दीपावली मे लक्ष्मी व तिजोरी पूजन विधि
दीपावली या शुक्रवार के दिन महालक्ष्मी पूजन के साथ तिजोरी का पूजन का विशेष महत्व होता है। इस दिन माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर को स्वच्छ, सुंदर और सजावट से सजाया जाता है ताकि माँ लक्ष्मी घर में प्रवेश कर सुख-समृद्धि और धन-वैभव का आशीर्वाद दें। यहाँ दीवाली पर लक्ष्मी पूजन की सरल और प्रभावशाली विधि दी गई है:
लक्ष्मी पूजन की सामग्री
- लक्ष्मी-गणेश जी की प्रतिमा या तस्वीर
- कलश, नारियल, पान के पत्ते, आम के पत्ते
- रोली, अक्षत (चावल), सिंदूर, हल्दी, कुमकुम
- साबुत सुपारी, लौंग, इलायची, पंचमेवा, मिठाई, फल
- 11 छोटे दीये, तेल या घी, रुई की बत्तियाँ
- पुष्पमाला, गुलाब और कमल के फूल
- गंगाजल, साफ पानी, कपड़े (लक्ष्मी जी के लिए वस्त्र)
- श्रीसूक्त और लक्ष्मी मंत्रों की पुस्तक या सामग्री
- बही खाता
- पेन कलम
पूजन की विधि
- स्वच्छता और सजावट
सबसे पहले पूरे घर की साफ-सफाई करें। दरवाजे और घर के मुख्य स्थानों पर रंगोली बनाएं और दीपक जलाएं। घर के मुख्य दरवाजे पर माँ लक्ष्मी के स्वागत के लिए रंग-बिरंगी बंदनवार (तोरण) लगाएं। - स्नान और पवित्रता
स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और मन में माँ लक्ष्मी का ध्यान करें। - कलश स्थापना
पूजा स्थान पर एक साफ कपड़ा बिछाएं। उसमें अक्षत बिछाकर एक कलश रखें। कलश में जल भरें और उसमें पान के पत्ते, सुपारी, दूर्वा, और सिक्के डालें। नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश के ऊपर रखें। - लक्ष्मी-गणेश जी की स्थापना
लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर को पूजा स्थान पर रखें। मूर्तियों को फूलों और वस्त्रों से सजाएं। - संकल्प और ध्यान
पूजा का संकल्प लें और देवी लक्ष्मी का ध्यान करें। माता लक्ष्मी से घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य का आशीर्वाद मांगें। - आवाहन और पूजन
- सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें। गणेश मंत्र “ॐ गं गणपतये नमः” का जाप करें।
- इसके बाद लक्ष्मी जी का आह्वान करें। “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
- लक्ष्मी जी को रोली, अक्षत, फूल, मिठाई, और पंचमेवा अर्पित करें।
- कुबेर पूजन
धन के देवता कुबेर जी की पूजा भी करें। उनसे धन-संपत्ति और समृद्धि की प्रार्थना करें। कुबेर मंत्र “ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्य समृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा” का जाप करें। - दीप प्रज्वलन और आरती
सभी दीयों को जलाकर लक्ष्मी जी की आरती करें। “ॐ जय लक्ष्मी माता” आरती का गायन करें और कपूर से माँ लक्ष्मी की आरती करें। - भोग अर्पण
लक्ष्मी जी को नैवेद्य में मिठाई, फल, मेवा अर्पित करें। - प्रसाद वितरण
पूजन के बाद सभी परिवारजन मिलकर प्रसाद ग्रहण करें और शुभकामनाएं दें।
तिजोरी के लिए कुछ खास मंत्र
तिजोरी मंत्र का उद्देश्य तिजोरी में रखे धन और संपत्ति की सुरक्षा और वृद्धि करना है। यह मंत्र देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर को प्रसन्न करने के लिए पढ़े जाते हैं ताकि घर में धन-संपत्ति का वास हो और आर्थिक समृद्धि बनी रहे।
- श्री लक्ष्मी तिजोरी मंत्र
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः”
