- अलौकिक अनुभव करवाने वाली जयावती अप्सरा आकर्षण, सौंदर्य के साथ-साथ विजय की देवी हैं। उसके पास अलौकिक क्षमताएं हैं। जयावती अप्सरा साधना करके व्यक्ति अपनी सुंदरता की जादुई शक्ति को जागृत कर सुंदर व आकर्षक बनता है और किसी भी कार्य में सफलता के साथ-साथ समृद्धि भी प्राप्त करता है।
जयावती अप्सरा साधना के लाभ
- धन और संपत्ति: साधना से धन, संपत्ति और भौतिक सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- आकर्षण शक्ति: साधक का आकर्षण बढ़ता है और वह दूसरों को आसानी से प्रभावित कर सकता है।
- रिश्तों में सुधार: प्रेम और विवाह संबंधी समस्याओं का समाधान मिलता है।
- व्यापार में सफलता: व्यापार और व्यवसाय में सफलता मिलती है।
- सौंदर्य और यौवन: साधक का सौंदर्य और यौवन बना रहता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: साधक को आध्यात्मिक उन्नति और आंतरिक शांति की प्राप्ति होती है।
- स्वास्थ्य: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- संतान प्राप्ति: संतान सुख की प्राप्ति होती है।
- शत्रु नाश: शत्रुओं से मुक्ति और उनके प्रभाव से रक्षा मिलती है।
- सौभाग्य: जीवन में सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा आती है।
- कला और सृजन: साधक के कलात्मक और सृजनशील गुणों में वृद्धि होती है।
- विवाह योग: विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
- संतुष्टि: मानसिक और भावनात्मक संतुष्टि मिलती है।
- आत्मविश्वास: साधक का आत्मविश्वास बढ़ता है।
- विपरीत लिंगी का आकर्षण: विपरीत लिंगी का आकर्षण बढ़ता है।
जयावती अप्सरा साधना मुहूर्त
- दिन: मंगलवार, शुक्रवार, पूर्णिमा, रवि पुष्य नक्षत्र
- समय: रात 9 बजे के बाद
- साधना स्थल: पूजा स्थल, कोई शांतिपूर्ण कमरा
- साधना अवधि: 11 दिन, 21 दिन
- साधना मंत्र: प्रतिदिन 11/21 माला
- दिशा: उत्तर
Jayavati apsara sadhana articles
- Siddha Jayavati apsara mala
- Siddha Jayavati apsara mala
- Jayavati apsara Aasan
- Jayavati apsara shrangar
- Raksha sutra
- Siddha black chirmi beads
- Siddha Jayavati apsara parad gutika
- Jayavati apsara sadhana mathods
- Jayavati apsara mantra
- Jayavati apsara diksha
- Jayavati apsara ring
जयावती अप्सरा साधना - पृश्न उत्तर
- जयावती अप्सरा साधना क्या है?
- यह एक तांत्रिक साधना है जिसमें जयावती अप्सरा की उपासना की जाती है।
- इस साधना को कौन कर सकता है?
- कोई भी व्यक्ति जो तांत्रिक साधनाओं में रुचि रखता है और सही मार्गदर्शन प्राप्त कर रहा है, वह इसे कर सकता है।
- इस साधना के लिए क्या आवश्यक है?
- उचित तंत्र-मंत्र, साधना की विधि, और एक अनुभवी गुरु का मार्गदर्शन आवश्यक है।
- साधना के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- जयावती अप्सरा साधना के दौरान शुद्धता, नियमों का पालन, और एकाग्रता अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
- साधना में कितनी अवधि लगती है?
- यह साधक की श्रद्धा, समर्पण, और साधना की विधि पर निर्भर करता है। साधारणतः यह जयावती अप्सरा साधना कुछ दिनों से लेकर कुछ महीनों तक चल सकती है।
- क्या इस साधना में कोई खतरा है?
- यदि इसे सही विधि और गुरु के मार्गदर्शन में किया जाए तो कोई खतरा नहीं है। लेकिन गलत तरीके से करने पर विपरीत प्रभाव हो सकते हैं।
- साधना के लिए कौन सा समय सबसे उत्तम है?
- रात्रि का समय विशेष रूप से उत्तम माना जाता है, खासकर पूर्णिमा या अमावस्या की रात्रि।
- इस जयावती अप्सरा साधना के लिए कौन सी सामग्री की आवश्यकता होती है?
- सामान्यतः विशेष प्रकार के पुष्प, धूप, दीपक, यंत्र, मंत्र, और अन्य जयावती अप्सरा साधना सामग्री की आवश्यकता होती है।
- इस साधना से क्या सच में लाभ होता है?
- हाँ, यदि साधना सही विधि और श्रद्धा से की जाए तो इसके लाभ प्राप्त होते हैं।
- क्या यह साधना सभी के लिए सुरक्षित है?
- हाँ, सही विधि और गुरु के मार्गदर्शन में यह साधना सुरक्षित है।
- साधना के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
- साधना के दौरान शुद्धता, नियमों का पालन, और एकाग्रता अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
- साधना के परिणाम कब तक मिलते हैं?
- यह साधक की श्रद्धा और जयावती अप्सरा साधना की विधि पर निर्भर करता है। परिणाम समय के साथ मिलते हैं।
- क्या इस साधना को घर पर किया जा सकता है?
- हाँ, इसे घर पर भी किया जा सकता है, लेकिन एकांत और शुद्ध वातावरण का ध्यान रखना चाहिए।
- क्या साधना के लिए किसी विशेष दीक्षा की आवश्यकता होती है?
- हाँ, साधना शुरू करने से पहले एक योग्य गुरु से दीक्षा लेना आवश्यक है।
- इस साधना का आध्यात्मिक महत्व क्या है?
- जयावती अप्सरा साधना साधक को आध्यात्मिक उन्नति, आंतरिक शांति, और उच्चतर चेतना की प्राप्ति में मदद करती है।
Reviews
There are no reviews yet.