घुटनों का दर्द हो या गठिया – ये एक्यूप्रेशर पॉइंट और मंत्र बदल देगा जीवन
घुटनों का दर्द और गठिया आजकल सिर्फ बुजुर्गों की नहीं, युवाओं की भी गंभीर समस्या बन चुकी है। यह दर्द चलने, बैठने, उठने, सीढ़ियाँ चढ़ने, या यहां तक कि रात को सोने में भी तकलीफ देता है। दवाएं और तेल कभी अस्थायी राहत तो देते हैं, लेकिन असली समाधान शरीर के ऊर्जा केंद्रों को संतुलित करके ही संभव है।
DivyayogAshram आपके लिए लेकर आया है एक अद्भुत समाधान – एक्यूप्रेशर पॉइंट और वैदिक मंत्र का दिव्य प्रयोग। यह प्रयोग बिना दवा, बिना किसी साइड इफेक्ट के आपके जोड़ों के दर्द को जड़ से कम करने में सहायक हो सकता है। सिर्फ एक सही बिंदु पर दबाव और साथ में दिव्य मंत्र का जाप करने से शरीर की सूक्ष्म ऊर्जा जाग्रत होती है, जिससे घुटनों में चमत्कारी सुधार देखा गया है। यह उपाय घर बैठे, किसी भी समय किया जा सकता है।
एक्यूप्रेशर पॉइंट और मंत्र विधि
पॉइंट:
घुटनों के दर्द के लिए सबसे प्रभावशाली बिंदु है –
ST-36 (Zusanli) बिंदु – यह बिंदु घुटने के ठीक नीचे, टिबिया (शिन बोन) की बाहरी ओर लगभग 3 अंगुल नीचे होता है।
विधि:
- अपने हाथों की उंगलियों या अंगूठे से ST-36 बिंदु पर हल्के से मध्यम दबाव दें।
- दबाव देने का समय – प्रति पैर 1-2 मिनट।
- इस दौरान निम्नलिखित मंत्र का जप करें:
मंत्र:
“ॐ नमो भगवते धन्वंतरये अमृतकलश हस्ताय सर्वरोग निवारणाय स्वाहा।”
(इस मंत्र का 9 या 11 बार उच्चारण करें)
- यह प्रक्रिया दिन में दो बार करें – सुबह और रात को सोने से पहले।
चमत्कारी लाभ
- पुराने घुटनों के दर्द में राहत
- गठिया (Arthritis) के लक्षणों में सुधार
- चलने-फिरने में आसानी
- सूजन और जकड़न में कमी
- दवाओं की निर्भरता में कमी
- ऊर्जा प्रवाह में सुधार
- नींद की गुणवत्ता में वृद्धि
- जीवनशैली में सुधार
- सर्दी-गर्मी के दर्द से राहत
- संतुलन और स्थिरता में सुधार
- ओस्टियोआर्थराइटिस के दर्द में उपयोगी
- जोड़ों की चिकनाई बढ़ाने में सहायक
- बढ़ती उम्र में भी सक्रियता बनाए रखे
- ध्यान और ध्यानाभ्यास में सहायता
- शरीर में सूक्ष्म ऊर्जा जाग्रत होती है
DivyayogAshram के सुझाव
- एक्यूप्रेशर पॉइंट दबाते समय गहरी सांस लें।
- मंत्र का उच्चारण मन से, श्रद्धा सहित करें।
- नियमित प्रयोग से ही स्थायी परिणाम मिलते हैं।
- इसे ध्यान या योग अभ्यास के साथ मिलाकर करने से लाभ दोगुना हो जाता है।
सामान्य प्रश्न
Q1: क्या यह उपाय हर उम्र के व्यक्ति कर सकते हैं?
हाँ, 12 वर्ष से ऊपर के सभी व्यक्ति कर सकते हैं, वृद्धों के लिए यह विशेष रूप से उपयोगी है।
Q2: क्या इस बिंदु को स्वयं दबाया जा सकता है?
हाँ, लेकिन बेहतर परिणाम के लिए किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से दबवाना भी अच्छा रहेगा।
Q3: कितने दिन में असर दिखता है?
कुछ लोगों को 3-5 दिनों में राहत महसूस होती है, जबकि गंभीर मामलों में 15-20 दिन तक लग सकते हैं।
Q4: क्या इसे दवाओं के साथ किया जा सकता है?
हाँ, लेकिन धीरे-धीरे दवाओं की आवश्यकता कम होती जाती है।
Q5: क्या यह उपाय गठिया के सभी प्रकारों में उपयोगी है?
यह अधिकतर प्रकारों में उपयोगी है, विशेषकर ओस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटाइड आर्थराइटिस में।
Q6: क्या यह प्रयोग दिन में एक से अधिक बार किया जा सकता है?
हाँ, सुबह और रात को किया जाना विशेष रूप से लाभकारी है।
Q7: क्या मंत्र जप ज़रूरी है?
हाँ, मंत्र से सूक्ष्म ऊर्जा सक्रिय होती है और प्रयोग की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है।
घुटनों का दर्द और गठिया जैसे रोग यदि जीवन में स्थायी पीड़ा बन गए हैं, तो यह प्रयोग आपके लिए वरदान साबित हो सकता है। DivyayogAshram द्वारा सुझाया गया यह एक्यूप्रेशर और मंत्र आधारित उपाय सरल, प्रभावी और पूरी तरह प्राकृतिक है। न दवा की जरूरत, न साइड इफेक्ट – सिर्फ विश्वास, नियमितता और सही विधि से ही जीवन बदल सकता है।