लक्ष्मी पूजन शिविर 2025 – दीपावली विशेष आयोजन
Laxmi Poojan Shivir दिव्ययोग आश्रम में इस वर्ष 21 अक्टूबर 2025 (दीपावली की पावन रात) को आयोजित किया जा रहा है। यह शिविर केवल साधारण पूजन तक सीमित नहीं होगा बल्कि इसमें दिवाली की रात लक्ष्मी मंत्र से सिद्ध किया गया दिव्य काजल (आंखों पर लगाने योग्य तांत्रिक कवच) भी प्रदान किया जाएगा। दीपावली को धन, समृद्धि और शुभ शकुन का पर्व माना जाता है। ऐसी रात जब मां महालक्ष्मी स्वयं अपने भक्तों के घर पधारती हैं। इस अवसर पर आयोजित लक्ष्मी पूजन शिविर में सम्मिलित होकर साधक जीवनभर के लिए धन, स्वास्थ्य और सौभाग्य की प्राप्ति कर सकता है।
दीपावली की रात्रि को किए गए मंत्रोच्चार, यज्ञ और साधना का महत्व साधारण दिनों से कई गुना अधिक होता है। इसी कारण दिव्ययोग आश्रम यह विशेष शिविर आयोजित कर रहा है ताकि हर साधक मां लक्ष्मी की कृपा से जीवन में आर्थिक उन्नति, सुख-शांति और चमत्कारिक आशीर्वाद प्राप्त कर सके।
दीपावली पर लक्ष्मी पूजन शिविर की अहमियत
- दीपावली की रात ब्रह्मांडीय ऊर्जा और लक्ष्मी तत्त्व अत्यधिक प्रबल होते हैं।
- इस दिन किया गया पूजन तत्काल फलदायी माना जाता है।
- लक्ष्मी मंत्र सिद्ध काजल बुरी दृष्टि और आर्थिक रुकावटों से सुरक्षा देता है।
- दिव्ययोग आश्रम द्वारा विशेष यंत्र और कवच प्रदान किए जाएंगे जो आजीवन साधक की रक्षा करेंगे।
लक्ष्मी पूजन शिविर से प्राप्त होने वाले लाभ
- धन और समृद्धि की प्राप्ति
- व्यवसाय में उन्नति
- आर्थिक संकट से मुक्ति
- कर्ज से छुटकारा
- घर में स्थायी सुख-शांति
- नौकरी में सफलता
- अटका हुआ पैसा वापस मिलना
- संतान सुख में वृद्धि
- परिवार में सौहार्द बढ़ना
- नकारात्मक ऊर्जा का नाश
- शत्रु बाधाओं से मुक्ति
- अचानक धन लाभ
- घर-परिवार में लक्ष्मी का स्थायी वास
- कोर्ट-कचहरी मामलों में सफलता
- विवाह संबंधी रुकावटों का निवारण
- विदेश यात्रा में सफलता
- व्यापार विस्तार के अवसर
- मानसिक शांति और आत्मविश्वास
- भाग्य वृद्धि और सौभाग्य का संयोग
- जीवनभर रक्षा हेतु सिद्ध यंत्र और कवच की प्राप्ति
कौन इस शिविर में भाग ले सकता है?
- यह शिविर हर उस व्यक्ति के लिए है जो धन, समृद्धि और उन्नति की इच्छा रखता है।
- 20 वर्ष से अधिक आयु के स्त्री-पुरुष इसमें भाग ले सकते हैं।
- गृहस्थ, व्यापारी, नौकरीपेशा, विद्यार्थी – सभी इसका लाभ उठा सकते हैं।
- जो साधक व्यक्तिगत रूप से नहीं आ सकते, वे ऑनलाइन माध्यम से भी इस लक्ष्मी पूजन शिविर में शामिल हो सकते हैं।
शिविर में भाग लेने के नियम
- आयु कम से कम 20 वर्ष होनी चाहिए।
- स्त्री और पुरुष दोनों सम्मिलित हो सकते हैं।
- नीले और काले रंग के वस्त्र न पहनें।
- धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार से पूर्ण परहेज करें।
- ब्रह्मचर्य का पालन करें।
- साधना के प्रति श्रद्धा और शुद्ध मन रखें।
पूजन के बाद प्रदान की जाने वाली विशेष वस्तुएँ
- सिद्ध लक्ष्मी यंत्र
- सुरक्षात्मक कवच
- लक्ष्मी मंत्र सिद्ध काजल (दीपावली की रात में तैयार)
ये वस्तुएँ साधक को आजीवन लाभ प्रदान करती हैं और उसके जीवन में स्थायी सुरक्षा और समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
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शिविर से संबंधित सामान्य प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1: लक्ष्मी पूजन शिविर कहाँ आयोजित होगा?
