पाशुपत पूजन शिविर – शिव की कृपा से पाप, श्राप और बाधा मुक्ति का दिव्य माध्यम – दिनांक: 30 अगस्त 2025 | स्थान: Divyayog Ashram
Pashupat Pujan Shivir एक अत्यंत प्रभावशाली और दिव्य आयोजन है, जो 30 अगस्त 2025 को Divyayog Ashram में आयोजित किया जा रहा है। यह शिविर उन श्रद्धालुओं के लिए है जो अपने जीवन में लगातार आ रही बाधाओं, कष्टों और दुर्भाग्य से छुटकारा पाना चाहते हैं। पाशुपत पूजन के माध्यम से साधक को पापों से मुक्ति, श्राप निवारण, शत्रु शांति और आर्थिक, पारिवारिक सुरक्षा प्राप्त होती है।
यह पाशुपत पूजन शिविर केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि, मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति की अनुभूति है। इसमें शिव के पाशुपत रूप की आराधना कर शक्तिशाली सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
पाशुपत पूजन शिविर से मिलने वाले प्रमुख लाभ
(शिव शक्ति द्वारा जीवन में दिव्यता और रक्षा)
- पापों से संपूर्ण मुक्ति
- पूर्वजों के श्राप का निवारण
- शत्रुओं की समाप्ति
- तंत्र-मंत्र और काले जादू से सुरक्षा
- नजर दोष और ऊपरी बाधा से मुक्ति
- आर्थिक रुकावटों का अंत
- नौकरी व व्यापार में सुरक्षा और स्थायित्व
- पारिवारिक झगड़े और अशांति का समाधान
- मानसिक तनाव और भय से राहत
- कोर्ट केस व शत्रु मुकदमों में विजय
- जीवन में स्थिरता और उन्नति
- गृह दोष और वास्तु दोष से मुक्ति
- आध्यात्मिक ऊर्जा की प्राप्ति
- ब्रह्मांडीय शक्ति से जुड़ाव
- साधना में सफलता
- आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि
- रोग नाश और ऊर्जा संतुलन
- देवताओं की विशेष कृपा
- मनोकामनाओं की पूर्ति
- सिद्ध पाशुपत यंत्र और रक्षा कवच की प्राप्ति
कौन भाग ले सकता है इस पाशुपत पूजन शिविर में?
पाशुपत पूजन शिविर में 20 वर्ष से ऊपर के कोई भी श्रद्धालु – स्त्री या पुरुष – भाग ले सकते हैं। यह शिविर विशेष रूप से उन लोगों के लिए है:
- जो तंत्र बाधाओं, श्राप या पापों से पीड़ित हैं
- जो अपने घर-परिवार की सुरक्षा चाहते हैं
- जो आध्यात्मिक उन्नति और आत्मिक शांति की खोज में हैं
- जो व्यापार, नौकरी या विवाह में रुकावट महसूस कर रहे हैं
सच्चे श्रद्धा भाव से आने वाले हर साधक को इस पूजन शिविर का दिव्य अनुभव प्राप्त होगा।
ऑनलाइन और ऑफलाइन – दोनों माध्यम से भागीदारी संभव
पाशुपत पूजन शिविर में आप Divyayog Ashram में प्रत्यक्ष उपस्थित होकर भाग ले सकते हैं या ऑनलाइन माध्यम से घर बैठे जुड़ सकते हैं।
ऑनलाइन जुड़ने पर आपको:
- मंत्रों की सही उच्चारण विधि
- साधना सामग्री घर पर भेजी जाएगी
ऑफलाइन उपस्थित साधकों को विशेष पूजन स्थल पर बैठाकर मंत्रोच्चार, पूजन विधि और आशीर्वाद दिया जाएगा।
पूजन के बाद प्राप्त होने वाली सिद्ध सामग्री
इस पाशुपत पूजन शिविर में भाग लेने वाले प्रत्येक साधक को Divyayog Ashram की ओर से विशेष सिद्ध पूजन सामग्री दी जाएगी:
- पाशुपत यंत्र – सिद्ध और शक्तिपूर्ण
- पाशुपत रक्षा कवच – ऊर्जा सुरक्षा हेतु
ये सभी माध्यम शिव कृपा को स्थायी रूप से जीवन में स्थापित करने वाले हैं।
पाशुपत पूजन शिविर में भाग लेने के नियम
(सफलता हेतु नियमों का पालन अनिवार्य)
- साधक की उम्र 20 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए
- स्त्री और पुरुष – दोनों शिविर में भाग ले सकते हैं
- ब्लू व ब्लैक रंग के वस्त्र पहनने की मनाही है
- धूम्रपान, मद्यपान व मांसाहार वर्जित है
- पूजन काल में ब्रह्मचर्य का पालन आवश्यक है
- साधना सामग्री को पवित्र स्थान में रखें
- पूजन विधि व मंत्रों का सही उच्चारण करें
- मोबाइल, टीवी व अन्य विचलन से दूर रहें
- गुरु निर्देशों का संपूर्ण पालन करें
- स्थान व समय की शुद्धता बनाए रखें
- बिना श्रद्धा भाग न लें – केवल आस्था से ही प्रभाव होता है
- पूजन पूर्ण होने पर सिद्ध यंत्र व कवच प्रदान किया जाएगा
पाशुपत पूजन शिविर से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न व उत्तर
1. क्या यह पूजन गृहस्थ लोग कर सकते हैं?
