मिट्टी का शिवलिंग – ११ दिन से दूर होंगे सारे रोग और मानसिक तनाव
मिट्टी के शिवलिंग की पूजा से मन और शरीर दोनों को शांति मिलती है। यह साक्षात शिवजी का स्वरूप माना जाता है। जो व्यक्ति लगातार ११ दिन तक मिट्टी के शिवलिंग की पूजा करता है, उसके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। रोग, मानसिक तनाव और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। साथ ही, सुख-समृद्धि भी बढ़ती है।
११ दिन पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन का महत्व
मिट्टी के शिवलिंग को ११ दिन तक पूजने के बाद जल में विसर्जित करने की परंपरा है। इससे शिव तत्व का सम्मान होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। विसर्जन के बाद पुनः नया शिवलिंग स्थापित कर सकते हैं।
मिट्टी के शिवलिंग की पूजा के चमत्कारी लाभ
- मानसिक तनाव दूर होता है।
- नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।
- रोगों से मुक्ति मिलती है।
- परिवार में सुख-शांति बढ़ती है।
- आर्थिक संकट दूर होते हैं।
- भक्त को आध्यात्मिक बल मिलता है।
- ग्रह दोष शांत होते हैं।
- वास्तु दोष समाप्त होता है।
- मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
- विवाह में आ रही बाधाएँ दूर होती हैं।
- राहु-केतु के दोष शांत होते हैं।
- मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ता है।
- घर में लक्ष्मी का वास होता है।
- शनि दोष कम होता है।
- भूत-प्रेत बाधा समाप्त होती है।
नियम | पूजा करते समय इन बातों का रखें ध्यान
- पूजा के दौरान पवित्रता बनाए रखें।
- स्नान करके ही शिवलिंग का स्पर्श करें।
- केवल प्राकृतिक मिट्टी के शिवलिंग का उपयोग करें।
- ११ दिन तक नित्य पूजा करें।
- पूजा में बिल्वपत्र, जल और अक्षत चढ़ाएँ।
- ओम नमः शिवाय मंत्र का जप करें।
- किसी भी प्रकार की अपवित्र वस्तु का उपयोग न करें।
मुहूर्त | शिवलिंग स्थापना का सही समय
- सोमवार को स्थापना सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है।
- प्रदोष काल में पूजन करना शुभ होता है।
- सावन मास में पूजा विशेष फलदायी होती है।
- महाशिवरात्रि का दिन सर्वोत्तम है।
- अमावस्या और पूर्णिमा भी विशेष फल देती हैं।
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विधि | मिट्टी के शिवलिंग की पूजा कैसे करें
- सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- शिवलिंग को तांबे या कांसे की थाली में रखें।
- गंगा जल और दूध से अभिषेक करें।
- बिल्वपत्र, धतूरा और भस्म अर्पित करें।
- दीपक जलाएँ और धूप-गंध अर्पित करें।
- ओम नमः शिवाय मंत्र का १०८ बार जाप करें।
- भगवान शिव से अपनी मनोकामना प्रकट करें।
- आरती करें और प्रसाद वितरित करें।
- ११ दिन बाद शिवलिंग को पवित्र जल में विसर्जित करें।
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सामान्य प्रश्न | मिट्टी के शिवलिंग पूजा से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल
१. मिट्टी का शिवलिंग घर में रखना शुभ है या नहीं
हाँ, लेकिन ११ दिन पूजा के बाद विसर्जित करना आवश्यक है।
२. मिट्टी का शिवलिंग कहां से प्राप्त करें
आप इसे किसी भी धार्मिक दुकान या स्वयं प्राकृतिक मिट्टी से बना सकते हैं।
३. क्या महिलाएँ मिट्टी के शिवलिंग की पूजा कर सकती हैं
हाँ, महिलाएँ भी नियमपूर्वक शिवलिंग की पूजा कर सकती हैं।
४. पूजा के दौरान कौन से मंत्र का जाप करें
‘ॐ नमः शिवाय’ और ‘ॐ ह्रीं धनवंतरे ह्रौं नमः’ मंत्र विशेष फलदायी होते हैं।
५. क्या मिट्टी के शिवलिंग को दूध से स्नान कराना चाहिए
हाँ, शिवलिंग का दूध, गंगाजल और पंचामृत से अभिषेक करना शुभ होता है।
६. क्या मिट्टी के शिवलिंग को पूरे जीवन तक रखा जा सकता है
नहीं, इसे ११ दिन बाद विसर्जित करना आवश्यक होता है।
७. शिवलिंग विसर्जन के बाद क्या करें
पुनः नया शिवलिंग स्थापित कर सकते हैं या अन्य शिव उपासना कर सकते हैं।
८. क्या मिट्टी का शिवलिंग सिर्फ सावन में ही पूजना चाहिए
नहीं, आप इसे किसी भी शुभ मुहूर्त में स्थापित कर सकते हैं।
निष्कर्ष | शिवलिंग पूजा से जीवन में आएगा बदलाव
मिट्टी के शिवलिंग की पूजा करने से मानसिक शांति, रोगों से मुक्ति और आर्थिक समृद्धि प्राप्त होती है। यह साधना सरल और प्रभावशाली है। यदि विधि-विधान से ११ दिन पूजा की जाए तो जीवन में अद्भुत परिवर्तन संभव है।