शनि साडेसाती दोष निवरण पूजा एक विशेष पूजा विधि है जो शनि ग्रह के अशुभ प्रभावों से मुक्ति पाने और शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए की जाती है। शनि साडेसाती, जो करीब सात साल और छह महीने की अवधि होती है, व्यक्ति के जीवन में चुनौतियाँ और कष्ट लेकर आ सकती है। इस पूजा का मुख्य उद्देश्य इन कठिनाइयों को कम करना और जीवन में शांति व समृद्धि लाना है।
शनि साडेसाती दोष निवरण पूजा के लाभ
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- कष्टों से मुक्ति: पूजा करने से शनि साडेसाती के कारण आने वाली चुनौतियों और कष्टों से राहत मिलती है।
- धन और समृद्धि: पूजा के माध्यम से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे आर्थिक स्थिरता और समृद्धि में वृद्धि होती है।
- स्वास्थ्य में सुधार: इस पूजा से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में सुधार होता है, जो साडेसाती के दौरान उत्पन्न हो सकती हैं।
- मानसिक शांति: पूजा करने से मानसिक तनाव और चिंता कम होती है, और मन को शांति मिलती है।
- कर्मों का सुधार: यह पूजा व्यक्ति के बुरे कर्मों का निवारण करती है, जिससे भविष्य में अच्छे कर्म करने की प्रेरणा मिलती है।
- शत्रुओं से रक्षा: पूजा से शत्रुओं से रक्षा होती है और विरोधियों की योजनाएँ विफल होती हैं।
- विवाह और पारिवारिक सुख: जिन व्यक्तियों के विवाह या पारिवारिक जीवन में समस्याएँ हैं, उन्हें इस पूजा से लाभ मिलता है।
- आकस्मिक दुर्घटनाओं से सुरक्षा: पूजा से आकस्मिक दुर्घटनाओं और अनहोनी घटनाओं से सुरक्षा मिलती है।
- व्यापार में उन्नति: व्यापारी वर्ग के लिए, यह पूजा व्यापार में वृद्धि और लाभ प्राप्त करने में सहायक होती है।
- नौकरी में स्थिरता: नौकरीपेशा लोगों के लिए, यह पूजा कार्यक्षेत्र में स्थिरता और पदोन्नति के अवसर प्रदान करती है।
- न्यायालय के मामलों में विजय: जिनके ऊपर न्यायालय या कानूनी मामलों का दबाव हो, वे इस पूजा से लाभान्वित होते हैं।
- विघ्नों का निवारण: जीवन में आने वाले सभी प्रकार के विघ्नों का नाश होता है और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।
- विवेक और निर्णय शक्ति: पूजा से विवेक और निर्णय लेने की शक्ति में सुधार होता है।
- पारिवारिक कलह का नाश: पारिवारिक विवाद और कलह समाप्त होते हैं, जिससे घर में शांति बनी रहती है।
- धार्मिक प्रवृत्ति में वृद्धि: पूजा से व्यक्ति की धार्मिक प्रवृत्ति और आस्था में वृद्धि होती है।
- सुख-शांति और आनंद: पूजा करने से जीवन में सुख-शांति और आनंद प्राप्त होता है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार: इस पूजा से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे जीवन के सभी क्षेत्रों में सुधार होता है।
- ऋण से मुक्ति: इस पूजा के माध्यम से कर्ज और आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है।
- संतान सुख: जिन व्यक्तियों को संतान सुख में समस्याएं आ रही हों, उन्हें इस पूजा से लाभ मिलता है।
- भाग्य और दुर्भाग्य में सुधार: पूजा से व्यक्ति के भाग्य में सुधार होता है और दुर्भाग्य समाप्त होता है।
शनि साडेसाती दोष निवरण पूजा से जुड़े सामान्य प्रश्न
- शनि साडेसाती दोष क्या है?
शनि साडेसाती का मतलब शनि ग्रह का साढ़े सात साल का वह समय होता है, जब शनि व्यक्ति की राशि पर प्रभाव डालता है और जीवन में विभिन्न कठिनाइयाँ ला सकता है। - शनि साडेसाती का असर कब होता है?
यह तब शुरू होता है जब शनि ग्रह व्यक्ति की जन्म राशि के बारहवें, पहले और दूसरे भाव में प्रवेश करता है। - शनि साडेसाती दोष निवरण पूजा कब करनी चाहिए?
इस पूजा को किसी योग्य पंडित के मार्गदर्शन में शनि जयंती, शनिवार, या विशेष मुहूर्त में करना चाहिए। - इस पूजा के लिए कौन से उपाय किए जाते हैं?
पूजा में शनि देव की विशेष पूजा-अर्चना, हवन, और शनि मंत्रों का जाप किया जाता है। - क्या इस पूजा से तुरंत लाभ मिलता है?
पूजा के प्रभाव व्यक्ति के जीवन में धीरे-धीरे दिखने लगते हैं, लेकिन यह शनि देव की कृपा पर निर्भर करता है। - क्या इस पूजा के लिए व्रत रखना आवश्यक है?
कुछ लोग इस पूजा के दिन व्रत रखते हैं, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है। - पूजा के दौरान किस प्रकार का आहार लेना चाहिए?
पूजा के दिन सात्विक आहार लेना चाहिए और तामसिक भोजन से बचना चाहिए। - क्या पूजा के बाद कोई विशेष नियमों का पालन करना चाहिए?
पूजा के बाद कुछ समय तक शनि मंत्रों का जाप और शनि देव की आराधना करनी चाहिए। - क्या इस पूजा के लिए विशेष सामग्री की आवश्यकता होती है?
हाँ, पूजा के लिए काले तिल, तेल, नीले वस्त्र, और अन्य सामग्री का प्रयोग किया जाता है। - क्या शनि साडेसाती से डरना चाहिए?
नहीं, अगर सही तरीके से पूजा और उपाय किए जाएं तो शनि साडेसाती के कष्टों से बचा जा सकता है। - क्या इस पूजा को घर पर किया जा सकता है?
हाँ, इसे घर पर भी किया जा सकता है, लेकिन किसी पंडित या गुरु की देखरेख में करना बेहतर होता है। - पूजा के दौरान कौन से मंत्रों का जाप करना चाहिए?
पूजा के दौरान "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का जाप करना चाहिए। - क्या इस पूजा के लिए विशेष वस्त्र पहनने चाहिए?
हाँ, पूजा के दौरान नीले या काले रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। - क्या इस पूजा के लिए विशेष दान करना चाहिए?
हाँ, पूजा के बाद गरीबों को दान देना और शनि देव से जुड़े वस्त्र, तिल, और तेल का दान करना शुभ होता है। - क्या इस पूजा के लिए किसी विशेष स्थान पर जाना चाहिए?
इसे शनि मंदिर में करना सबसे उत्तम माना जाता है, लेकिन इसे घर पर भी किया जा सकता है।
Shani sade-sati pujan can be done on Saturday, Grahan or Amavasya. You can get the puja done by coming or online also. After online puja, Shani Kavach and Yantra will be couriered to you.
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