🌺 कात्यायनी कुंभ विवाह पूजन शिविर – वट पूर्णिमा पर दुर्लभ विवाह योग की चमत्कारी साधना
📅 तिथि: 10 जून 2025 (वट पूर्णिमा)
📍स्थान: दिव्ययोग आश्रम
Katyayani Kumbh Vivah Puja शिविर का आयोजन दिव्ययोग आश्रम द्वारा इस वट पूर्णिमा को किया जा रहा है। यह मुहूर्त साल में एक बार आता है जब सुहागिन स्त्रियाँ वट वृक्ष की पूजा कर अपने पति की दीर्घायु और वैवाहिक सुख के लिए व्रत रखती हैं। इसी दुर्लभ तिथि पर, उन स्त्रियों और पुरुषों के लिए यह कात्यायनी कुंभ विवाह पूजन शिविर अत्यंत फलदायी सिद्ध होता है, जिनके विवाह में बार-बार बाधाएँ आती हैं, जिनकी सगाई टूट रही है, या जो अपने मनपसंद जीवनसाथी की तलाश में हैं।
💫 क्या है कात्यायनी कुंभ विवाह पूजन शिविर की विशेषता?
कात्यायनी देवी को विवाह बाधा निवारण की देवी माना गया है। इस शिविर में उनके साथ कुंभ विवाह की विशेष पूजा की जाती है। इसमें कन्या का विवाह श्रीकृष्ण की मूर्ति से और पुरुष का विवाह वट वृक्ष की लकड़ी से करवाया जाता है। यह पूजा विवाह में आ रही अदृश्य बाधाओं को दूर करती है।
🌿 वट पूर्णिमा और कात्यायनी कुंभ विवाह पूजन शिविर का संबंध
वट पूर्णिमा का दिन स्त्रियों के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस दिन व्रत रखने और पूजन करने से वैवाहिक जीवन में सुख, समृद्धि और स्थायित्व आता है। यही कारण है कि इसी दिन कात्यायनी कुंभ विवाह पूजन शिविर का आयोजन किया गया है।
🙏 कात्यायनी कुंभ विवाह पूजन शिविर से मिलने वाले दिव्य लाभ
🔷 1. विवाह योग्य युवतियों को शीघ्र विवाह का योग बनता है
कात्यायनी पूजन से योग्य वर मिलने की संभावनाएँ बढ़ती हैं।
🔷 2. सगाई टूटने की समस्या दूर होती है
पूजन से बार-बार सगाई टूटने की बाधा समाप्त होती है।
🔷 3. विवाह में आ रही अदृश्य तांत्रिक बाधाएँ समाप्त होती हैं
कात्यायनी मंत्रों से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
🔷 4. परिवार की तरफ से विवाह में आ रहे विरोध कम होते हैं
माता की कृपा से परिवारजन का मन भी बदलता है।
🔷 5. रिश्तों में प्रेम और समझ बनी रहती है
पूजन से पति-पत्नी के बीच मधुर संबंध बनते हैं।
🔷 6. कुंभ विवाह से ग्रह दोषों का शमन होता है
खासकर मंगल दोष और राहु-केतु की बाधाएँ समाप्त होती हैं।
🔷 7. विवाह में देरी की समस्या का समाधान होता है
यह पूजन योग्य समय पर विवाह सुनिश्चित करता है।
🔷 8. तलाक जैसी स्थिति से बचाव होता है
पति-पत्नी में अलगाव टल जाता है।
🔷 9. वैवाहिक जीवन में आने वाले कलह समाप्त होते हैं
पूजन से दाम्पत्य जीवन में सुख आता है।
🔷 10. अविवाहित युवकों के लिए योग्य कन्या का योग बनता है
भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद शीघ्र विवाह कराता है।
🔷 11. विवाह संबंधों में आए तीसरे व्यक्ति से मुक्ति मिलती है
रिश्तों में हस्तक्षेप करने वाले दूर हो जाते हैं।
🔷 12. आध्यात्मिक संतुलन प्राप्त होता है
यह पूजन आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है।
🔷 13. माता कात्यायनी की विशेष कृपा प्राप्त होती है
पूरे वर्ष मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
🔷 14. जिनका रिश्ता बार-बार टूट रहा हो, उन्हें स्थिरता मिलती है
पूजा से बाधा रहित संबंध बनते हैं।
🔷 15. मनपसंद जीवनसाथी की प्राप्ति होती है
श्रीकृष्ण पूजन से मनचाहा रिश्ता बनता है।
🔷 16. मानसिक और आत्मिक शांति मिलती है
पूजन से मन और आत्मा को राहत मिलती है।
🔷 17. अविवाहित स्त्रियों के लिए विशेष अनुकूलता मिलती है
विवाह योग्य ऊर्जा का संचार होता है।
🔷 18. पूजा के बाद सिद्ध यंत्र व रक्षा कवच प्राप्त होता है
जो जीवन भर विवाह सुख की रक्षा करता है।
🧘♀️ कौन इस कात्यायनी कुंभ विवाह पूजन शिविर में भाग ले सकता है?