इस मंत्र का जप करने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और तिजोरी में धन का अभाव नहीं होता। - कुबेर तिजोरी मंत्र
“ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्य समृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा”
यह मंत्र कुबेर देवता के लिए है जो धन के देवता माने जाते हैं। इसे नियमित रूप से जपने से तिजोरी में बरकत बनी रहती है। - धन वृद्धि तिजोरी मंत्र
“ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नमो भगवती महामायाय स्वाहा”
इस मंत्र का उच्चारण करते समय ध्यान रखें कि मन में शुद्ध विचार हों और निष्ठा के साथ इसे पढ़ें। यह धन वृद्धि में सहायक माना गया है।
विधि
- दिवाली या किसी भी शुक्रवार को इस विधि से पीजन करना चाहिये
- तिजोरी में देवी लक्ष्मी या कुबेर जी की मूर्ति या फोटो रख सकते हैं।
- इन मंत्रों का जप हर शुक्रवार को तिजोरी के पास दीपक जलाकर करें।
- तिजोरी को हमेशा स्वच्छ और व्यवस्थित रखें।
- तिजोरी मे लाल कपड़ा विछाकर ही उस धन रखे।
इन मंत्रों से तिजोरी में स्थायित्व और आर्थिक वृद्धि की संभावना बढ़ जाती है।
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कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- दीवाली की रात को अपने घर में कुछ दीपक जलाकर रखना शुभ होता है।
- तिजोरी या जहाँ धन रखते हैं, वहाँ पर दीपक जलाएं।
- इस रात में विशेष रूप से लक्ष्मी जी के मंत्रों का जाप करने से माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
इस विधि से दीपावली पर लक्ष्मी पूजन करने से माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और घर में धन-धान्य, सुख और समृद्धि का वास होता है।
दीपावली पूजा के बारे में सबसे सामान्य प्रश्न
- दीपावली पर लक्ष्मी पूजन का महत्व क्या है?
लक्ष्मी पूजन दीपावली का मुख्य आकर्षण है, क्योंकि इस दिन देवी लक्ष्मी का स्वागत कर धन-समृद्धि की कामना की जाती है। - लक्ष्मी पूजन किस समय करें?
अमावस्या की रात को, प्रदोष काल (सूर्यास्त के बाद का समय) में लक्ष्मी पूजन करना शुभ माना जाता है। - क्या घर की साफ-सफाई जरूरी है?
जी हाँ, साफ-सफाई माँ लक्ष्मी का स्वागत करती है, जो स्वच्छता पसंद करती हैं। - लक्ष्मी पूजा में किन वस्तुओं की आवश्यकता होती है?
दीप, फूल, कुमकुम, अक्षत, जल, मिठाई, फल, पान, कलश आदि आवश्यक हैं। - क्या गणेश जी की पूजा भी जरूरी है?
हाँ, लक्ष्मी पूजा से पहले गणेश जी की पूजा अनिवार्य है, क्योंकि वे विघ्नहर्ता हैं। - लक्ष्मी पूजन में किस मंत्र का जाप करें?
“ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का जाप करें। - क्या कुबेर पूजन भी किया जाता है?
हाँ, कुबेर देवता की पूजा करने से धन-संपत्ति में वृद्धि होती है। - क्या दीपावली पर तुलसी पूजन किया जाता है?
आमतौर पर तुलसी पूजन नहीं होता, क्योंकि तुलसी अमावस्या की रात पूजित नहीं होतीं। - क्या तिजोरी में दीपक जलाना शुभ है?
हाँ, तिजोरी में दीपक जलाने से धन स्थायित्व और वृद्धि होती है। - लक्ष्मी पूजा के बाद क्या करें?
घर में सभी को प्रसाद दें और आरती करें। - क्या दीपावली पर घर के बाहर भी दीपक जलाएं?
हाँ, घर के बाहर दीपक जलाना अंधकार हटाने और समृद्धि लाने का प्रतीक है। - क्या दीपावली पर कोई विशेष भोग अर्पित करना चाहिए?
हाँ, माँ लक्ष्मी को मिठाई, फल और पंचमेवा अर्पित करना शुभ होता है।