उत्तर: यह शिविर Divyayog Ashram में 21 अक्टूबर 2025 दीपावली की रात आयोजित होगा।
प्रश्न 2: क्या इसमें ऑनलाइन भाग लिया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, जो साधक व्यक्तिगत रूप से नहीं आ सकते, वे ऑनलाइन जुड़ सकते हैं।
प्रश्न 3: क्या शिविर में कोई शुल्क है?
उत्तर: हाँ, पंजीकरण के समय विवरण प्रदान किया जाएगा।
प्रश्न 4: क्या महिलाएँ भाग ले सकती हैं?
उत्तर: जी हाँ, 20 वर्ष से ऊपर की महिलाएँ भी भाग ले सकती हैं।
प्रश्न 5: ब्लू और ब्लैक कपड़े क्यों निषिद्ध हैं?
उत्तर: ये रंग ऊर्जा अवशोषित कर साधना में बाधा डालते हैं।
प्रश्न 6: सिद्ध यंत्र और कवच का उपयोग कैसे करना होगा?
उत्तर: आश्रम द्वारा निर्देशित विधि अनुसार पहनना और पूजन करना होगा।
प्रश्न 7: लक्ष्मी मंत्र सिद्ध काजल का क्या महत्व है?
उत्तर: यह नकारात्मक दृष्टि और आर्थिक रुकावट से रक्षा करता है।
प्रश्न 8: क्या साधक को विशेष आहार नियम पालन करना होगा?
उत्तर: हाँ, धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार से पूर्ण परहेज अनिवार्य है।
प्रश्न 9: क्या विदेश से रहने वाले लोग भी जुड़ सकते हैं?
उत्तर: जी हाँ, ऑनलाइन पंजीकरण कर वे भी लाभ ले सकते हैं।
प्रश्न 10: क्या इस पूजन का लाभ पूरे परिवार को होगा?
उत्तर: हाँ, पूजन करने वाले साधक के साथ उसका परिवार भी लाभान्वित होगा।
प्रश्न 11: क्या शिविर में भाग लेने वालों को मंत्र दिए जाएंगे?
उत्तर: हाँ, साधकों को विशेष लक्ष्मी मंत्र का दीक्षा-जप बताया जाएगा।
प्रश्न 12: क्या इस शिविर में बार-बार भाग लेना चाहिए?
उत्तर: दीपावली की विशेष रात में एक बार भाग लेना ही पर्याप्त है, परंतु हर वर्ष करने से फल कई गुना बढ़ता है।
अंत मे
लक्ष्मी पूजन शिविर दिव्ययोग आश्रम का यह आयोजन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि जीवन को बदल देने वाला अवसर है। दीपावली की रात किए गए इस विशेष पूजन से साधक को सिद्ध मंत्र, यंत्र, कवच और काजल प्राप्त होता है जो जीवनभर उसकी रक्षा करते हैं।
यह शिविर केवल व्यक्तिगत लाभ तक सीमित नहीं है बल्कि परिवार और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी स्थायी आशीर्वाद बनता है। जो साधक व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं हो सकते, वे ऑनलाइन जुड़कर भी समान लाभ पा सकते हैं।
यदि आप धन, सुख और समृद्धि चाहते हैं, तो 21 अक्टूबर 2025 दीपावली की रात Divyayog Ashram में आयोजित लक्ष्मी पूजन शिविर का हिस्सा बनना न भूलें।