“सूर्यास्त के बाद 11 दिन की दक्षिणमुखी लक्ष्मी साधना – व्यापार में जबरदस्त लाभ का गुप्त रहस्य”
Lakshmi Sadhana Business Gains – भारतीय तंत्र परंपरा में लक्ष्मी साधना के अनेक स्वरूप हैं, परंतु दक्षिणमुखी लक्ष्मी की साधना अत्यंत दुर्लभ और चमत्कारी मानी जाती है। जब सूर्य अस्त होता है, तब ब्रह्मांड की ऊर्जाएं बदलती हैं और दक्षिण दिशा में लक्ष्मी का विशेष प्रभाव प्रकट होता है। यह साधना विशेषकर व्यापार में तेजी, रुके धन की प्राप्ति, उधारी वापसी, और आर्थिक जड़ता को तोड़ने के लिए अत्यंत प्रभावी है। 11 दिनों तक सूर्यास्त के बाद यह विशेष मंत्र का जप करने से साधक को अलौकिक आर्थिक लाभ, समृद्धि और शक्तिशाली आत्मविश्वास की अनुभूति होती है।
विशेष लाभ
- व्यापार में वृद्धि और लाभ की प्राप्ति
- रुका हुआ धन तेजी से वापस आता है
- आर्थिक संकटों का समाधान होता है
- उधारी व कर्ज से मुक्ति
- ग्राहक आकर्षण में तेजी
- व्यापार में सौभाग्य की स्थिति बनती है
- घर और ऑफिस में लक्ष्मी ऊर्जा का स्थायित्व
- प्रतियोगिता में विजय
- सौभाग्यशाली अवसर मिलना शुरू होते हैं
- आत्मविश्वास व निर्णय क्षमता में वृद्धि
- मन की शांति और सकारात्मकता
- परिवार में आर्थिक संतुलन और सुख
- अचानक धन लाभ की स्थिति
- शेयर बाजार व ऑनलाइन व्यवसाय में सफलता
- दिव्य लक्ष्मी दर्शन के संकेत अनुभव होते हैं
साधना का शुभ मुहूर्त
- यह साधना किसी भी शुक्रवार, पूर्णिमा या अमावस्या से प्रारंभ की जा सकती है।
- विशेष प्रभाव सूर्यास्त के 15 मिनट बाद से 90 मिनट तक का होता है।
- नवरात्रि, दीपावली, गुरु पुष्य, रवि पुष्य या लक्ष्मी पंचमी का दिन विशेष फलदायक होता है।
मंत्र (MANTRA)
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं दक्षिण लक्ष्मेय नमः
साधना विधि
- साधक को सूर्यास्त के बाद स्नान कर शुद्ध लाल वस्त्र धारण करना चाहिए।
- उत्तर की ओर मुख कर आसन पर बैठें।
- सामने लक्ष्मी यंत्र या लक्ष्मी जी की दक्षिणमुखी मुद्रा की फोटो रखें।
- देसी घी का दीपक जलाएं और गुलाब या चंपा की अगरबत्ती लगाएं।
- लाल फूल अर्पित करें और चावल, हल्दी, कुंकुम से पूजन करें।
- मंत्र का 540 बार जाप करें – रोज 11 दिन तक।
- जाप के बाद “लक्ष्मी आरती” करें और मनोकामना बोलें।
नियम
- पूरे 11 दिन ब्रह्मचर्य और सात्विक आहार रखें
- नकारात्मकता से दूर रहें और मन को शांत रखें
- जाप के समय मोबाइल बंद रखें, ध्यान केंद्रित रखें
- एक ही स्थान और आसन का प्रयोग करें
- समय बदलना नहीं चाहिए
- सूर्योदय तक मौन साधना का पालन करें
- फलाहार या हल्का भोजन करें, तामसिक भोजन से बचें
सामान्य प्रश्न
प्र1. क्या इस मंत्र का प्रयोग कोई भी कर सकता है?
हाँ, पुरुष या महिला कोई भी कर सकता है, लेकिन नियमों का पालन आवश्यक है।
प्र2. अगर 11 दिन में कोई दिन छूट जाए तो क्या करें?
अगले दिन दो माला अधिक जप कर लें, लेकिन नियमितता श्रेष्ठ है।
प्र3. क्या लक्ष्मी की कोई विशेष मूर्ति या यंत्र आवश्यक है?
हाँ, दक्षिणमुखी मुद्रा वाली मूर्ति या लक्ष्मी यंत्र श्रेष्ठ होता है।
प्र4. मंत्र जाप के लिए कौन सी माला प्रयोग करें?
स्फटिक माला या कमलगट्टे की माला सबसे उत्तम होती है।
प्र5. क्या इस साधना से तुरंत धन प्राप्त हो सकता है?
कुछ लोगों को तुरंत लाभ होता है, कुछ को स्थिर लेकिन दीर्घकालीन लाभ होता है।
प्र6. क्या यह साधना ऋण मुक्ति में भी सहायक है?
हाँ, विशेष रूप से व्यापार में ऋण समाप्ति के लिए यह अत्यंत प्रभावी है।
प्र7. क्या महिलाएं मासिक धर्म के दौरान साधना कर सकती हैं?
नहीं, उस समय साधना रोक दें और बाद में फिर से 11 दिन करें।
यह साधना सिर्फ धन के लिए नहीं, बल्कि एक समृद्ध और संतुलित जीवन की ओर कदम है। यदि आप भी आर्थिक बदलाव और व्यापार में अद्भुत लाभ की इच्छा रखते हैं, तो सूर्यास्त के बाद की यह साधना अवश्य करें।
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