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Powerful Solar Eclipse Ritual to Remove Ancestral Curses

सूर्य ग्रहण और पितृ दोष निवारण की अद्भुत साधना

Powerful Solar Eclipse Ritual – सूर्य ग्रहण एक विशेष ज्योतिषीय घटना है, जो पितृ दोष निवारण के लिए अति शुभ मानी जाती है। इस दौरान की गई साधनाएँ शीघ्र फल देती हैं। पितृ दोष जीवन में अनेक कठिनाइयों का कारण बन सकता है, जैसे आर्थिक संकट, संतानहीनता, मानसिक तनाव और बाधाएँ। सूर्य ग्रहण के प्रभावी समय में पितरों की कृपा पाने के लिए विशेष साधना की जाती है।

पितृ दोष निवारण के लिए सूर्य ग्रहण के दौरान ॐ ऐं श्रीं सर्व पित्राय स्वधा मंत्र का जाप अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। यह साधना करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है, और जीवन की रुकावटें समाप्त होती हैं।


पितृ दोष निवारण साधना के अद्भुत लाभ

  1. पितरों की कृपा प्राप्त होती है
  2. आर्थिक स्थिति में सुधार होता है
  3. संतान संबंधी समस्याओं का समाधान होता है
  4. मानसिक शांति प्राप्त होती है
  5. स्वास्थ्य में सुधार आता है
  6. कर्ज से मुक्ति मिलती है
  7. परिवार में सुख-शांति बनी रहती है
  8. व्यापार और नौकरी में तरक्की होती है
  9. बाधाएँ और विघ्न दूर होते हैं
  10. आध्यात्मिक उन्नति होती है
  11. जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है
  12. पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है
  13. विवाह में आ रही रुकावटें दूर होती हैं
  14. अकारण होने वाली दुर्घटनाएँ समाप्त होती हैं
  15. गृह क्लेश और पारिवारिक समस्याएँ समाप्त होती हैं

साधना के नियम और अनुशासन

  1. ग्रहण से पूर्व स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें
  2. साधना के दौरान पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करें
  3. साधना एकांत में शांत स्थान पर करें
  4. दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जाप करें
  5. पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर साधना करना अधिक लाभकारी होता है
  6. इस दौरान सात्विक आहार लें और नकारात्मक विचारों से बचें
  7. सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद गरीबों को भोजन कराएँ
  8. पितरों के निमित्त तर्पण करें

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सूर्य ग्रहण में पितृ दोष निवारण साधना का शुभ मुहूर्त

सूर्य ग्रहण के दौरान साधना करने के लिए सही मुहूर्त का चयन अति आवश्यक होता है। ग्रहण प्रारंभ होते ही साधना प्रारंभ कर देनी चाहिए और ग्रहण समाप्ति तक जारी रखनी चाहिए।

इस अवधि में किया गया मंत्र जाप और तर्पण अत्यंत प्रभावशाली होता है।

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सूर्य ग्रहण में पितृ दोष निवारण की विधि

  1. ग्रहण से पहले पवित्रता बनाए रखें और मानसिक रूप से तैयार हों
  2. पीले या सफेद वस्त्र धारण करें
  3. एक साफ आसन पर बैठकर पूर्वजों को स्मरण करें
  4. 508 बार ॐ ऐं श्रीं सर्व पित्राय स्वधा मंत्र का जाप करें
  5. जल में काले तिल, फूल और कुश डालकर तर्पण करें
  6. ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान कर लें और ब्राह्मणों को भोजन कराएँ
  7. जरूरतमंदों को दान दें और पूर्वजों के निमित्त प्रार्थना करें

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पितृ दोष निवारण साधना से जुड़े सामान्य प्रश्न

1. क्या सूर्य ग्रहण में पितृ दोष निवारण संभव है

हाँ, सूर्य ग्रहण के दौरान की गई साधना पितृ दोष निवारण में अत्यंत प्रभावशाली होती है।

2. क्या ग्रहण के दौरान भोजन किया जा सकता है

नहीं, ग्रहण के दौरान भोजन और जल ग्रहण नहीं करना चाहिए।

3. क्या महिलाएँ यह साधना कर सकती हैं

हाँ, लेकिन वे विशेष सावधानी और पवित्रता का पालन करें।

4. क्या यह साधना बिना गुरु के की जा सकती है

हाँ, लेकिन यदि गुरु मार्गदर्शन दें तो अधिक लाभ होता है।

5. यदि ग्रहण के समय उपलब्ध न हो तो क्या करें

अन्य विशेष तिथियों, जैसे अमावस्या या श्राद्ध पक्ष में भी यह साधना कर सकते हैं।

6. क्या ग्रहण के बाद साधना का प्रभाव रहता है

हाँ, लेकिन ग्रहण काल में की गई साधना का प्रभाव कई गुना अधिक होता है।

7. क्या साधना केवल सूर्य ग्रहण में करनी चाहिए

सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों में यह साधना लाभकारी होती है।

8. क्या इस साधना से पितृ दोष पूर्ण रूप से समाप्त हो सकता है

हाँ, यदि विधि-विधान से साधना की जाए तो पितृ दोष नष्ट हो सकता है।


सूर्य ग्रहण में की गई यह साधना जीवन की अनेक समस्याओं का समाधान कर सकती है। पितरों की कृपा पाने और जीवन को सुखमय बनाने के लिए इस पावन अवसर का सदुपयोग अवश्य करें।

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