Sunday, December 22, 2024

Buy now

spot_img
spot_img

Narsingh Sabar Mantra for Strong Protection

नरसिंह साबर मंत्र: सुरक्षा व मनोकामना पूर्ण करने वाला

शत्रु से बचाने वाला नरसिंह साबर मंत्र, भगवान नरसिंह की आराधना के लिए एक शक्तिशाली मंत्र है। नरसिंह भगवान विष्णु का एक उग्र और साहसी रूप हैं, जो भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए अवतरित हुए थे। नरसिंह भगवान का रूप भक्तों की रक्षा और उनके शत्रुओं का विनाश करने के लिए जाना जाता है। इस मंत्र के जप से साधक को भगवान नरसिंह की कृपा प्राप्त होती है और उसे जीवन की कठिनाइयों और बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

नरसिंह साबर मंत्र का संपूर्ण अर्थ

॥ॐ क्ष्रौं नरसिंहाय, अस्त्र शस्त्र मारे भुज दंडा, अग्नि दाह कियो प्रचंडा, जो नर धरो तुमरो ध्याना, ताको होय सदा कल्याना, ॐ क्ष्रौं नमः॥

  • ॐ: ब्रह्मांड की आदिशक्ति का प्रतीक, जो सभी ध्वनियों का स्रोत है और सभी मंत्रों का प्रारंभ होता है।
  • क्ष्रौं: यह नरसिंह भगवान के बीज मंत्र का स्वरूप है, जो उनके उग्र और शक्तिशाली रूप का प्रतिनिधित्व करता है।
  • नरसिंहाय: नरसिंह भगवान का आह्वान, जो भगवान विष्णु के उग्र अवतार हैं। वे आधे शेर और आधे मानव के रूप में प्रकट होते हैं और धर्म की रक्षा करते हैं।
  • अस्त्र शस्त्र मारे भुज दंडा: इसका अर्थ है कि नरसिंह भगवान अपने भुजाओं से अस्त्र-शस्त्र चलाकर शत्रुओं का विनाश करते हैं। उनकी भुजाओं की शक्ति अद्वितीय है।
  • अग्नि दाह कियो प्रचंडा: नरसिंह भगवान की शक्ति इतनी प्रचंड है कि वह अग्नि के समान दाहक है, जो सभी प्रकार की बुराइयों और असुरों का नाश कर देती है।
  • जो नर धरो तुमरो ध्याना: जो भी व्यक्ति आपके (नरसिंह भगवान के) ध्यान में लीन होता है, वह आपकी कृपा का पात्र बनता है।
  • ताको होय सदा कल्याना: ऐसा व्यक्ति सदैव कल्याण को प्राप्त करता है। उसके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।
  • ॐ क्ष्रौं नमः: इस मंत्र का समापन फिर से ॐ क्ष्रौं के साथ होता है, जिसमें भगवान नरसिंह के प्रति समर्पण और सम्मान व्यक्त किया गया है।

इस मंत्र का सार यह है कि भगवान नरसिंह की आराधना और ध्यान करने से साधक के जीवन में सभी प्रकार की कठिनाइयों और शत्रुओं का नाश होता है। यह मंत्र साधक को भय, दुख और कष्टों से मुक्त करता है, और उसे सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करता है। मंत्र की शक्ति साधक के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और उसे हर प्रकार के संकट से उबारती है।

नरसिंह साबर मंत्र के लाभ

इस मंत्र के नियमित जप से साधक को निम्नलिखित प्रमुख लाभ प्राप्त होते हैं:

