Saturday, December 28, 2024

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Panchamuhi Hanuman mantra strong protection

हर तरह के शत्रु व तंत्र बाधा के लिये

पंचमुखी हनुमान भगवान हनुमान का विशेष रूप है. ये चारो दिशाओ से विघ्न बाधा, तंत्र प्रभाव को नष्ट करते है. जिसके ५ मुख होते हैं. और ये पांच मुख हैं क्रमशः..

  • वानर (बंदर) – पूर्व दिशा की ओर मुख करके, जो शक्ति और साहस का प्रतीक है।
  • गरुड़ – पश्चिम दिशा की ओर मुख करके, जो ज्ञान और शिक्षा का प्रतीक है।
  • वराह – उत्तर दिशा की ओर मुख करके, जो समृद्धि और भौतिक लाभ का प्रतीक है।
  • नरसिंह – दक्षिण दिशा की ओर मुख करके, जो सुरक्षा और शक्ति का प्रतीक है।
  • हय (घोड़ा) – ऊपर की ओर मुख करके, जो आध्यात्मिकता और मोक्ष का प्रतीक है।

मंत्र

मंत्र: “ॐ नमो भगवते पंचमुखाय हनुमते रुद्राय महाबलाय स्वाहा।”

पंचमुखी हनुमान लाभ

  1. शत्रुओं का नाश
  2. भय से मुक्ति
  3. मानसिक शांति
  4. आत्मविश्वास में वृद्धि
  5. रोगों से मुक्ति
  6. शारीरिक शक्ति की प्राप्ति
  7. आध्यात्मिक उन्नति
  8. बाधाओं का निवारण
  9. सकारात्मक ऊर्जा का संचार
  10. कार्यों में सफलता
  11. धन की प्राप्ति
  12. पारिवारिक सुख
  13. संतान सुख
  14. विवाह संबंधित समस्याओं का समाधान
  15. विद्या में उन्नति
  16. कर्ज से मुक्ति
  17. यात्रा में सुरक्षा
  18. व्यापार में वृद्धि
  19. समृद्धि की प्राप्ति
  20. जीवन में संतुलन

पंचमुखी हनुमान विधि

  1. प्रतिदिन स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. पंचमुखी हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र के सामने बैठें।
  3. दीपक जलाएं और धूप अर्पित करें।
  4. लाल या पीले फूल अर्पित करें।
  5. भगवान हनुमान को चंदन, सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं।
  6. पंचमुखी हनुमान मंत्र “ॐ नमो भगवते पंचमुखाय हनुमते रुद्राय महाबलाय स्वाहा” का 108 बार जाप करें।
  7. अंत में हनुमान जी की आरती करें।
  8. भगवान हनुमान को गुड़ और चने का भोग लगाएं।

अवधि

  • मंत्र जाप की अवधि 21 दिनों से 40 दिनों तक रखी जा सकती है।
  • प्रतिदिन 108 बार मंत्र का जाप करना चाहिए।

दिन

  • मंत्र जाप किसी भी दिन प्रारंभ किया जा सकता है, लेकिन मंगलवार और शनिवार को विशेष रूप से शुभ माना जाता है।

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पंचमुखी हनुमान सावधानियाँ

  1. मंत्र जाप के दौरान शुद्धता और पवित्रता का पालन करें।
  2. स्वच्छ और शांतिपूर्ण वातावरण में मंत्र जाप करें।
  3. मन को एकाग्रचित्त रखें और पूर्ण विश्वास के साथ मंत्र जाप करें।
  4. मंत्र जाप के दौरान नकारात्मक विचारों से बचें।
  5. उचित नियमों और विधियों का पालन करें।
  6. महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान मंत्र जाप से बचना चाहिए।
  7. शुद्ध और सात्विक भोजन का सेवन करें।
  8. शराब और मांसाहार से दूर रहें।
  9. अनुशासन और नियमितता का पालन करें।
  10. मंत्र जाप के बाद हनुमान जी की आरती और भोग अवश्य करें।

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यहाँ पंचमुखी हनुमान मंत्र से जुड़े कुछ सामान्य प्रश्न और उनके उत्तर

1. पंचमुखी हनुमान कौन हैं?

  • उत्तर: पंचमुखी हनुमान भगवान हनुमान के पाँच मुखों वाले रूप को कहा जाता है। यह पाँच मुख क्रमशः हनुमान, गरुड़, वराह, नृसिंह और हयग्रीव हैं, जो विभिन्न दिशाओं और शक्तियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

2. पंचमुखी हनुमान का महत्व क्या है?

