विवाह बाधा निवारण – सफेद फूलों से पूजन विधि
Remove Marriage Obstacles – विवाह जीवन का एक अत्यंत पवित्र बंधन है, जो केवल दो व्यक्तियों को ही नहीं, बल्कि दो आत्माओं को जोड़ता है। लेकिन कई बार ग्रह दोष, पारिवारिक समस्याएँ, जन्मपत्रिका के दोष, या अज्ञात बाधाओं के कारण विवाह में अनावश्यक विलंब या रुकावटें आने लगती हैं। विशेष रूप से कन्याओं के विवाह में आने वाली रुकावटें परिवार के लिए चिंता का कारण बनती हैं। ऐसे में शिव-गौरी की आराधना को श्रेष्ठतम माना गया है। “ॐ ह्रौं गौरीशंकराय नमः” मंत्र और सफेद फूलों से सोमवार के दिन शिवलिंग का पूजन करने से विवाह मार्ग की सभी बाधाएं दूर होती हैं। यह सरल परंतु अत्यंत प्रभावशाली उपाय, अनेक साधकों द्वारा सिद्ध और अनुभूत है। यह पूजा “DivyaYogaAshram” द्वारा प्रमाणित एवं पारंपरिक शास्त्रीय विधि पर आधारित है, जो इच्छुक कन्या या उनके परिजनों द्वारा भी सम्पन्न की जा सकती है।
विवाह बाधा निवारण – सफेद फूलों से पूजन के विशेष लाभ
- शीघ्र विवाह में आ रही सभी बाधाएं दूर होती हैं।
- योग्य और अनुकूल जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।
- जातक की कुंडली में विवाह योग सशक्त होता है।
- देरी से हो रहे विवाह के कारण उत्पन्न मानसिक तनाव समाप्त होता है।
- पारिवारिक रिश्तों में सामंजस्य बढ़ता है।
- समाज में सम्मान और प्रतिष्ठा की वृद्धि होती है।
- प्रेम विवाह में आ रही रुकावटें दूर होती हैं।
- टूटे हुए रिश्ते पुनः जुड़ने लगते हैं।
- विवाह योग्य लड़के या लड़की की ऊर्जा आकर्षणमयी बनती है।
- कुण्डली दोष (मांगलिक, ग्रहण दोष आदि) का प्रभाव कम होता है।
- माता-पिता की चिंता कम होती है।
- साधक का मन शांति और श्रद्धा से भरता है।
- शादी के बाद जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
- विवाह स्थल, तिथि और प्रस्तावों में शुभ संकेत प्रकट होने लगते हैं।
- शिव-गौरी कृपा से दांपत्य जीवन में माधुर्य आता है।
पूजन विधि (Vidhi)
- सोमवार के दिन प्रातः स्नान कर स्वच्छ सफेद वस्त्र धारण करें।
- किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग के समक्ष दीपक जलाएं।
- सफेद फूल (जैसे चमेली, बेला, गुलाब) साथ रखें।
- शिवलिंग को जल, दूध, और शुद्ध जल से अभिषेक करें।
- अब “ॐ ह्रौं गौरीशंकराय नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।
- प्रत्येक मंत्र जप के साथ एक-एक सफेद फूल शिवलिंग पर अर्पित करें।
- विवाह में बाधा दूर करने की मनोकामना करें।
- पूजन के बाद प्रसाद वितरित करें और मंदिर में कुछ दान अवश्य करें।
- इस प्रक्रिया को कम से कम 5 या 11 सोमवार तक नियमित करें।
नियम (Niyam)
- यह उपाय सोमवार को ही करें।
- सफेद वस्त्र और मानसिक पवित्रता बनाए रखें।
- व्रत या एक समय फलाहार का पालन करने से फल शीघ्र प्राप्त होते हैं।
- मंत्र जप के समय किसी से बातचीत न करें।
- इस पूजन को विवाह योग्य कन्या स्वयं या उसकी माता कर सकती है।
- मांस, मद्य और अपवित्र भोजन का त्याग करें।
- सकारात्मक भाव से श्रद्धा के साथ पूजन करें।
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
Q1. यह उपाय कौन कर सकता है?
विवाह में बाधा का सामना कर रही कन्या, युवक, या उनके माता-पिता यह कर सकते हैं।
Q2. क्या यह उपाय कुंडली दोष को भी दूर करता है?
हाँ, यह उपाय मांगलिक दोष, ग्रहण दोष आदि को भी शिथिल करता है।
Q3. मंत्र जप कितनी बार करें?
प्रति सोमवार कम से कम 108 बार “ॐ ह्रौं गौरीशंकराय नमः” मंत्र का जप करें।
Q4. फूल कौन से प्रयोग में लाने चाहिए?
चमेली, बेला, सफेद गुलाब, या अन्य कोई भी शुद्ध सफेद फूल।
Q5. कितने सोमवार यह उपाय करें?
कम से कम 5 सोमवार या श्रद्धा अनुसार 11, 21 सोमवार तक करें।
Q6. क्या इस उपाय से प्रेम विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो सकती हैं?
हाँ, शिव-गौरी का यह पूजन प्रेम विवाह की बाधाओं को भी दूर करता है।
Q7. क्या यह उपाय घर पर किया जा सकता है?
यदि शिवलिंग की स्थापना शुद्ध विधि से की गई हो, तो घर पर भी कर सकते हैं।
यह अत्यंत प्रभावशाली और सरल उपाय “DivyaYogaAshram” की अनुभूत विधियों पर आधारित है। यदि श्रद्धा, नियम और निष्ठा के साथ इसका पालन किया जाए, तो विवाह में आने वाली सभी रुकावटें निश्चित रूप से दूर होती हैं। शिव-गौरी की कृपा से जीवन में वैवाहिक सुख, संतुलन और प्रेम की स्थापना होती है।