Sunday, December 22, 2024

Buy now

spot_img
spot_img

Kamakhya Sabar Mantra -Remove all types of obstructions

कामख्या साबर मंत्र: आर्थिक व शत्रु बंधन तोड़े

आर्थिक बंधन तोड़ने वाली कामख्या साबर मंत्र का जप ग्रहस्थ ब्यक्तियों के लिये महत्वपूर्ण माना गया है। इसे विशेष रूप से बाधाओं को दूर करने, नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षा, और विभिन्न प्रकार के बंधनों को तोड़ने के लिए उपयोग किया जाता है। यह मंत्र देवी कामख्या की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है, जो कि तंत्र विद्या की प्रमुख देवी मानी जाती हैं।

कामख्या साबर मंत्र का अर्थ

कामख्या साबर मंत्र “॥ॐ क्लीं कामख्या नज़र तोड़े, बंधन तोड़े, बाधा तोड़े, शत्रु की बुद्धि तोड़े, न तोडे तो उमानंद भैरव की आन॥” का अर्थ शक्तिशाली और गूढ़ है। इसे निम्नलिखित भागों में समझा जा सकता है:

  • ॐ: यह मंत्र की शुरुआत में प्रयुक्त ब्रह्मांड की आदिशक्ति का प्रतीक है, जो समस्त सृष्टि की ध्वनि है।
  • क्लीं: यह बीज मंत्र है जो शक्ति, आकर्षण और अभिलाषाओं की पूर्ति का प्रतीक है।
  • कामख्या: यह देवी कामख्या का आह्वान है, जो सभी बाधाओं को दूर करने वाली और भक्तों की इच्छाओं को पूर्ण करने वाली हैं।
  • नज़र तोड़े: इस वाक्यांश का अर्थ है बुरी नजर को समाप्त करना और नकारात्मक प्रभावों से रक्षा करना।
  • बंधन तोड़े: यह शब्द जीवन के सभी प्रकार के बंधनों को तोड़ने का अनुरोध करता है, चाहे वे आर्थिक, शारीरिक या मानसिक हों।
  • बाधा तोड़े: इसका अर्थ है सभी प्रकार की बाधाओं को समाप्त करना।
  • शत्रु की बुद्धि तोड़े: यह मंत्र शत्रुओं की बुद्धि को भ्रमित करने और उन्हें निष्क्रिय करने का काम करता है।
  • न तोडे तो उमानंद भैरव की आन: यह वाक्यांश देवी के नाम की शक्ति और उमानंद भैरव की प्रतिष्ठा की कसम खाता है, जो मंत्र को और भी प्रभावशाली बनाता है।

इस प्रकार, पूरे मंत्र का अर्थ है: “हे कामख्या देवी, बुरी नजर, बंधन, बाधाएं और शत्रुओं की बुद्धि को समाप्त करें, अगर ऐसा न हो तो उमानंद भैरव की आन है।”

कामख्या साबर मंत्र के लाभ

  1. नौकरी का बंधन तोड़े: यह मंत्र व्यक्ति को नौकरी में आने वाले अवरोधों और बंधनों से मुक्त करता है।
  2. दुकान का बंधन: इस मंत्र के जप से व्यापार या दुकान में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं, और व्यापार में वृद्धि होती है।
  3. सुख-शांति का बंधन: मंत्र का जप परिवार और व्यक्तिगत जीवन में सुख-शांति और सौहार्द्रता को बढ़ाता है।
  4. मंगल कार्य में सफलता: इस मंत्र का जप करते हुए किसी भी मंगल कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश आदि में सफलता प्राप्त होती है।
  5. विवाहित जीवन: यह मंत्र विवाहित जीवन में आ रही परेशानियों और विवादों को दूर करता है, जिससे दांपत्य जीवन सुखमय होता है।
  6. सही निर्णय: इस मंत्र के जप से व्यक्ति को सही निर्णय लेने में सहायता मिलती है।
  7. सुंदरता: मंत्र का जप चेहरे और शरीर की आभा को बढ़ाता है, जिससे व्यक्ति आकर्षक दिखाई देता है।
  8. आकर्षक व्यक्तित्व: यह मंत्र व्यक्तित्व में आकर्षण और प्रभावशीलता को बढ़ाता है।
  9. शत्रु नाश: यह मंत्र शत्रुओं से रक्षा करता है और उनके बुरे इरादों को विफल करता है।
  10. नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति: इस मंत्र का जप नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है और सकारात्मकता का संचार करता है।
  11. धन और समृद्धि: मंत्र का जप करने से व्यक्ति को आर्थिक समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है।
  12. स्वास्थ्य लाभ: इस मंत्र का नियमित जप शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है।
  13. मन की शांति: मंत्र के जप से व्यक्ति के मन को शांति और संतुलन मिलता है।
  14. आध्यात्मिक उन्नति: यह मंत्र व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होता है और उसे मोक्ष की ओर अग्रसर करता है।
  15. सभी बाधाओं से मुक्ति: यह मंत्र जीवन में आने वाली सभी प्रकार की बाधाओं और कठिनाइयों को समाप्त करता है।

