Bhagwan shiv ji को भोग मे क्या क्या चढाया जाता है?
Lord Shiva Bhog का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। शिवजी को भोग अर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। शिवजी सरल हृदय देवता हैं और छोटे-छोटे भोग से प्रसन्न हो जाते हैं।
शिवजी को भोग में क्या-क्या चढ़ाया जाता है?
- बेल पत्र: यह शिवजी को अत्यंत प्रिय है और उनकी पूजा का मुख्य अंग है।
- धतूरा: शिवजी को यह फल अत्यधिक प्रिय है और इसे चढ़ाने से विशेष फल मिलता है।
- गंगा जल: गंगा जल अर्पित करना शुभ माना जाता है।
- दूध: शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- दही: शिवजी को दही का भोग विशेष रूप से चढ़ाया जाता है।
- शहद: शहद चढ़ाने से जीवन में मिठास आती है।
- गुड़: गुड़ चढ़ाने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।
- चावल: शिवलिंग पर चावल चढ़ाने से शांतिपूर्ण जीवन मिलता है।
- फूल: विशेष रूप से सफेद और नीले फूल चढ़ाना शुभ होता है।
- फल: मौसमी फल चढ़ाने से शिवजी प्रसन्न होते हैं।
- भस्म: शिवजी को भस्म अत्यंत प्रिय है और यह उनके स्वरूप का प्रतीक है।
- पंचामृत: पंचामृत अर्पित करना अति मंगलकारी होता है।
शिव भोग के लाभ
- धन की प्राप्ति: शिवजी को भोग अर्पित करने से धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।
- शांति: भोग से जीवन में मानसिक शांति प्राप्त होती है।
- स्वास्थ्य लाभ: शिवलिंग पर दूध और पंचामृत चढ़ाने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
- दुर्भाग्य नाश: शिवजी के भोग से नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है।
- वैवाहिक सुख: शिवजी को फल और फूल अर्पित करने से दांपत्य जीवन सुखमय होता है।
- संतान सुख: शिवलिंग पर बेल पत्र और दूध चढ़ाने से संतान सुख मिलता है।
- रोग निवारण: शिवजी की पूजा से गंभीर रोगों से छुटकारा मिलता है।
- कार्य सफलता: शिवजी को पंचामृत चढ़ाने से कार्यों में सफलता मिलती है।
- मोक्ष प्राप्ति: शिवजी को भोग अर्पित करना आत्मा को शुद्ध करता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: शिव पूजा से ध्यान और साधना में सफलता मिलती है।
- भय नाश: शिवजी को भोग चढ़ाने से सभी प्रकार के भय समाप्त होते हैं।
- कुल की उन्नति: शिवजी को भोग अर्पण से पूरे परिवार को लाभ मिलता है।
ध्यान दें
- भगवान शिवजी को चढ़ाई जाने वाली चीज़ें उसकी भक्ति और श्रद्धा के प्रतीक हैं।
- भगवान शिवजी को सादगी पसंद है, इसलिए महंगे चढ़ावे की बजाय, स्वच्छ और भक्ति भाव से चढ़ाए गए चढ़ावे अधिक लाभ प्रद माने जाते हैं।
- भगवान शिवजी को चढ़ाई जाने वाली चीज़ें क्षेत्र, परंपरा और व्यक्तिगत पसंद के अनुसार भिन्न हो सकती हैं।