  • उत्तर: पंचमुखी हनुमान का रूप अत्यंत शक्तिशाली और सुरक्षा प्रदान करने वाला माना जाता है। यह रूप विशेष रूप से तंत्र, बाधाओं, और बुरी शक्तियों के नाश के लिए पूजनीय है।

3. पंचमुखी हनुमान मंत्र क्या है?

  • उत्तर: पंचमुखी हनुमान मंत्र “ॐ नमो भगवते पञ्चवदनाय कामरूपाय, करालबदनाय रुद्रय, नरसिंहाय, स्वाहा” है। इस मंत्र का जाप पंचमुखी हनुमान की कृपा और सुरक्षा के लिए किया जाता है।

4. पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप कब और कैसे करना चाहिए?

  • उत्तर: पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप मंगलवार और शनिवार को विशेष रूप से शुभ माना जाता है। मंत्र का जाप सुबह या शाम के समय शांत और पवित्र स्थान पर करना चाहिए।

5. क्या पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप किसी भी समय किया जा सकता है?

  • उत्तर: हाँ, पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन ब्रह्ममुहूर्त और संध्या के समय इसे विशेष रूप से प्रभावशाली माना जाता है।

6. पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप करने से क्या लाभ होता है?

  • उत्तर: इस मंत्र का जाप करने से बुरी शक्तियों और बाधाओं से रक्षा होती है, मानसिक और शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है, और भय, शत्रुओं, और तंत्र-मंत्र से मुक्ति मिलती है।

7. पंचमुखी हनुमान का कौन-कौन सा मुख किस दिशा का प्रतीक है?

  • उत्तर: पंचमुखी हनुमान के पाँच मुख निम्नलिखित दिशाओं और शक्तियों का प्रतीक हैं:
  • हनुमान मुख (पूर्व): विजय और शक्ति का प्रतीक।
  • नृसिंह मुख (दक्षिण): भय और शत्रुओं का नाश।
  • गरुड़ मुख (पश्चिम): संकटों और विष से रक्षा।
  • वराह मुख (उत्तर): समृद्धि और संपत्ति का संरक्षण।
  • हयग्रीव मुख (ऊपर): ज्ञान और आध्यात्मिक उन्नति।
8. क्या पंचमुखी हनुमान की पूजा विशेष अवसरों पर की जाती है?
  • उत्तर: हाँ, पंचमुखी हनुमान की पूजा विशेष रूप से नवरात्रि, हनुमान जयंती, और संकटमोचन हनुमान की विशेष पूजा के अवसर पर की जाती है।

9. क्या पंचमुखी हनुमान की पूजा तांत्रिक प्रक्रियाओं में की जाती है?

  • उत्तर: हाँ, पंचमुखी हनुमान की पूजा तांत्रिक प्रक्रियाओं और साधनाओं में की जाती है, क्योंकि यह रूप बुरी शक्तियों और तंत्र-मंत्र से रक्षा के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है।

10. क्या पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप विशेष संख्या में करना चाहिए?

  • उत्तर: पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप 108, 1008, या आपकी श्रद्धा के अनुसार संख्या में किया जा सकता है। माला का उपयोग करके जाप करना भी उत्तम होता है।

11. पंचमुखी हनुमान की मूर्ति या चित्र को कहाँ स्थापित करना चाहिए?

  • उत्तर: पंचमुखी हनुमान की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल या घर के मुख्य दरवाजे के ऊपर स्थापित करना शुभ माना जाता है, ताकि घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश न कर सके।

12. क्या पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति मिलती है?

  • उत्तर: हाँ, इस मंत्र का जाप मानसिक शांति, आंतरिक शक्ति और आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है।

13. क्या पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप किसी गुरु के मार्गदर्शन में करना चाहिए?

  • उत्तर: अगर गुरु का मार्गदर्शन उपलब्ध हो, तो यह मंत्र अधिक प्रभावी हो सकता है। हालाँकि, व्यक्ति स्वयं भी श्रद्धा और समर्पण के साथ इस मंत्र का जाप कर सकता है।

14. क्या पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप करने से शत्रुओं का नाश होता है?

  • उत्तर: हाँ, पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप शत्रुओं, बुरी शक्तियों, और अन्य नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति दिलाने में सहायक होता है।

15. क्या पंचमुखी हनुमान मंत्र का जाप करते समय किसी विशेष विधि का पालन करना चाहिए?

  • उत्तर: मंत्र जाप करते समय पवित्रता, एकाग्रता और श्रद्धा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। हनुमानजी के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ मंत्र का जाप करने से अधिक लाभ मिलता है।
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