लक्ष्मी पूजन में ये 5 चीज़ें रखो, अगले 3 दिन में मिलेगा Financial Shock!
5 Items in Lakshmi Puja दिवाली की रात को लक्ष्मी जी का स्वागत हर घर में बड़े प्रेम और श्रद्धा से किया जाता है। लेकिन बहुत से लोग केवल दीपक, मिठाई और माला में ही पूजा को सीमित कर देते हैं। DivyayogAshram के अनुसार, यदि लक्ष्मी पूजन में 5 विशेष वस्तुएँ रख दी जाएँ, तो उनके प्रभाव से अगले तीन दिनों के भीतर धन, अवसर या शुभ समाचार आने लगते हैं।
यह “Financial Shock” किसी नकारात्मक अर्थ में नहीं, बल्कि देवी कृपा का अचानक प्रभाव होता है — जैसे किसी अटके हुए पैसे का मिल जाना, अप्रत्याशित लाभ, प्रमोशन या व्यापार में वृद्धि। यह प्रयोग इतना प्राचीन और प्रमाणित है कि कई गृहस्थ साधकों ने इसके परिणाम तीन दिन के भीतर अनुभव किए हैं।
वो 5 चीज़ें जो लक्ष्मी को आकर्षित करती हैं
1. कमल गट्टे (Lotus Seeds)
कमल देवी लक्ष्मी का आसन है। कमल गट्टे में संपत्ति आकर्षण की सूक्ष्म शक्ति होती है।
पूजन में कमल गट्टे रखने से धन प्रवाह खुलता है। इसे पूजन के बाद तिजोरी या धन-स्थान पर रखें।
2. गोमती चक्र (Gomati Chakra)
गोमती चक्र लक्ष्मी और विष्णु दोनों का प्रतीक है। यह स्थिर धन और सुरक्षा प्रदान करता है।
11 गोमती चक्र लाल कपड़े में बांधकर देवी के चरणों में रखें।
3. चांदी का सिक्का या कौड़ी
चांदी “चंद्र ऊर्जा” का प्रतीक है जो मानसिक स्थिरता और वित्तीय निर्णयों को सही दिशा देती है।
सिक्के को पूजा के बाद तिजोरी में रखें, और 21 दिनों तक “ॐ श्रीं ह्रीं नमः” मंत्र जप करें।
4. तुलसी पत्र (Tulsi Leaf)
तुलसी बिना कोई पूजन पूर्ण नहीं होता। लक्ष्मी तुलसी में वास करती हैं।
एक तुलसी पत्र देवी के चरणों में रखें, और जल में उसकी बूंदें मिलाकर दीपक में डालें।
5. श्री यंत्र (Shri Yantra)
यह देवी का ऊर्जात्मक स्वरूप है। श्री यंत्र को लाल वस्त्र पर रखकर दीपक के पास रखें।
इससे पूजा स्थल में ऊर्जा का प्रवाह स्थिर होता है, और धन-आकर्षण का चुम्बकीय क्षेत्र बनता है।
लक्ष्मी मंत्र और विधि (Mantra and Vidhi)
मंत्र:
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः॥”
विधि:
- पूजन स्थल साफ करें और गंगाजल छिड़कें।
- लाल वस्त्र बिछाकर देवी लक्ष्मी, श्री यंत्र और पाँच वस्तुएँ स्थापित करें।
- गाय के घी का दीपक जलाएँ।
- कपूर से आरती करें और धूप दिखाएँ।
- ऊपर दिए गए मंत्र का 540 (5 माला) बार जप करें।
- जप के बाद मौन में देवी का ध्यान करें और प्रार्थना करें — “माँ, धन आए तो स्थिर रहे, और कृपा निरंतर बनी रहे।”
- पूजन के बाद दीपक को स्वयं न बुझाएँ, उसे अपने आप बुझने दें।
शुभ मुहूर्त (Muhurat)
दिवाली या शुक्रवार की रात्रि को करें।
सर्वश्रेष्ठ समय:
🕙 रात्रि 11:10 बजे से 12:15 बजे तक — “महालक्ष्मी प्रकट योग”
यदि यह समय संभव न हो, तो 10:45 से 11:30 के बीच भी यह प्रयोग सफल होता है।
नियम (Niyam)
