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Pratyangira sadhana and siddhi

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हर तरह से सुरक्षा देने वाली प्रत्यांगिरा साधना इस कलियुग मे बहुत ही प्रभावकारी मानी जाती है।  प्रत्यांगिरा को नकारात्मक ऊर्जाओं, शत्रुओं और तंत्र-मंत्र से बचाने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। प्रत्यांगिरा साधना विशेष रूप से उन लोगों के लिए की जाती है जो जीवन में गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिनका कारण दुष्ट शक्तियाँ, तंत्र-बाधा या शत्रु हो सकते हैं।

प्रत्यांगिरा साधना के लाभ

  1. शत्रुओं से रक्षा: इस साधना से साधक को शत्रुओं के बुरे प्रभाव से बचाव मिलता है और उसे उनके खिलाफ विजय प्राप्त होती है।
  2. तंत्र-मंत्र से सुरक्षा: प्रत्यांगिरा साधना तंत्र-मंत्र, काला जादू, और बुरी नजर के प्रभाव से सुरक्षा प्रदान करती है।
  3. दुष्ट शक्तियों का नाश: साधना के माध्यम से दुष्ट और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है, जो व्यक्ति के जीवन में बाधाएँ उत्पन्न कर रही होती हैं।
  4. मानसिक शांति और स्थिरता: इस साधना से साधक को मानसिक शांति मिलती है, जिससे वह अपने जीवन में स्थिरता और संतुलन बनाए रख सकता है।
  5. आध्यात्मिक उन्नति: प्रत्यांगिरा साधना के माध्यम से साधक की आध्यात्मिक उन्नति होती है, जिससे उसे ईश्वरीय कृपा प्राप्त होती है।
  6. अशुभ ग्रहों के प्रभाव से मुक्ति: यह साधना अशुभ ग्रहों के प्रभाव को कम करती है, जिससे जीवन में आने वाली अड़चनें दूर होती हैं।
  7. कर्ज मुक्ति: साधना के प्रभाव से साधक को आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है और उसे कर्ज से मुक्ति मिलती है।
  8. स्वास्थ्य समस्याओं से मुक्ति: प्रत्यांगिरा साधना स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करती है और साधक को दीर्घायु और स्वस्थ जीवन प्रदान करती है।
  9. जीवन में समृद्धि: इस साधना के माध्यम से साधक के जीवन में समृद्धि, सुख, और वैभव की प्राप्ति होती है।
  10. रिश्तों में सामंजस्य: साधना के प्रभाव से साधक के परिवार और समाज में रिश्तों में सामंजस्य और प्रेम बढ़ता है।
  11. नकारात्मकता से मुक्ति: साधना के दौरान किए गए मंत्रों और साधनाओं से जीवन में व्याप्त नकारात्मकता और उदासी दूर होती है।
  12. आत्म-विश्वास में वृद्धि: साधना के परिणामस्वरूप साधक के आत्म-विश्वास में वृद्धि होती है, जिससे वह जीवन में कठिनाइयों का सामना कर सकता है।
  13. सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण: साधना के माध्यम से जीवन में आने वाली सभी प्रकार की बाधाओं और रुकावटों का निवारण होता है।
  14. परिवार की सुरक्षा: साधना से साधक और उसके परिवार को सुरक्षा मिलती है, जिससे वे हर प्रकार के संकट से सुरक्षित रहते हैं।
  15. आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति: साधना के माध्यम से साधक की मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति में वृद्धि होती है, जिससे वह जीवन के हर क्षेत्र में सफल होता है।
  16. भयमुक्त जीवन: साधना से साधक के जीवन से भय का नाश होता है, और उसे निर्भयता प्राप्त होती है।
  17. जीवन में स्थिरता: साधना के माध्यम से जीवन में स्थिरता और संतुलन प्राप्त होता है, जिससे साधक अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर पाता है।
  18. क्लेशों से मुक्ति: साधना के प्रभाव से जीवन में क्लेश, तनाव, और समस्याओं का निवारण होता है, जिससे साधक सुखी जीवन व्यतीत करता है।
  19. तंत्र साधना में सफलता: जो साधक तंत्र साधना में सफल होना चाहते हैं, उनके लिए प्रत्यांगिरा साधना विशेष रूप से लाभकारी होती है।
  20. सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति: साधना के माध्यम से साधक को जीवन के सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है, और उसे हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।

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प्रत्यांगिरा साधना से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