विधि

कामख्या साबर मंत्र का जप एक विशेष विधि से किया जाना चाहिए, ताकि उसका अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके।

मंत्र जप का दिन, अवधि और मुहूर्त

  • दिन: इस मंत्र का जप मंगलवार, शनिवार या रविवार को शुरू करना शुभ माना जाता है। ये दिन देवी के विशेष दिन होते हैं।
  • अवधि: मंत्र जप को ११ से २१ दिनों तक नियमित रूप से करना चाहिए।
  • मुहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह ४ से ६ बजे) या रात का पहला पहर (८ से १० बजे) मंत्र जप के लिए सबसे शुभ समय होता है।

मंत्र जप सामग्री

  • एक रुद्राक्ष या लाल चंदन की माला
  • लाल वस्त्र (या सफेद वस्त्र)
  • दीया, धूप, और अगरबत्ती
  • लाल या सफेद फूल
  • नैवेद्य (मीठा, फल आदि)
  • पीला चंदन और कुमकुम

कामख्या साबर मंत्र जप संख्या

इस मंत्र का जप ११ माला (एक माला में १०८ मोती होते हैं) यानी ११८८ बार करना चाहिए। इस संख्या को प्रतिदिन जप करना चाहिए, और इसे ११ से २१ दिन तक जारी रखना चाहिए।

कामख्या साबर मंत्र जप के नियम

  1. उम्र: इस मंत्र का जप २० वर्ष से ऊपर के स्त्री-पुरुष कर सकते हैं।
  2. वस्त्र: जप के समय नीले या काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
  3. धूम्रपान और मासाहार: मंत्र जप के दौरान धूम्रपान, शराब, पान, और मासाहार का सेवन नहीं करना चाहिए।
  4. ब्रह्मचर्य: मंत्र जप के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना आवश्यक है।
  5. स्नान: जप से पहले स्नान करना और शुद्ध वस्त्र धारण करना चाहिए।
  6. स्थान: जप के लिए शांत और पवित्र स्थान का चयन करना चाहिए।
  7. आसन: कुश या लाल कपड़े के आसन पर बैठकर जप करना चाहिए।
  8. आहार: मंत्र जप के दौरान हल्का और सात्विक आहार ग्रहण करना चाहिए।
  9. संकल्प: जप से पहले संकल्प लेकर देवी से अपनी मनोकामना व्यक्त करें।
  10. नियमितता: जप में नियमितता बनाए रखें और प्रतिदिन एक ही समय पर जप करें।
  11. वाणी की शुद्धता: मंत्र जप के समय वाणी की शुद्धता बनाए रखें और अपशब्दों का प्रयोग न करें।
  12. ध्यान: मंत्र जप के साथ देवी कामख्या का ध्यान करें।
  13. मन का नियंत्रण: जप के समय मन को एकाग्र रखें और इसे भटकने न दें।
  14. अभिमान: मंत्र के प्रभाव से अहंकार से बचें और विनम्रता बनाए रखें।
  15. गुरु का आशीर्वाद: यदि संभव हो, तो गुरु से आशीर्वाद लेकर मंत्र जप शुरू करें।