- पूजा में लाल या पीले वस्त्र पहनें।
- घर का मुख्य द्वार और तिजोरी उत्तर दिशा की ओर खुलनी चाहिए।
- पूजा के समय मौन रहें और मोबाइल का प्रयोग न करें।
- भोजन सात्त्विक हो — प्याज, लहसुन, मांस और शराब वर्जित हैं।
- देवी की मूर्ति की आँखों में सीधे न देखें; ध्यान भाव में करें।
- अगले 3 दिनों तक प्रतिदिन दीपक जलाएँ और वही मंत्र 11 बार जपें।
लाभ (Benefits)
- अचानक धन लाभ या अटके हुए पैसे की प्राप्ति।
- नौकरी या व्यापार में उन्नति और नए अवसर।
- आर्थिक संकट से राहत।
- घर और परिवार में सौभाग्य और स्थिरता।
- वित्तीय निर्णयों में स्पष्टता और साहस।
- मानसिक शांति और आत्मविश्वास में वृद्धि।
- देवी की कृपा से अनजानी बाधाओं का निवारण।
सावधानियाँ (Precautions)
- पूजा के दौरान क्रोध या जल्दबाजी न करें।
- कोई भी वस्तु किसी को दान या उधार न दें अगले 3 दिन तक।
- दीपक का तेल या घी स्वयं भरें — किसी और से न करवाएँ।
- प्रयोग के दौरान देवी का नाम मन में बार-बार लें।
- प्रयोग के बाद 3 दिनों तक पूजा स्थल को न बदलें।
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प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1: क्या यह प्रयोग केवल दिवाली पर किया जा सकता है?
उत्तर: नहीं, किसी भी शुक्रवार की रात्रि भी यह प्रयोग समान रूप से प्रभावी है।
प्रश्न 2: क्या नई वस्तुएँ आवश्यक हैं?
उत्तर: हाँ, पाँचों वस्तुएँ नई और शुद्ध होनी चाहिए। पुरानी वस्तुएँ ऊर्जा को कमज़ोर करती हैं।
प्रश्न 3: क्या महिलाएँ यह प्रयोग कर सकती हैं?
उत्तर: हाँ, यह गृहस्थ स्त्रियों के लिए अत्यंत शुभ है। देवी लक्ष्मी स्वयं गृहलक्ष्मी रूप में प्रकट होती हैं।
प्रश्न 4: क्या इस प्रयोग के बाद दान करना ज़रूरी है?
उत्तर: हाँ, धन प्रवाह को बनाए रखने के लिए कम से कम एक वस्त्र या अन्न का दान करें।
प्रश्न 5: क्या पूजा में संगीत या मंत्र रिकॉर्डिंग चला सकते हैं?
उत्तर: हाँ, लेकिन मुख्य जप अपने मुख से करें। रिकॉर्डिंग केवल सहायक हो।
प्रश्न 6: क्या नकारात्मक प्रभाव संभव हैं?
उत्तर: नहीं, जब तक भावना और श्रद्धा शुद्ध है, केवल सकारात्मक ऊर्जा प्रकट होती है।
प्रश्न 7: कब तक परिणाम मिलते हैं?
उत्तर: सामान्यतः 3 दिनों के भीतर धन या शुभ समाचार के रूप में संकेत मिलता है।
अंत मे
धन का रहस्य केवल मेहनत में नहीं, बल्कि ऊर्जा के प्रवाह में छिपा है। जब आप दिवाली या शुक्रवार की रात्रि को लक्ष्मी पूजन में ये पाँच वस्तुएँ रखते हैं, तो आप देवी की उस सूक्ष्म शक्ति को आमंत्रित करते हैं जो अचानक अवसर, धन और सौभाग्य के रूप में प्रकट होती है।
DivyayogAshram का संदेश है — “सच्ची श्रद्धा से किया गया छोटा प्रयोग, कभी-कभी जीवन का सबसे बड़ा परिवर्तन बन जाता है।”
इस दिवाली, केवल पूजा न करें — इन पाँच रहस्यमयी चीज़ों को देवी के सामने रखिए और अनुभव कीजिए अगले तीन दिनों में लक्ष्मी कृपा का अद्भुत Financial Shock!