👩🦰 1. 20 वर्ष से अधिक आयु की अविवाहित स्त्रियाँ
जो विवाह की प्रतीक्षा में हैं।
👨 2. विवाह योग्य युवक
जिनकी कुंडली में विवाह बाधा है।
💔 3. विवाहित जोड़े जिनका संबंध तनावपूर्ण है
जो अपने जीवन में सुधार लाना चाहते हैं।
❤️🔥 4. प्रेम विवाह के इच्छुक युवक-युवतियाँ
जिन्हें सामाजिक या पारिवारिक बाधा है।
🙏 5. तलाक या ब्रेकअप से गुज़र चुके लोग
जो नए जीवन की शुरुआत करना चाहते हैं।
🌐 ऑनलाइन और ऑफलाइन भागीदारी की सुविधा
दिव्ययोग आश्रम द्वारा इस शिविर में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों रूपों में भाग लिया जा सकता है।
👉 ऑनलाइन सहभागी को विशेष वीडियो लिंक, मंत्र, पूजन सामग्री सूची और डिजिटल यंत्र प्राप्त होगा।
👉 ऑफलाइन प्रतिभागियों को आश्रम में रहकर साधना करने का अवसर मिलेगा।
📋 कात्यायनी कुंभ विवाह पूजन शिविर के नियम और अनुशासन
✅ 1. केवल 20 वर्ष या उससे ऊपर के व्यक्ति भाग लें।
✅ 2. स्त्री-पुरुष दोनों भाग ले सकते हैं।
❌ 3. नीले या काले रंग के वस्त्र न पहनें।
❌ 4. धूम्रपान, मांसाहार और मद्यपान न करें।
✅ 5. ब्रह्मचर्य का पालन आवश्यक है।
✅ 6. मन शांत और श्रद्धायुक्त हो।
🛡️ पूजन के बाद क्या प्राप्त होगा?
- सिद्ध कात्यायनी यंत्र
- ऊर्जा से चार्ज किया गया कवच
- विशेष विवाह बाधा निवारण मंत्र
❓ कात्यायनी कुंभ विवाह पूजन शिविर – मुख्य प्रश्न उत्तर
🔸 प्रश्न 1: यह शिविर कब और कहाँ है?
उत्तर: 10 जून 2025, वट पूर्णिमा के दिन, दिव्ययोग आश्रम में।
🔸 प्रश्न 2: क्या ऑनलाइन भाग लेना संभव है?
उत्तर: हाँ, पूर्ण ऑनलाइन पूजन सुविधा और मार्गदर्शन उपलब्ध है।
🔸 प्रश्न 3: क्या पुरुष भी भाग ले सकते हैं?
उत्तर: हाँ, यह शिविर स्त्री-पुरुष दोनों के लिए खुला है।
🔸 प्रश्न 4: क्या कुंभ विवाह पूजा सभी कर सकते हैं?
उत्तर: अविवाहित युवक-युवतियाँ और विवाह में समस्या झेल रहे विवाहित भी कर सकते हैं।
🔸 प्रश्न 5: विवाह में बार-बार बाधा आ रही है, क्या लाभ होगा?
उत्तर: यह पूजा आपकी कुंडली से संबंधित ग्रह बाधा और तांत्रिक दोष को शांति देती है।
🔸 प्रश्न 6: विवाह योग्य स्त्रियाँ कैसे लाभ लें?
उत्तर: वे श्रीकृष्ण से विवाह कर पवित्रता व योग्यता अर्जित करेंगी।
🔸 प्रश्न 7: प्रेम विवाह संभव होगा क्या?
उत्तर: हाँ, मंत्र सिद्धि से परिवार का विरोध समाप्त होता है।
🔸 प्रश्न 8: क्या यंत्र और कवच मिलेगा?
उत्तर: हाँ, सिद्ध कात्यायनी यंत्र व कवच प्राप्त होगा।
🔸 प्रश्न 9: शिविर की फीस क्या है?
उत्तर: पंजीकरण के बाद विवरण भेजा जाएगा। दान रूप में है।
🔸 प्रश्न 10: क्या दूसरी बार भी यह शिविर हो सकता है?
उत्तर: यह विशेष मुहूर्त वर्ष में केवल एक बार आता है।
🔸 प्रश्न 11: क्या साधना गाइड भी मिलेगी?
उत्तर: हाँ, डिजिटल और प्रिंट गाइड दोनों मिलेंगे।
🔸 प्रश्न 12: पंजीकरण कैसे करें?
उत्तर: वेबसाइट या WhatsApp नंबर पर संपर्क करें:
📞 8652439844 / 7710812329
📧 di*************@***il.com
Pujan shivir booking– https://mantravidya.com/pujan-shivir/
🕉️ आइए, अपने विवाह और संबंधों में लाएँ चमत्कारी परिवर्तन
विवाह की राह में आने वाली हर बाधा को अब हटाइए।
कात्यायनी कुंभ विवाह पूजन शिविर का हिस्सा बनकर अपने जीवन में प्रेम, सुख और संतुलन का दीप जलाइए।
दिव्ययोग आश्रम आपके जीवन को आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण करने हेतु सदा तत्पर है।