  1. रक्षा: यह मंत्र साधक को हर प्रकार की नकारात्मक शक्तियों और शत्रुओं से रक्षा प्रदान करता है।
  2. संकट से मुक्ति: जीवन के किसी भी प्रकार के संकट से मुक्ति पाने के लिए यह मंत्र अत्यंत प्रभावी है।
  3. आध्यात्मिक उन्नति: इस मंत्र के जप से साधक की आध्यात्मिक उन्नति होती है और उसे भगवान की कृपा प्राप्त होती है।
  4. धन और समृद्धि: इस मंत्र के जप से साधक के जीवन में धन और समृद्धि का प्रवाह होता है।
  5. स्वास्थ्य लाभ: यह मंत्र साधक को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार देता है।
  6. शत्रु नाश: इस मंत्र के प्रभाव से शत्रु शांत हो जाते हैं और साधक के जीवन में बाधाएं समाप्त हो जाती हैं।
  7. सकारात्मकता: इस मंत्र का जप करने से साधक के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  8. मंगल कार्य में सफलता: यह मंत्र किसी भी मंगल कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश आदि में सफलता दिलाता है।
  9. कुंडली दोष निवारण: यह मंत्र कुंडली में मौजूद दोषों को शांत करता है और ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करता है।
  10. आध्यात्मिक जागरूकता: यह मंत्र साधक के मन को शांत करता है और उसे आध्यात्मिक जागरूकता प्रदान करता है।
  11. दुर्घटना से रक्षा: यह मंत्र दुर्घटनाओं से बचाव में सहायक होता है।
  12. संकल्प सिद्धि: साधक के मनोकामनाओं को पूर्ण करने में यह मंत्र सहायक होता है।
  13. सुख-शांति: यह मंत्र घर में सुख-शांति और समृद्धि लाता है।
  14. धैर्य और साहस: इस मंत्र के जप से साधक के भीतर धैर्य और साहस का संचार होता है।
  15. न्याय की प्राप्ति: यह मंत्र साधक को न्याय दिलाने और उसे उचित मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।

नरसिंह साबर मंत्र विधि

इस मंत्र का जप एक विशेष विधि से किया जाना चाहिए ताकि उसका अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके।

मंत्र जप का दिन, अवधि और मुहूर्त

  • दिन: इस मंत्र का जप मंगलवार, शनिवार या नरसिंह जयंती के दिन करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
  • अवधि: मंत्र जप को ११ से २१ दिनों तक नियमित रूप से करना चाहिए।
  • मुहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह ४ से ६ बजे) या रात का पहला पहर (८ से १० बजे) मंत्र जप के लिए सबसे शुभ समय होता है।

मंत्र जप सामग्री

  • एक रुद्राक्ष या स्फटिक माला
  • पीले या सफेद वस्त्र
  • दीया, धूप, और अगरबत्ती
  • पीले फूल
  • नैवेद्य (मिठाई, फल आदि)
  • पीला चंदन और कुमकुम
  • ताम्बे का लोटा (जल से भरा हुआ)

नरसिंह साबर मंत्र जप संख्या

इस मंत्र का जप ११ माला (एक माला में १०८ मोती होते हैं) यानी ११८८ बार करना चाहिए। इस संख्या को प्रतिदिन जप करना चाहिए, और इसे ११ से २१ दिन तक जारी रखना चाहिए।

नियम

मंत्र जप करते समय कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है ताकि मंत्र का प्रभाव और भी शक्तिशाली हो सके:

  1. उम्र: इस मंत्र का जप २० वर्ष से ऊपर के स्त्री-पुरुष कर सकते हैं।
  2. वस्त्र: जप के समय नीले या काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। पीले या सफेद वस्त्र पहनना शुभ होता है।
  3. धूम्रपान और मासाहार: मंत्र जप के दौरान धूम्रपान, शराब, पान, और मासाहार का सेवन नहीं करना चाहिए।
  4. ब्रह्मचर्य: मंत्र जप के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना आवश्यक है।
  5. स्नान: जप से पहले स्नान करना और शुद्ध वस्त्र धारण करना चाहिए।
  6. स्थान: जप के लिए शांत और पवित्र स्थान का चयन करना चाहिए।
  7. आसन: कुश या पीले कपड़े के आसन पर बैठकर जप करना चाहिए।
  8. आहार: मंत्र जप के दौरान हल्का और सात्विक आहार ग्रहण करना चाहिए।
  9. संकल्प: जप से पहले संकल्प लेकर भगवान नरसिंह से अपनी मनोकामना व्यक्त करें।
  10. नियमितता: जप में नियमितता बनाए रखें और प्रतिदिन एक ही समय पर जप करें।
  11. वाणी की शुद्धता: मंत्र जप के समय वाणी की शुद्धता बनाए रखें और अपशब्दों का प्रयोग न करें।
  12. ध्यान: मंत्र जप के साथ भगवान नरसिंह का ध्यान करें।
  13. मन का नियंत्रण: जप के समय मन को एकाग्र रखें और इसे भटकने न दें।
  14. अभिमान: मंत्र के प्रभाव से अहंकार से बचें और विनम्रता बनाए रखें।
  15. गुरु का आशीर्वाद: यदि संभव हो, तो गुरु से आशीर्वाद लेकर मंत्र जप शुरू करें।

