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Pitra dosha nivaran pujan for ancestor blessing

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पितृ दोष या पितृ योग. इसे "मूल दोष" भी कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ योग माना जाता है। जिसकी कुंडली मे अष्लेशा, मघा, रेवती, ज्येष्ठा, मूल व अश्विनी नक्षत्र होते है, उन्हे पित्र दोष होता है। ये जाने अंजाने अपने बडे बुजुर्गो को नाराज करते रहते है। इसलिये इन्हे पित्रों (ancestors) का आशिर्वाद नही मिलता। इस दोष के प्रभाव का व्यक्ति के जीवन में कुछ समस्याये आती रहती है जैसे कि:

  1. परिवारिक संबंधों में तनाव: पितृ दोष के कारण परिवारिक संबंधों में तनाव और विवाद हो सकते हैं। यह दोष परिवार के संबंधों में अस्थिरता और चुनौतियों का कारण बन सकता है।
  2. विवाह में देरी: पितृ दोष के कारण कुछ लोगों को विवाह में देरी हो सकती है या विवाह के लिए उचित समय ढूँढने में कठिनाई हो सकती है।
  3. संतान की समस्याः संतान नही होते है या ज्यादातर कन्या संतान ही होती है।
  4. शत्रुः शत्रुओं की संख्या बढने लगती है.
  5. नजर (Nazar) या तंत्र बाधा (Tantra Badha) का प्रभाव औरों की तुलना मे जल्दी होता है।
  6. धन संबंधी परेशानियाँ: पितृ दोष के प्रभाव से धन संबंधी परेशानियाँ हो सकती हैं, जैसे कि धन की अस्थिरता, नुकसान, या वित्तीय संकट।
  7. परिवार में स्वास्थ्य समस्याएं: कई बार पितृ दोष के प्रभाव से परिवार के सदस्यों में स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
  8. करियर में अस्थिरता: पितृ दोष के कारण करियर में अस्थिरता, अवसाद, या अन्य कठिनाइयाँ हो सकती हैं।

इन नुकसानों को कम करने के लिए व्यक्ति को "पित्र दोष निवारण" पूजा अवश्य करवानी चाहिये।

पितृ दोष निवारण पूजा

यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है, जिसे पितरों (पूर्वजों) की शांति और संतुष्टि के लिए किया जाता है। पितृ दोष को कुंडली में मौजूद उन दोषों के रूप में माना जाता है, जो पूर्वजों के असंतोष या कर्ज के कारण उत्पन्न होते हैं। यह दोष व्यक्ति के जीवन में विभिन्न समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे कि स्वास्थ्य समस्याएं, आर्थिक संकट, विवाह में बाधाएं आदि। पितृ दोष निवारण पूजा इन समस्याओं का समाधान करती है और व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाती है।

पितृ दोष निवारण पूजा के लाभ

  1. पितरों की शांति और संतुष्टि:
    • यह पूजा पितरों की आत्मा को शांति और संतुष्टि प्रदान करती है, जिससे उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  2. कुंडली दोषों का निवारण:
    • पितृ दोष के कारण उत्पन्न कुंडली दोषों का निवारण होता है, जिससे जीवन में आ रही समस्याएं दूर होती हैं।
  3. आर्थिक समृद्धि:
    • पूजा से आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है और धन की प्राप्ति होती है। व्यक्ति के व्यापार और नौकरी में सफलता मिलती है।
  4. स्वास्थ्य लाभ:
    • पितृ दोष निवारण पूजा से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। रोगों और बिमारियों से मुक्ति मिलती है।
  5. विवाह में बाधाओं का नाश:
    • इस पूजा से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और विवाह योग्य कन्याओं और वरों का शीघ्र विवाह होता है।
  6. मानसिक शांति:
    • पूजा से मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है। तनाव और चिंता का नाश होता है।
  7. संकटों का नाश:
    • पितृ दोष निवारण पूजा से जीवन में आने वाली सभी प्रकार की बाधाओं और संकटों का नाश होता है।
  8. पारिवारिक सुख-शांति:
    • परिवार में सुख, शांति और सामंजस्य बना रहता है। गृह कलह और विवादों का नाश होता है।
  9. संतान प्राप्ति:
    • संतान संबंधी समस्याओं का समाधान होता है और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
  10. आध्यात्मिक उन्नति:
    • पूजा से आध्यात्मिक उन्नति होती है और साधक को आत्मिक शांति प्राप्त होती है।

Pitra dosha puja can be done on Amavasya or Shivaratri. You can get the puja done by coming or online also. After online puja, Protection Kavach will be couriered to you.

