- कुंभ विवाह पूजन भारतीय धार्मिक परंपराओं में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। इस पूजन का मुख्य उद्देश्य उन कन्याओं के विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करना है जिनके विवाह में किसी प्रकार की रुकावट या विलंब हो रहा हो। यह पूजा विशेष रूप से मांगलिक दोष या कुंडली में अन्य दोषों के निवारण के लिए की जाती है।
- कई लोग मांगलिक दोष के कारण विवाह में देरी और परेशानियों का सामना कर सकते हैं।
- कुंभ विवाह पूजा का आयोजन इसे शांत करने और शुभता को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
- विवाह के बाद होने वाली परेशानी कम हो, प्रेम का संबंध बना रहे, इसके लिये भी कुंभ विवाह पूजा करवाई जाती है।
इस पूजन मे लडके का विवाह बरगद की लकडी के पेड से करवाई जाती है। और लडकी की शादी "श्री कृष्ण" की मूर्ति से करायी जाता है. इस पद्धति को कुंभ विवाह कहा गया है.
कुंभ विवाह पूजन के लाभ
- विवाह में आ रही बाधाओं का नाश:
- यह पूजा उन सभी बाधाओं को दूर करती है जो कन्या के विवाह में आ रही होती हैं। कुंडली दोष, जैसे मांगलिक दोष, केतु दोष, राहु दोष, आदि का निवारण करती है।
- समय पर विवाह:
- इस पूजा से विवाह में विलंब समाप्त होता है और कन्या का विवाह सही समय पर होता है।
- सुखी वैवाहिक जीवन:
- कुंभ विवाह पूजन से वैवाहिक जीवन में सुख, शांति और सामंजस्य बना रहता है। पति-पत्नी के बीच प्रेम और समझ बढ़ती है।
- आध्यात्मिक और मानसिक शांति:
- इस पूजा से साधक को मानसिक शांति और आत्मिक शांति प्राप्त होती है। मन की चिंताओं का नाश होता है।
- परिवार की समृद्धि:
- कुंभ विवाह पूजन से परिवार में समृद्धि और खुशहाली आती है। सभी सदस्य सुखी और संपन्न रहते हैं।
- नकारात्मक ऊर्जा का नाश:
- इस पूजा से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- विवाह योग्य योग्य वर की प्राप्ति:
- कुंभ विवाह पूजन से कन्या को योग्य वर की प्राप्ति होती है। वर का चयन सही और उपयुक्त होता है।
- कुंडली दोष का निवारण:
- यह पूजा कुंडली में मौजूद विभिन्न दोषों का निवारण करती है, जिससे विवाह में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं।
- सामाजिक प्रतिष्ठा:
- इस पूजा से परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ती है। विवाह संबंधी समस्याओं के समाधान से परिवार को सम्मान प्राप्त होता है।
- संकटों का नाश:
- कुंभ विवाह पूजन से विवाह से संबंधित सभी संकटों और समस्याओं का नाश होता है। जीवन में सुखद घटनाओं का आगमन होता है।
कुंभ विवाह पूजन के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- कुंभ विवाह पूजन क्या है?
- कुंभ विवाह पूजन एक धार्मिक अनुष्ठान है, जिसका उद्देश्य कन्याओं के विवाह में आने वाली बाधाओं और कुंडली दोषों का निवारण करना है।
- कुंभ विवाह पूजन कब करना चाहिए?
- यह पूजन शुभ मुहूर्त में किया जाना चाहिए, जैसे कि पूर्णिमा, अमावस्या, या अन्य विशेष पर्वों पर। किसी विद्वान ज्योतिषी से शुभ मुहूर्त का चयन करवाएं।
- कुंभ विवाह पूजन के लिए क्या आवश्यक है?
- पूजा सामग्री में कलश, नारियल, लाल वस्त्र, हल्दी, कुमकुम, फूल, धूप, दीप, चावल, मिठाई, और अन्य पूजा सामग्री शामिल होती है।
- कुंभ विवाह पूजन कैसे किया जाता है?
- एक कुंडली दोष निवारण विशेषज्ञ या विद्वान पंडित द्वारा इस पूजा का संचालन किया जाता है। पूजा में कलश की स्थापना, देवी-देवताओं का आह्वान, मंत्रों का जाप, और हवन आदि शामिल होते हैं।
- कुंभ विवाह पूजन के लिए कौन सा कलश उपयोग किया जाता है?