  1. प्रत्यांगिरा देवी कौन हैं?
    • प्रत्यांगिरा देवी को शक्ति की एक उग्र और विध्वंसक रूप के रूप में जाना जाता है। वे नकारात्मक ऊर्जाओं, शत्रुओं और तंत्र-मंत्र से रक्षा करती हैं।
  2. प्रत्यांगिरा साधना क्यों की जाती है?
    • यह साधना शत्रुओं से बचाव, तंत्र-मंत्र के प्रभाव से सुरक्षा, और जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए की जाती है।
  3. प्रत्यांगिरा साधना कौन कर सकता है?
    • यह साधना वे लोग कर सकते हैं जो जीवन में गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं, खासकर जब समस्याएं दुष्ट शक्तियों या तंत्र-मंत्र के कारण हों।
  4. क्या प्रत्यांगिरा साधना के लिए कोई विशेष मुहूर्त आवश्यक है?
    • हां, प्रत्यांगिरा साधना को अमावस्या, पूर्णिमा, या विशेष रूप से निशा काल में करना अधिक प्रभावी माना जाता है।
  5. प्रत्यांगिरा साधना के लिए कौन-कौन सी सामग्री आवश्यक होती है?
    • साधना के लिए काले तिल, नींबू, लाल कपड़ा, धूप, दीपक, चंदन, और विशेष मंत्रों का जाप आवश्यक होता है।
  6. क्या प्रत्यांगिरा साधना घर में की जा सकती है?
    • हां, इसे घर में भी किया जा सकता है, लेकिन तंत्र साधनाओं में महारत रखने वाले गुरु की देखरेख में करना अधिक सुरक्षित और प्रभावी होता है।
  7. क्या प्रत्यांगिरा साधना में कोई खतरा है?
    • यदि साधना विधिवत और सही गुरु के मार्गदर्शन में की जाए तो इसमें कोई खतरा नहीं है। गलत तरीके से साधना करने पर विपरीत परिणाम हो सकते हैं।
  8. प्रत्यांगिरा साधना का प्रभाव कब तक रहता है?
    • साधना का प्रभाव साधक के कर्म, श्रद्धा, और साधना की शुद्धता पर निर्भर करता है। सही तरीके से की गई साधना का प्रभाव लंबे समय तक रहता है।
  9. प्रत्यांगिरा साधना में मंत्र का क्या महत्व है?
    • मंत्र इस साधना का मुख्य हिस्सा होता है, जिसके द्वारा साधक देवी का आह्वान करता है और उनसे अपनी इच्छाओं की पूर्ति की प्रार्थना करता है।
  10. क्या साधना के बाद विशेष आहार का पालन करना चाहिए?
    • हां, साधना के दौरान और उसके बाद सात्विक आहार का सेवन करना चाहिए और तामसिक आहार से दूर रहना चाहिए।
  11. क्या साधना के दौरान उपवास रखना आवश्यक है?
    • उपवास रखना साधना की प्रभावशीलता को बढ़ा सकता है, लेकिन यह साधक की शारीरिक क्षमता और गुरु के निर्देश पर निर्भर करता है।
  12. क्या प्रत्यांगिरा साधना के लिए किसी गुरु का होना आवश्यक है?
    • हां, प्रत्यांगिरा साधना एक शक्तिशाली तंत्र साधना है, जिसे किसी योग्य और अनुभवी गुरु के मार्गदर्शन में करना उचित होता है।
  13. क्या साधना के बाद कुछ दान करना चाहिए?
    • साधना के बाद दान करना शुभ माना जाता है, जिससे साधना का पुण्य बढ़ता है और साधक को अधिक लाभ प्राप्त होता है।
  14. क्या साधना के दौरान विशेष व्रत का पालन करना चाहिए?
    • हां, साधना के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन और मानसिक तथा शारीरिक शुद्धता बनाए रखना आवश्यक होता है।
  15. प्रत्यांगिरा साधना का परिणाम कितने समय में मिलता है?
    • परिणाम साधक की श्रद्धा, विश्वास और साधना की विधि पर निर्भर करता है। कुछ साधकों को तुरंत लाभ मिलता है, जबकि कुछ को समय के साथ परिणाम मिलते हैं।
  16. क्या प्रत्यांगिरा साधना से स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है?
    • हां, इस साधना से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और बीमारियों का निवारण होता है।
  17. प्रत्यांगिरा साधना के लिए कौन सा दिन सर्वोत्तम होता है?
    • अमावस्या, मंगलवार, या शनिदेव के दिन को प्रत्यांगिरा साधना के लिए शुभ माना जाता है।
  18. क्या साधना के दौरान विशेष ध्यान या योग करना चाहिए?
    • साधना के दौरान ध्यान और योग करने से मानसिक स्थिरता और साधना की सफलता बढ़ती है।
  19. क्या प्रत्यांगिरा साधना के लिए कोई विशेष मंत्र का जाप करना चाहिए?
    • हां, साधना के दौरान प्रत्यांगिरा मंत्र का जाप किया जाता है, जैसे "ॐ ह्रीं क्लीं प्रत्यंगिरायै नमः"।
  20. क्या प्रत्यांगिरा साधना से जीवन की सभी समस्याओं का समाधान हो सकता है?
    • इस साधना से कई प्रकार की समस्याओं का समाधान होता है, लेकिन साधक को जीवन में अन्य सकारात्मक कर्म भी करने चाहिए।

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