पंचांगुली उच्चाटन मंत्र: समस्या समाधान का अचूक उपाय
पंचांगुली उच्चाटन मंत्र शत्रु से छुटकारा पाने, पारिवारिक विघ्नों को रोकने और मानसिक शांति प्राप्त करने का अचूक उपाय है। यह मंत्र उन व्यक्तियों को दूर रखने में सहायक है, जो किसी भी रूप में समस्या खड़ी करते हैं। इस शक्तिशाली मंत्र का विधिपूर्वक जाप करने से शत्रुओं का प्रभाव समाप्त होता है और परिवार में सुख-शांति का वास होता है।
विनियोग मंत्र और उसका अर्थ
विनियोग मंत्र:
“ॐ अस्य श्री पंचांगुली उच्चाटन मंत्रस्य, ऋषि: महर्षि नारद, छन्दः अनुष्टुप, देवता श्री पंचांगुली देवी, बीजं क्षं, शक्ति: क्लीं, कीलकं घे, जपे विनियोगः।”
अर्थ:
इस मंत्र के द्वारा पंचांगुली देवी का आह्वान किया जाता है। यह मंत्र उच्चाटन (दुष्ट तत्वों को दूर करने) हेतु समर्पित है। इसके ऋषि महर्षि नारद हैं और इसका उद्देश्य शत्रु बाधा से मुक्ति दिलाना है।
दिग्बंधन मंत्र और उसका अर्थ
दिग्बंधन मंत्र:
“ॐ ह्रीं दिग्बंधनाय स्वाहा।”
अर्थ:
यह मंत्र दसों दिशाओं को बाधाओं से सुरक्षित करने के लिए है। इस मंत्र का जाप करने से हर दिशा से आने वाले संकट और विघ्न दूर हो जाते हैं।
पंचांगुली उच्चाटन मंत्र और उसका संपूर्ण अर्थ
पंचांगुली उच्चाटन मंत्र:
“ॐ ह्रीं पंचांगुली अमुकस्य उच्चाटय उच्चाटय ॐ क्षं क्लीं घे घे स्वाहा।”
मंत्र का अर्थ:
यह मंत्र पंचांगुली देवी की शक्ति और आशीर्वाद का आह्वान करता है। इस मंत्र में ‘अमुकस्य’ का उपयोग उस व्यक्ति के लिए किया जाता है, जिसे आपके जीवन से दूर करना है।
“ॐ क्षं क्लीं घे घे स्वाहा”: यह शक्तिशाली बीज मंत्र है, जो दुष्ट प्रभावों को समाप्त कर सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
“ॐ ह्रीं”: यह देवी पंचांगुली का बीज मंत्र है, जो उनकी कृपा और शक्ति को जागृत करता है।
“पंचांगुली”: देवी का नाम है, जो पांच उंगलियों के प्रतीक के रूप में ऊर्जा और सुरक्षा प्रदान करती हैं।
“अमुकस्य“: यहा पर समस्या का नाम या उस ब्यक्ति का नाम ले जो आपको परेशान कर रहा है।
“उच्चाटय उच्चाटय”: इसका अर्थ है, उस विशेष व्यक्ति को, जो आपके जीवन में बाधा उत्पन्न कर रहा है, उसे दूर करना।
मंत्र का उद्देश्य और उपयोग:
यह मंत्र शत्रु, विरोधी या किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह न केवल बाहरी बाधाओं को समाप्त करता है, बल्कि मानसिक शांति और आंतरिक शक्ति भी प्रदान करता है।
जप काल में इन चीजों का अधिक सेवन करें
- फल और शुद्ध जल का सेवन करें।
- तुलसी के पत्ते का उपयोग करें।
- हल्के आहार का सेवन करें।
- सात्त्विक भोजन का पालन करें।
पंचांगुली उच्चाटन मंत्र के लाभ
- शत्रु बाधा से मुक्ति।
- परिवार में सुख-शांति।
- कार्य में सफलता।
- मानसिक तनाव में कमी।
- दुष्ट आत्माओं से सुरक्षा।
- धन-संपत्ति में वृद्धि।
- शत्रुओं का पराजय।
- व्यापार में लाभ।
- मुकदमे में विजय।
- दांपत्य जीवन में सुधार।
- समाज में सम्मान।
- बुरी नजर से रक्षा।
- मानसिक स्पष्टता।
- शत्रु के बुरे इरादों का अंत।
- आत्मविश्वास में वृद्धि।
- करियर में प्रगति।
- असाधारण शक्तियों का आह्वान।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार।
पूजा सामग्री और मंत्र विधि
सामग्री:
- लाल आसन।
- पांच दीपक।
- चंदन और कुमकुम।
- पुष्प।
- धूप और अगरबत्ती।
विधि:
- सुबह के समय स्वच्छ होकर पूजा स्थल पर जाएं।
- पंचांगुली देवी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं।
- चंदन, पुष्प, और कुमकुम अर्पित करें।
- मंत्र का जाप करें।
मंत्र जाप का दिन, अवधि और मुहूर्त
- दिन: मंगलवार और शनिवार।
- अवधि: 21 दिनों तक प्रतिदिन 20 मिनट।
- मुहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त।
मंत्र जाप के नियम
- जापकर्ता की उम्र 20 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- स्त्री-पुरुष दोनों जाप कर सकते हैं।
- काले या नीले कपड़े न पहनें।
- धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार से बचें।
- ब्रह्मचर्य का पालन करें।
जप के दौरान सावधानियां
- गलत उच्चारण न करें।
- मन को एकाग्र रखें।
- बीच में मंत्र जाप न रोकें।
- अशुद्ध स्थान पर जाप न करें।
- जाप के बाद देवी का धन्यवाद करें।
प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1: पंचांगुली मंत्र का क्या उद्देश्य है?
उत्तर: शत्रु बाधा को दूर करना और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करना।
प्रश्न 2: मंत्र का जाप कौन कर सकता है?
उत्तर: 20 वर्ष से अधिक आयु के स्त्री और पुरुष।
प्रश्न 3: मंत्र जाप का सबसे अच्छा समय क्या है?
उत्तर: ब्रह्म मुहूर्त।
प्रश्न 4: क्या जाप के दौरान मांसाहार कर सकते हैं?
उत्तर: नहीं, मांसाहार वर्जित है।
प्रश्न 5: मंत्र कितने दिनों तक जपना चाहिए?
उत्तर: 21 दिनों तक।
प्रश्न 6: कौन-कौन सी चीजें पूजा में जरूरी हैं?
उत्तर: लाल आसन, दीपक, चंदन, पुष्प, और कुमकुम।
प्रश्न 7: क्या जाप के दौरान काले कपड़े पहन सकते हैं?
उत्तर: नहीं, काले और नीले कपड़े वर्जित हैं।
प्रश्न 8: क्या यह मंत्र व्यवसाय में लाभ देता है?
उत्तर: हां, यह व्यापार में सफलता दिलाने में सहायक है।
प्रश्न 9: क्या महिलाएं मंत्र जाप कर सकती हैं?
उत्तर: हां, महिलाएं भी कर सकती हैं।
प्रश्न 10: मंत्र के लाभ कब तक दिखते हैं?
उत्तर: सही विधि से जप करने पर 21 दिनों के भीतर।
प्रश्न 11: क्या मंत्र का असर स्थायी होता है?
उत्तर: हां, विधि से जप करने पर।
प्रश्न 12: क्या मंत्र जाप में गुरु की आवश्यकता है?
उत्तर: हां, मार्गदर्शन के लिए गुरु होना लाभकारी है।