Kamakhya sadhana shivir

सावधानियां

मंत्र जप करते समय कुछ सावधानियों का पालन करना चाहिए ताकि मंत्र का अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके:

  1. आत्म-विश्वास: मंत्र जप करते समय आत्म-विश्वास बनाए रखें, लेकिन अति-आत्मविश्वास से बचें।
  2. ध्यान: जप के दौरान किसी अन्य कार्य में मन न लगाएं।
  3. मंत्र की शक्ति: मंत्र की शक्ति को समझें और इसका सम्मान करें।
  4. समय: जप के लिए प्रतिदिन एक ही समय का चयन करें।
  5. वातावरण: जप के समय का वातावरण शांत और पवित्र होना चाहिए।
  6. विचार: नकारात्मक विचारों से बचें और सकारात्मक सोच बनाए रखें।
  7. धैर्य: मंत्र जप के परिणाम में समय लग सकता है, इसलिए धैर्य बनाए रखें।
  8. विश्रांति: जप के बाद ध्यान और विश्रांति करें।
  9. संपर्क: जप के दौरान किसी से बात न करें।
  10. भक्ति: मंत्र जप को श्रद्धा और भक्ति के साथ करें।
  11. संतोष: मंत्र जप के बाद जो भी फल प्राप्त हो, उसे संतोष के साथ स्वीकार करें।
  12. शुद्धता: मंत्र जप के दौरान शरीर और मन की शुद्धता बनाए रखें।
  13. वाणी: जप के दौरान मधुर और संयमित वाणी का प्रयोग करें।
  14. उत्तेजना से बचें: मंत्र जप के दौरान उत्तेजना और क्रोध से बचें।
  15. विनम्रता: मंत्र जप के बाद भी विनम्र और संयमित रहें।

Spiritual shop

नरसिंह साबर मंत्र से संबंधित प्रश्न-उत्तर

  1. इस मंत्र का जप कब करना चाहिए? इस मंत्र का जप मंगलवार, शनिवार या नरसिंह जयंती के दिन करना शुभ होता है।
  2. मंत्र जप का समय कौन सा होता है? ब्रह्म मुहूर्त (सुबह ४ से ६ बजे) या रात का पहला पहर (८ से १० बजे)।
  3. क्या इस मंत्र को स्त्री और पुरुष दोनों जप सकते हैं? हां, यह मंत्र स्त्री और पुरुष दोनों के लिए उपयुक्त है।
  4. मंत्र जप के लिए किस प्रकार के वस्त्र पहनने चाहिए? पीले या सफेद वस्त्र पहनने चाहिए।
  5. मंत्र जप के दौरान क्या कोई आहार प्रतिबंध होता है? हां, मंत्र जप के दौरान सात्विक आहार ग्रहण करना चाहिए और मासाहार से बचना चाहिए।
  6. क्या इस मंत्र का जप आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है? हां, यह मंत्र आर्थिक स्थिरता और धन की प्राप्ति में सहायक होता है।
  7. क्या मंत्र जप से नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है? हां, मंत्र जप से नौकरी में प्रमोशन और तरक्की मिलती है।
  8. मंत्र जप का सबसे शुभ दिन कौन सा है? मंगलवार या शनिवार।
  9. क्या इस मंत्र का जप व्यवसाय में लाभ दिला सकता है? हां, मंत्र जप व्यवसाय में लाभ और सफलता दिलाता है।
  10. क्या इस मंत्र का जप घर में सुख-शांति लाता है? हां, यह मंत्र घर में सुख-शांति और समृद्धि लाता है।
  11. मंत्र जप के लिए कौन सी माला का प्रयोग करना चाहिए? स्फटिक या रुद्राक्ष माला का प्रयोग करना चाहिए।
  12. क्या इस मंत्र का जप विवाहित जीवन में शांति ला सकता है? हां, यह मंत्र विवाहित जीवन में शांति और सौहार्द्र ला सकता है।
spot_img
spot_img

Related Articles

KAMAKHYA SADHANA SHIVIRspot_img
PITRA DOSHA NIVARAN PUJANspot_img

Latest Articles

FREE HOROSCOPE CONSULTINGspot_img
BAGALAMUKHI SHIVIR BOOKINGspot_img
Select your currency