विजया अप्सरा साधना
विजया अप्सरा अपने भक्त को सौंदर्य, आकर्षण और सफलता दिलाने वाली की मानी जाती हैं। ये साधक को कार्य मे सफल होने के लिये मार्गदर्शन करती है। विजया अप्सरा साधना करने से व्यक्ति सुंदर, आकर्षक बनने के लिए अंतर्मन को जागृत करता है और आसानी से लोगो पर अपना प्रभाव डालता है और साथ ही कार्यों में सफलता, समृद्धि प्राप्त करने के लिए मदत करती है।
विजया अप्सरा साधना के लाभ
- धन और संपत्ति: इस साधना के माध्यम से साधक को धन, संपत्ति और भौतिक सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- आकर्षण: साधक का आकर्षण बढ़ता है और वह दूसरों को आसानी से प्रभावित कर सकता है।
- रिश्तों में सुधार: यह साधना प्रेम और विवाह संबंधी समस्याओं को हल करने में सहायक होती है।
- सौंदर्य और युवा: साधक का सौंदर्य और युवा अवस्था बरकरार रहती है।
- आध्यात्मिक उन्नति: साधक को आध्यात्मिक उन्नति और आंतरिक शांति की प्राप्ति होती है।
- सौभाग्य: यह साधना साधक के जीवन में सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा लाती है।
विजया अप्सरा साधना मुहूर्त
- दिन: शुक्रवार, अमावस्या, अक्षय तृतीया
- समय: रात 9 बजे के बाद
- साधना स्थल: पूजा स्थल, कोई शांतिपूर्ण कमरा
- साधना अवधि: 11 दिन, 21 दिन
- साधना मंत्र: प्रतिदिन 11/21 माला
- दिशा: उत्तर
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विजया अप्सरा साधना - Frequently Asked Questions
- विजया अप्सरा साधना क्या है?
- यह एक विशेष प्रकार की तांत्रिक साधना है जिसमें विजया अप्सरा की उपासना की जाती है।
- इस साधना को कौन कर सकता है?
- कोई भी व्यक्ति जो तांत्रिक विधियों और साधनाओं में रुचि रखता है और सही मार्गदर्शन प्राप्त कर रहा है, वह इस साधना को कर सकता है।
- इस साधना के लिए क्या आवश्यक है?
- उचित तंत्र-मंत्र, साधना की विधि, और एक अनुभवी गुरु का मार्गदर्शन आवश्यक है।
- साधना के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- साधना के दौरान शुद्धता, नियमों का पालन, और एकाग्रता अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
- साधना में कितनी अवधि लगती है?
- यह साधक की श्रद्धा, समर्पण, और साधना की विधि पर निर्भर करता है। साधारणतः यह साधना कुछ दिनों से लेकर कुछ महीनों तक चल सकती है।
- क्या इस साधना में कोई खतरा है?
- यदि इसे सही विधि और गुरु के मार्गदर्शन में किया जाए तो कोई खतरा नहीं है। लेकिन गलत तरीके से करने पर विपरीत प्रभाव हो सकते हैं।
- साधना के लिए कौन सा समय सबसे उत्तम है?
- रात्रि का समय विशेष रूप से उत्तम माना जाता है, खासकर पूर्णिमा या अमावस्या की रात्रि।
- इस साधना के लिए कौन सी सामग्री की आवश्यकता होती है?
- सामान्यतः विशेष प्रकार के पुष्प, धूप, दीपक, यंत्र, मंत्र, और अन्य तांत्रिक सामग्री की आवश्यकता होती है।
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