पंचमुखी हनुमान और सिंदूर का महासंयोग: दुर्भाग्य मिटेगा
हिंदू धर्म में पंचमुखी हनुमान का विशेष महत्व है। पांच मुख वाले हनुमान जी की उपासना से भक्तों के सभी संकट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। यदि पंचमुखी हनुमान के साथ सिंदूर का प्रयोग किया जाए, तो इसका प्रभाव अद्भुत होता है। सिंदूर को शुभता, साहस और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है, जो हनुमान जी को अत्यंत प्रिय है।
पंचमुखी हनुमान प्रयोग: 20 मिनट व 9 दिन का अभ्यास
इस साधना को करने के लिए सुबह या शाम का समय (ब्रह्म मुहूर्त या सूर्यास्त के बाद) शुभ माना जाता है।
विधि:
- स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- हनुमान की मूर्ति, फोटो या यंत्र स्थापित करें।
- सिंदूर से हनुमान जी का तिलक लगाएं।
- “ॐ हं केशरी नंदन हं शं नमः” मंत्र को २० मिनट तक जाप करें।
- 9 दिन तक लगातार इस प्रयोग को करें।
लाभ (Benefits)
- दुर्भाग्य और काले जादू का नाश।
- शत्रुओं पर विजय।
- आत्मविश्वास में वृद्धि।
- नौकरी और व्यापार में सफलता।
- कर्ज से मुक्ति।
- मानसिक शांति।
- भय और चिंता दूर होना।
- स्वास्थ्य लाभ।
- वाहन और संपत्ति की सुरक्षा।
- कानूनी विवादों में जीत।
- संतान सुख की प्राप्ति।
- विवाह में आ रही बाधाएं दूर।
- नेगेटिव एनर्जी से सुरक्षा।
- आध्यात्मिक उन्नति।
- मोक्ष की प्राप्ति।
मुहूर्त (Shubh Time)
- मंगलवार और शनिवार विशेष फलदायी।
- चैत्र और कार्तिक मास में करने से अधिक लाभ।
- अमावस्या या पूर्णिमा को भी प्रयोग कर सकते हैं।
सामान्य प्रश्न
1. क्या महिलाएं यह प्रयोग कर सकती हैं?
हां, कोई प्रतिबंध नहीं है।
2. क्या बिना सिंदूर के यह साधना की जा सकती है?
हां, लेकिन सिंदूर से अधिक फल मिलता है।
3. क्या यह प्रयोग रात में कर सकते हैं?
शाम के बाद करना उत्तम है, परंतु गहरी रात न करें।
4. मंत्र जाप कितनी बार करें?
कम से कम २० मिनट या अधिक करने से लाभ बढ़ता है।
5. क्या यह प्रयोग बच्चे कर सकते हैं?
१६ वर्ष के ऊपर सभी कर सकते है
6. क्या इस साधना में किसी गुरु की आवश्यकता है?
नहीं, स्वयं कर सकते हैं।
7. क्या यह प्रयोग किसी भी उम्र में किया जा सकता है?
हां, कोई आयु सीमा नहीं है।
अंत में
पंचमुखी हनुमान और सिंदूर का संयोग अद्वितीय है। इस प्रयोग से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि आती है। 9 दिन के अभ्यास से ही चमत्कारिक परिणाम देखने को मिलते हैं।
Hanumani Sindur for protection