। यह अवधि साधक की इच्छानुसार बढ़ाई भी जा सकती है।
- मुहुर्थ: ब्रह्म मुहुर्त (सुबह ४ बजे से ६ बजे तक) का समय मंत्र जप के लिए सबसे शुभ माना जाता है।
सामग्री
लाल वस्त्र (बैठने के लिए)
- लाल चंदन की माला (१०८ मोतियों वाली)
- धूप और दीपक
- लाल फूल
- काली माता की प्रतिमा या तस्वीर
- शुद्ध जल
- प्रसाद (मिठाई या फल)
जप की संख्या
- एक माला (१०८ बार) से लेकर
- ग्यारह माला (११८८ बार) तक रोज जप करें।
नियम
- शुद्धता: मंत्र जप करने से पहले स्नान करें और शुद्ध वस्त्र धारण करें।
- एकाग्रता: मन को एकाग्र करें और ध्यान को काली माता की प्रतिमा या तस्वीर पर केंद्रित करें।
- आसन: लाल वस्त्र पर बैठकर मंत्र जप करें।
- माला: मंत्र जप के लिए लाल चंदन की माला का उपयोग करें।
- नियमितता: मंत्र जप नियमित रूप से एक ही समय पर करें।
- मौन: मंत्र जप के दौरान मौन रहें और अनावश्यक बातें न करें।
- विश्वास: पूर्ण विश्वास और श्रद्धा के साथ मंत्र जप करें।
- प्रसाद: मंत्र जप के बाद काली माता को प्रसाद अर्पित करें।
मंत्र जप की सावधानियाँ
- अनुशासन: मंत्र जप के दौरान अनुशासन बनाए रखें और विधि का पालन करें।
- नकारात्मक विचार: नकारात्मक विचारों को मन में न आने दें।
- बाहरी हस्तक्षेप: मंत्र जप के दौरान बाहरी हस्तक्षेप से बचें।
- समय: एक ही समय पर मंत्र जप करें, समय बदलने से ऊर्जा का प्रवाह बाधित हो सकता है।
- संयम: मंत्र जप के दौरान संयम रखें और धैर्यपूर्वक जप करें।
- शुद्धता: मंत्र जप के समय और स्थान की शुद्धता का ध्यान रखें।
काली कवच मंत्र से संबंधित प्रश्न और उत्तर
- काली कवच मंत्र क्या है?
- काली कवच मंत्र एक शक्तिशाली तांत्रिक मंत्र है जिसका उपयोग साधक अपनी सुरक्षा, शक्ति और मनोबल को बढ़ाने के लिए करते हैं।
- काली कवच मंत्र का अर्थ क्या है?
- काली कवच मंत्र का अर्थ है कि यह मंत्र काली माता की शक्ति और ऊर्जा को जागृत करता है और साधक को सुरक्षा प्रदान करता है।
- काली कवच मंत्र का जप कब किया जाना चाहिए?
- काली कवच मंत्र का जप ब्रह्म मुहुर्त (सुबह ४ बजे से ६ बजे तक) में करना चाहिए।
- काली कवच मंत्र कितने दिन जपना चाहिए?
- काली कवच मंत्र का जप ११ से २१ दिन तक करना चाहिए।
- काली कवच मंत्र के लिए कौन सा दिन शुभ है?
- मंगलवार, शनिवार और अमावस्या का दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
- काली कवच मंत्र के जप के लिए कौन सी सामग्री चाहिए?
- लाल वस्त्र, लाल चंदन की माला, धूप, दीपक, लाल फूल, काली माता की प्रतिमा या तस्वीर, शुद्ध जल, और प्रसाद की आवश्यकता होती है।
- काली कवच मंत्र कितनी बार जपना चाहिए?
- एक माला (१०८ बार) से लेकर ग्यारह माला (११८८ बार) तक रोज जपना चाहिए।
- मंत्र जप के दौरान कौन-कौन से नियमों का पालन करना चाहिए?
- शुद्धता, एकाग्रता, आसन, माला, नियमितता, मौन, विश्वास, और प्रसाद का पालन करना चाहिए।
- काली कवच मंत्र का उपयोग किसके लिए किया जाता है?
- काली कवच मंत्र का उपयोग सुरक्षा, शक्ति, मनोबल, और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव के लिए किया जाता है।
- काली कवच मंत्र का प्रभाव कब दिखाई देता है?
- काली कवच मंत्र का प्रभाव नियमित और श्रद्धा के साथ जप करने पर कुछ दिनों में दिखाई देने लगता है।
- क्या काली कवच मंत्र का जप महिलाएं कर सकती हैं?
- हां, महिलाएं भी काली कवच मंत्र का जप कर सकती हैं।