धन को आकर्षित करने वाली
अघोर लक्ष्मी यंत्र ११०० अघोर लक्ष्मी मंत्र से सिद्ध (praan pratishthit) किया गया है। इस कलियुग मे अघोर लक्ष्मी के पूजन का महत्व बहुत ही बढ गया है। इसलिये अघोर लक्ष्मी यंत्र इस कार्य मे बहुत मतद करता है। ये यंत्र एक प्रकार का तांत्रिक यंत्र है जो तुरंत लक्ष्मी की कृपा पाने के लिये प्रयोग किया जाता है। इस यंत्र के ध्यान, तपस्या, और साधना के माध्यम से भगवान लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकता है और उन्हें समृद्धि, धन, और धार्मिक उन्नति में सहायता प्रदान करता है।
अघोर लक्ष्मी यंत्र का उपयोग विशेषकर धन, समृद्धि, और सौभाग्य के लिए किया जाता है। अघोर लक्ष्मी यंत्र का उपयोग करके लोग मान्यता से विश्वास करते हैं कि वे अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकते हैं और धन की प्राप्ति में सफल हो सकते हैं। इसके अलावा, यह यंत्र माता लक्ष्मी की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने में सहायक हो सकता है।
अघोर लक्ष्मी यंत्र के लाभ
1. धन की प्राप्ति: इस यंत्र की साधना से धन की प्राप्ति होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
2. समृद्धि में वृद्धि: यंत्र की स्थापना से घर और व्यवसाय में समृद्धि आती है।
3. कर्ज मुक्ति: अघोर लक्ष्मी यंत्र की पूजा से कर्ज से मुक्ति मिलती है।
4. व्यापार में सफलता: व्यापार में वृद्धि और सफलता के लिए यह यंत्र अत्यंत प्रभावी है।
5. नौकरी में उन्नति: नौकरी में प्रमोशन और उन्नति के लिए सहायक है।
6. आर्थिक स्थिरता: यह यंत्र आर्थिक स्थिरता बनाए रखने में मदद करता है।
7. धन की सुरक्षा: धन की सुरक्षा और उसे बर्बाद होने से बचाने के लिए सहायक है।
8. विपरीत परिस्थितियों से मुक्ति: विपरीत आर्थिक परिस्थितियों से उबरने में मदद करता है।
9. विभिन्न योजनाओं में सफलता: आर्थिक योजनाओं और निवेश में सफलता प्राप्त होती है।
10. धन के स्रोतों का विस्तार: धन के नए स्रोतों की प्राप्ति होती है।
11. व्यापार में बढ़ोत्तरी: व्यापार में वृद्धि और मुनाफा बढ़ता है।
12. परिवार में खुशहाली: परिवार में खुशहाली और सुख-शांति बनी रहती है।
13. शत्रु बाधा से मुक्ति: शत्रुओं और विरोधियों से मुक्ति मिलती है।
14. विवाह में अड़चनों का निवारण: विवाह में आ रही अड़चनों का निवारण होता है।
15. विदेश यात्रा में सफलता: विदेश यात्रा और वहां बसने की इच्छा पूरी होती है।
16. संपत्ति में वृद्धि: संपत्ति में वृद्धि और संपत्ति से लाभ होता है।
17. मन की शांति: मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति मिलती है।
18. अध्यात्मिक उन्नति: अध्यात्मिक उन्नति और ध्यान में सफलता मिलती है।
19. सकारात्मक ऊर्जा: सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
20. सफलता प्राप्ति: जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है।
अघोर लक्ष्मी यंत्र की स्थापना और पूजा विधि
- स्थान: इस यंत्र को घर के पूजा स्थल या व्यापारिक स्थल में स्थापित करें।
- दिन: शुभ मुहूर्त में शुक्रवार के दिन इसकी स्थापना करें।
- साफ सफाई: स्थापना से पहले स्थान की साफ-सफाई करें।
- स्नान: यंत्र को स्नान कराएं और उसे पवित्र जल से शुद्ध करें।
- दीप जलाएं: दीपक जलाएं और अगरबत्ती लगाएं।
- मंत्र जाप: "ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
- प्रसाद: देवी लक्ष्मी को मिष्ठान का भोग लगाएं।
- जल चढ़ाएं: यंत्र पर गंगा जल छिड़कें।
- फूल अर्पित करें: यंत्र पर ताजे फूल अर्पित करें।
- संकल्प: अपने मन में धन, समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति का संकल्प लें।
सावधानियाँ
- साफ-सफाई: पूजा स्थल की नियमित साफ-सफाई रखें।
- शुद्धता: पूजा के दौरान शरीर और मन की शुद्धता का ध्यान रखें।
- नियमित पूजा: यंत्र की नियमित पूजा और देखभाल करें।
- सकारात्मक सोच: पूजा के दौरान सकारात्मक सोच बनाए रखें।
- संयम: किसी भी प्रकार की अशुद्धि से बचें।
अघोर लक्ष्मी यंत्र धन, समृद्धि और खुशहाली के लिए एक शक्तिशाली साधन है। इसके विधिवत स्थापना और पूजा से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और जीवन में सुख-शांति आती है। यंत्र की नियमित पूजा और देखभाल से धन, समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति होती है।
Reviews
There are no reviews yet.