Kamakhya sadhana shivir

मंत्र जप सावधानियां

  1. आत्म-विश्वास: मंत्र जप करते समय आत्म-विश्वास बनाए रखें, लेकिन अति-आत्मविश्वास से बचें।
  2. ध्यान: जप के दौरान किसी अन्य कार्य में मन न लगाएं।
  3. मंत्र की शक्ति: मंत्र की शक्ति को समझें और इसका सम्मान करें।
  4. समय: जप के लिए प्रतिदिन एक ही समय का चयन करें।
  5. वातावरण: जप के समय का वातावरण शांत और पवित्र होना चाहिए।
  6. विचार: नकारात्मक विचारों से बचें और सकारात्मक सोच बनाए रखें।
  7. धैर्य: मंत्र जप के परिणाम में समय लग सकता है, इसलिए धैर्य बनाए रखें।
  8. विश्रांति: जप के बाद ध्यान और विश्रांति करें।
  9. संपर्क: जप के दौरान किसी से बात न करें।
  10. भक्ति: मंत्र जप को श्रद्धा और भक्ति के साथ करें।
  11. संतोष: मंत्र जप के बाद जो भी फल प्राप्त हो, उसे संतोष के साथ स्वीकार करें।
  12. शुद्धता: मंत्र जप के दौरान शरीर और मन की शुद्धता बनाए रखें।
  13. वाणी: जप के दौरान अपनी वाणी को शुद्ध और मधुर रखें।
  14. अनुशासन: मंत्र जप के सभी नियमों का पालन करें और अनुशासन बनाए रखें।
  15. गुरु-आज्ञा: यदि आप गुरु के मार्गदर्शन में जप कर रहे हैं, तो उनकी आज्ञा का पालन करें।

Spiritual store

कामख्या साबर मंत्र से संबंधित प्रश्न-उत्तर

  1. कामख्या साबर मंत्र किसके लिए उपयुक्त है?
    यह मंत्र उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो जीवन में बाधाओं का सामना कर रहे हैं और उन्हें दूर करना चाहते हैं।
  2. क्या इस मंत्र का जप किसी विशेष दिन करना चाहिए?
    हां, इस मंत्र का जप मंगलवार, शनिवार या रविवार को करना शुभ माना जाता है।
  3. मंत्र जप के लिए कौन से वस्त्र पहनने चाहिए?
    जप के समय लाल या सफेद वस्त्र पहनने चाहिए।
  4. क्या मंत्र जप के दौरान मांसाहार का सेवन कर सकते हैं?
    नहीं, मंत्र जप के दौरान मांसाहार, धूम्रपान और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
  5. मंत्र जप के लिए क्या सामग्री की आवश्यकता होती है?
    रुद्राक्ष या लाल चंदन की माला, लाल वस्त्र, दीया, धूप, अगरबत्ती, लाल या सफेद फूल, नैवेद्य, और पीला चंदन।
  6. क्या मंत्र जप से व्यापार में वृद्धि हो सकती है?
    हां, मंत्र जप से व्यापार में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और व्यापार में वृद्धि होती है।
  7. मंत्र जप के दौरान किस आसन पर बैठना चाहिए?
    कुश या लाल कपड़े के आसन पर बैठकर जप करना चाहिए।
  8. क्या मंत्र जप से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है?
    हां, मंत्र जप से धन और समृद्धि प्राप्त होती है।
  9. मंत्र जप के लिए कौन सा समय सबसे अच्छा होता है?
    ब्रह्म मुहूर्त (सुबह ४ से ६ बजे) या रात का पहला पहर (८ से १० बजे) मंत्र जप के लिए सबसे अच्छा समय होता है।
  10. क्या इस मंत्र का जप बिना गुरु के किया जा सकता है?
    हां, इस मंत्र का जप बिना गुरु के भी किया जा सकता है, लेकिन गुरु का मार्गदर्शन हमेशा लाभकारी होता है।
  11. क्या इस मंत्र से शत्रुओं से रक्षा हो सकती है?
    हां, इस मंत्र का जप शत्रुओं से रक्षा करता है और उनके बुरे इरादों को विफल करता है।

spot_img
spot_img

Related Articles

KAMAKHYA SADHANA SHIVIRspot_img
PITRA DOSHA NIVARAN PUJANspot_img

Latest Articles

FREE HOROSCOPE CONSULTINGspot_img
BAGALAMUKHI SHIVIR BOOKINGspot_img
Select your currency