- एक नया और पवित्र कलश, जिसे तांबे, पीतल या मिट्टी का हो सकता है, उपयोग किया जाता है। कलश में गंगा जल या पवित्र जल भरकर उसमें आम के पत्ते और नारियल स्थापित किया जाता है।
- क्या कुंभ विवाह पूजन से तुरंत लाभ मिलता है?
- परिणाम व्यक्ति की श्रद्धा, भक्ति और कर्म पर निर्भर करते हैं। कुछ मामलों में तुरंत लाभ मिल सकता है, जबकि अन्य मामलों में समय लग सकता है।
- कुंभ विवाह पूजन के बाद क्या करना चाहिए?
- पूजा के बाद कलश को किसी पवित्र जल स्रोत में विसर्जित करें। नियमित रूप से देवी-देवताओं की पूजा और आराधना जारी रखें।
- क्या कुंभ विवाह पूजन को किसी विशेष स्थान पर करना चाहिए?
- इस पूजा को मंदिर में या घर के पवित्र स्थान पर किया जा सकता है। किसी विद्वान पंडित की सहायता से इसे संपन्न करना चाहिए।
- क्या कुंभ विवाह पूजन में विशेष वस्त्र धारण करने चाहिए?
- हां, पूजन के दौरान स्वच्छ और नए वस्त्र, विशेष रूप से लाल या पीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
- क्या कुंभ विवाह पूजन केवल कन्या के लिए ही होता है?
- मुख्यतः यह पूजा कन्या के विवाह के लिए की जाती है, लेकिन विशेष परिस्थितियों में वर के लिए भी की जा सकती है।
- क्या कुंभ विवाह पूजन के लिए कोई विशेष मंत्र होते हैं?
- हां, पूजा के दौरान विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है। पंडित जी द्वारा निर्धारित मंत्रों का पालन करें।
- क्या कुंभ विवाह पूजन के लिए किसी विशेष देवी-देवता की पूजा करनी चाहिए?
- मुख्यतः भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है, लेकिन अन्य देवी-देवताओं की पूजा भी शामिल हो सकती है।
- क्या कुंभ विवाह पूजन में कोई विशेष व्रत रखना चाहिए?
- कुछ मामलों में व्रत रखना शुभ माना जाता है। व्रत रखने का निर्णय विद्वान पंडित की सलाह पर निर्भर करता है।
- क्या कुंभ विवाह पूजन से मांगलिक दोष दूर होता है?
- हां, यह पूजा मांगलिक दोष को दूर करने में सहायक होती है और विवाह में आ रही समस्याओं का समाधान करती है।
- क्या कुंभ विवाह पूजन के दौरान किसी विशेष प्रकार की सामग्री का उपयोग करना चाहिए?
- हां, पूजा के दौरान पवित्र सामग्री का उपयोग करना चाहिए, जैसे कि गंगा जल, चंदन, कुमकुम, फूल, धूप, दीप, आदि।
- क्या कुंभ विवाह पूजन के बाद कोई विशेष प्रसाद वितरित करना चाहिए?
- हां, पूजा के बाद प्रसाद का वितरण करना शुभ माना जाता है। मिठाई, फल, और अन्य प्रसाद बांटें।
- क्या कुंभ विवाह पूजन के दौरान विशेष धूप और दीपक का उपयोग करना चाहिए?
- हां, पूजा के दौरान विशेष धूप और दीपक का उपयोग करना चाहिए। यह पूजा को अधिक प्रभावी बनाता है।
- क्या कुंभ विवाह पूजन से विवाह की अन्य समस्याएं भी दूर होती हैं?
- हां, यह पूजा विवाह से संबंधित सभी प्रकार की समस्याओं का निवारण करती है और सुखद वैवाहिक जीवन की प्राप्ति में सहायक होती है।
- क्या कुंभ विवाह पूजन को किसी ज्योतिषीय उपाय के साथ करना चाहिए?
- हां, ज्योतिषीय उपायों के साथ इस पूजा को करने से इसके प्रभाव अधिक होते हैं। किसी विद्वान ज्योतिषी की सलाह लें।
- क्या कुंभ विवाह पूजन के लिए किसी विशेष तिथि का चयन करना चाहिए?
- हां, इस पूजा के लिए शुभ तिथि का चयन करना चाहिए। किसी विद्वान ज्योतिषी से शुभ तिथि का चयन करवाएं।
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