पितृ दोष निवारण पूजा के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. पितृ दोष निवारण पूजा क्या है?
    • यह एक धार्मिक अनुष्ठान है, जो पितरों की आत्मा को शांति और संतुष्टि प्रदान करने के लिए किया जाता है, जिससे जीवन में आ रही समस्याओं का समाधान होता है।
  2. पितृ दोष निवारण पूजा कब करनी चाहिए?
    • यह पूजा श्राद्ध पक्ष, अमावस्या, सर्व पितृ अमावस्या या किसी शुभ मुहूर्त में की जानी चाहिए।
  3. पितृ दोष निवारण पूजा के लिए क्या आवश्यक है?
    • पूजा सामग्री में पवित्र जल, कुश, तिल, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य, और अन्य पूजन सामग्री शामिल होती है।
  4. पितृ दोष निवारण पूजा कैसे की जाती है?
    • यह पूजा किसी विद्वान पंडित द्वारा की जाती है, जिसमें पितरों का आवाहन, तर्पण, पिंडदान, हवन और पितृ स्तोत्र का पाठ किया जाता है।
  5. पितृ दोष निवारण पूजा के लिए कौन सा मंत्र उपयोग किया जाता है?
    • पूजा के दौरान पितृ तर्पण मंत्र और पितृ स्तोत्र का जाप किया जाता है।
  6. क्या पितृ दोष निवारण पूजा को घर में किया जा सकता है?
    • हां, इसे घर के पूजा स्थल में किया जा सकता है, लेकिन अधिक प्रभावी परिणाम के लिए इसे किसी पवित्र तीर्थ स्थल पर करना शुभ माना जाता है।
  7. पितृ दोष निवारण पूजा के बाद क्या करना चाहिए?
    • पूजा के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दक्षिणा दें। तर्पण जल को पवित्र नदी या जल स्रोत में विसर्जित करें।
  8. क्या पितृ दोष निवारण पूजा से तुरंत लाभ मिलता है?
    • परिणाम व्यक्ति की श्रद्धा और भक्ति पर निर्भर करते हैं। कुछ मामलों में तुरंत लाभ मिलता है, जबकि अन्य मामलों में समय लगता है।
  9. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के दौरान विशेष वस्त्र धारण करने चाहिए?
    • हां, पूजन के दौरान स्वच्छ और सफेद वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
  10. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के दौरान व्रत रखना चाहिए?
    • हां, पूजा के दौरान व्रत रखना लाभकारी होता है। तामसिक आहार का त्याग करें और सात्विक भोजन करें।
  11. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के लिए किसी विशेष सामग्री का उपयोग करना चाहिए?
    • हां, तिल, कुश, पवित्र जल, सफेद फूल, तिल का तेल आदि का उपयोग किया जाता है।
  12. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के दौरान किसी विशेष विधि का पालन करना चाहिए?
    • हां, पूजा की विधि का पालन विद्वान पंडित की सलाह से करना चाहिए। तर्पण, पिंडदान और हवन की विधि का सही पालन करें।
  13. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के दौरान विशेष भोग अर्पित करना चाहिए?
    • हां, पितरों को विशेष भोग अर्पित करना चाहिए। दूध, चावल, तिल, गुड़ और घी का उपयोग किया जा सकता है।
  14. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के बाद किसी विशेष मंत्र का जाप करना चाहिए?
    • हां, पूजा के बाद पितृ स्तोत्र और तर्पण मंत्र का जाप करना लाभकारी होता है।
  15. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के लिए किसी विशेष दिन का चयन करना चाहिए?
    • हां, पितृ पक्ष, अमावस्या, और सर्व पितृ अमावस्या जैसे विशेष दिनों का चयन करना शुभ माना जाता है।
  16. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के बाद किसी विशेष नियम का पालन करना चाहिए?
    • हां, पूजा के बाद सात्विक आहार ग्रहण करें और ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
  17. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के दौरान कोई विशेष धूप और दीपक का उपयोग करना चाहिए?
    • हां, पूजा के दौरान तिल का तेल और घी का दीपक जलाना शुभ माना जाता है।
  18. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के बाद किसी विशेष स्थान पर दान करना चाहिए?
    • हां, पवित्र स्थानों पर दान करना चाहिए। ब्राह्मणों को भोजन, वस्त्र और दक्षिणा देना लाभकारी होता है।
  19. क्या पितृ दोष निवारण पूजा के बाद कोई विशेष कार्य करना चाहिए?
    • हां, पूजा के बाद पितरों की आत्मा की शांति के लिए ब्राह्मणों को भोजन कराएं और जरूरतमंदों को दान करें।

पितृ दोष निवारण पूजा अत्यंत प्रभावशाली अनुष्ठान है, जो पितरों की आत्मा को शांति और संतुष्टि प्रदान करता है। इससे साधक के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। इस पूजा को विधिपूर्वक और श्रद्धा से करने से पितृ दोष का निवारण होता है और साधक को जीवन के सभी क्षेत्रों में लाभ प्राप्त होता है।

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