उत्तर: हाँ, यह पाशुपत पूजन शिविर गृहस्थ जीवन के कष्टों को दूर करने हेतु विशेष रूप से उपयुक्त है।
2. क्या यह शिविर केवल पुरुषों के लिए है?
उत्तर: नहीं, स्त्रियाँ भी पूरी श्रद्धा व नियमों का पालन करके इसमें भाग ले सकती हैं।
3. क्या ऑनलाइन जुड़ने पर भी सिद्धि प्राप्त होती है?
उत्तर: हाँ, गुरु निर्देशों के अनुसार ऑनलाइन जुड़कर भी सिद्ध फल प्राप्त होते हैं।
4. सामग्री हमें कैसे प्राप्त होगी?
उत्तर: पंजीकरण के बाद सभी सामग्री को डाक/कोरियर द्वारा आपके पते पर भेजा जाएगा।
5. क्या पाशुपत कवच हमेशा पहना जा सकता है?
उत्तर: हाँ, यह सिद्ध कवच आपके शरीर और ऊर्जा की सुरक्षा हेतु हर समय उपयोगी है।
6. क्या किसी विशेष मंत्र का जाप कराना होगा?
उत्तर: हाँ, गुरु जी द्वारा दिए गए पाशुपत मंत्र का जप अनिवार्य रहेगा।
7. क्या रात्रि में भी पूजन करना होगा?
उत्तर: नहीं, पूजन विशिष्ट मुहूर्त और समय पर किया जाएगा।
8. क्या यह साधना एक बार पर्याप्त है?
उत्तर: हाँ, पूर्ण श्रद्धा व विधिपूर्वक की गई एक बार की पूजा भी जीवन परिवर्तनकारी होती है।
9. क्या यह पूजन भय, तंत्र, शत्रु से बचाता है?
उत्तर: हाँ, यह पूजन इन सभी बाधाओं को समाप्त करने की दिव्य शक्ति रखता है।
10. क्या दिव्य अनुभूतियाँ होती हैं इस पूजन से?
उत्तर: अनेक साधकों को शिव दर्शन, ऊर्जा अनुभव और स्वप्न संकेत मिलते हैं।
11. क्या पूजन के बाद दीक्षा मिलती है?
उत्तर: नहीं, यह एक पूजन शिविर है, दीक्षा कार्यक्रम अलग से होता है।
12. क्या संतान या विवाह संबंधी समस्या में भी यह लाभकारी है?
उत्तर: हाँ, यह पूजन जीवन की हर क्षेत्र की बाधा हटाने वाला सिद्ध उपाय है।
📌 पाशुपत पूजन शिविर – संक्षिप्त जानकारी
- तिथि: 30 अगस्त 2025
- स्थान: Divyayog Ashram
- माध्यम: ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों
- संपर्क: 📞 7710812329 | ✉️ di**************@***il.com
- पंजीकरण लिंक: BOOK NOW
🔔 अब अवसर है शिव से जुड़ने का
पाशुपत पूजन शिविर केवल एक आयोजन नहीं, यह एक आध्यात्मिक क्रांति है। इससे जीवन में आने वाली हर बाधा, कष्ट, तंत्र-शक्ति और दुर्भाग्य समाप्त हो सकते हैं। आपका जीवन शिव की ऊर्जा से भर सकता है।
आज ही पंजीकरण करें – स्थान सीमित हैं।