Shiva Shabar Mantra

Shiva Shabar Mantra for Wealth & Family Peace

Shiva Shabar mantra, इस विधि से भगवान शिव की आराधना करने से पारिवारिक व भौतिक जीवन मे सफलता जल्दी मिलती है। शाबर मंत्रों का प्रयोग प्राचीन समय से ही किया जा रहा है और इनकी शक्ति अद्वितीय मानी जाती है। शिव शाबर मंत्र विशेष रूप से शिवजी को समर्पित होता है और इसे सही विधि से जपने पर अत्यधिक लाभकारी माना जाता है।

शिव शाबर मंत्र

शिव शाबर मंत्र इस प्रकार है:

॥ऊँ नमः शिवाय शंभो, शाबर मंत्र सिद्धि लायो, शिव सदा सहायो, दुख दर्द मिटायो, ॐ नमः शिवाय॥

शिव शाबर मंत्र के लाभ

  1. मानसिक शांति: इस मंत्र के जप से मानसिक शांति प्राप्त होती है।
  2. सकारात्मक ऊर्जा: जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  3. संकटों से मुक्ति: जीवन में आने वाले संकटों से मुक्ति मिलती है।
  4. धन प्राप्ति: आर्थिक स्थिति में सुधार आता है।
  5. स्वास्थ्य लाभ: स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में लाभकारी होता है।
  6. भय निवारण: भय और चिंता से मुक्ति मिलती है।
  7. आध्यात्मिक उन्नति: आध्यात्मिक प्रगति होती है।
  8. शत्रु नाश: शत्रुओं से रक्षा होती है।
  9. परिवारिक सुख: परिवार में सुख और शांति का वातावरण बनता है।
  10. कार्य सिद्धि: सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
  11. तंत्र बाधा मुक्ति: तांत्रिक बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
  12. कर्ज मुक्ति: कर्ज से छुटकारा मिलता है।
  13. आत्मविश्वास: आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
  14. विघ्न निवारण: सभी विघ्न और बाधाएं दूर होती हैं।
  15. जीवन में स्थिरता: जीवन में स्थिरता और संतुलन आता है।
  16. दिव्य दृष्टि: आध्यात्मिक दृष्टि विकसित होती है।
  17. सुख-समृद्धि: जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
  18. साहस: साहस और धैर्य में वृद्धि होती है।
  19. कर्म में सुधार: कर्म में सुधार होता है और अच्छे फल प्राप्त होते हैं।
  20. ईश्वरीय कृपा: भगवान शिव की कृपा सदैव बनी रहती है।

शिव शाबर मंत्र विधि

मंत्र जप का दिन, अवधि, मुहूर्त

  1. दिन: शिव शाबर मंत्र का जप करने के लिए सोमवार सबसे उत्तम दिन होता है।
  2. अवधि: इस मंत्र का जप कम से कम ११ दिन और अधिकतम २१ दिन तक करना चाहिए।
  3. मुहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह ४ बजे से ६ बजे तक) जप के लिए सर्वोत्तम समय माना जाता है।

सामग्री

  1. रुद्राक्ष की माला: मंत्र जप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करना चाहिए।
  2. गंगाजल: जप से पहले गंगाजल से हाथ-पैर धो लेना चाहिए।
  3. दीपक: शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए।
  4. धूप: धूप बत्ती से वातावरण को शुद्ध करना चाहिए।
  5. शिवलिंग: शिवलिंग के सामने बैठकर जप करना चाहिए।
  6. पंचामृत: शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाना चाहिए।
  7. बिल्वपत्र: शिवलिंग पर बिल्वपत्र अर्पित करना चाहिए।

मंत्र जप संख्या

शिव शाबर मंत्र का जप निम्नलिखित प्रकार से करना चाहिए:

  • एक माला: १०८ बार
  • ग्यारह माला: ११८८ बार

मंत्र जप के नियम

  1. शुद्धता: मंत्र जप के समय शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
  2. एकांत: जप के समय एकांत स्थान का चयन करना चाहिए।
  3. शिवलिंग के सामने: मंत्र जप शिवलिंग के सामने बैठकर करना चाहिए।
  4. समय का ध्यान: रोज एक ही समय पर जप करना चाहिए।
  5. ध्यान: जप के समय ध्यान केंद्रित रखना चाहिए।
  6. श्रद्धा: मन में श्रद्धा और विश्वास रखना चाहिए।
  7. ध्यान मंत्र: जप से पहले भगवान शिव का ध्यान करना चाहिए।
  8. नियमितता: जप नियमित रूप से करना चाहिए।
  9. व्रत: जप के दौरान उपवास रखना चाहिए।
  10. आहार: शुद्ध और सात्विक आहार का सेवन करना चाहिए।

मंत्र जप सावधानी

  1. विघ्नों से बचाव: जप के दौरान विघ्नों से बचाव करना चाहिए।
  2. अशुद्धता से बचें: जप के समय अशुद्धता से बचना चाहिए।
  3. शुद्ध वस्त्र: शुद्ध वस्त्र पहनकर जप करना चाहिए।
  4. मन की स्थिरता: मन को स्थिर और शांत रखना चाहिए।
  5. अनुष्ठान के नियम: अनुष्ठान के नियमों का पालन करना चाहिए।
  6. शिवलिंग का अपमान नहीं: शिवलिंग का अपमान नहीं करना चाहिए।
  7. श्रद्धा और विश्वास: मन में श्रद्धा और विश्वास बनाए रखना चाहिए।
  8. नियमितता: अनुष्ठान को अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए।
  9. शांति: जप के समय शांति बनाए रखना चाहिए।
  10. आहार: सात्विक आहार का ही सेवन करना चाहिए।

मंत्र से संबंधित प्रश्न उत्तर

  1. शिव शाबर मंत्र का अर्थ क्या है?
    • इस मंत्र का अर्थ है कि शिवजी की कृपा से सभी दुख और दर्द मिट जाते हैं।
  2. शिव शाबर मंत्र का जप कब करना चाहिए?
    • सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में जप करना चाहिए।
  3. शिव शाबर मंत्र के क्या लाभ हैं?
    • मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा, संकटों से मुक्ति आदि।
  4. इस मंत्र का जप कितने दिनों तक करना चाहिए?
    • कम से कम ११ दिन और अधिकतम २१ दिन।
  5. शिव शाबर मंत्र का जप किस सामग्री से करना चाहिए?
    • रुद्राक्ष की माला, गंगाजल, दीपक, धूप, शिवलिंग, पंचामृत और बिल्वपत्र।
  6. क्या शिव शाबर मंत्र का जप एकांत में करना चाहिए?
    • हाँ, एकांत स्थान का चयन करना चाहिए।
  7. शिव शाबर मंत्र का जप कितनी बार करना चाहिए?
    • एक माला यानी १०८ बार से लेकर ११ माला यानी ११८८ बार।
  8. क्या शिव शाबर मंत्र के जप से शत्रु नाश होता है?
    • हाँ, शत्रुओं से रक्षा होती है।
  9. शिव शाबर मंत्र का जप कैसे करना चाहिए?
    • शुद्धता, एकांत, शिवलिंग के सामने, समय का ध्यान, ध्यान और श्रद्धा के साथ।
  10. क्या शिव शाबर मंत्र के जप के समय उपवास रखना चाहिए?
    • हाँ, उपवास रखना चाहिए।
  11. शिव शाबर मंत्र का जप करने के लिए कौन सा दिन सबसे उत्तम होता है?
    • सोमवार।
  12. शिव शाबर मंत्र का जप किस समय करना चाहिए?
    • ब्रह्म मुहूर्त (सुबह ४ बजे से ६ बजे तक)।
  13. क्या शिव शाबर मंत्र का जप नियमित रूप से करना चाहिए?
    • हाँ, नियमित रूप से करना चाहिए।
  14. शिव शाबर मंत्र का जप करने से कौन-कौन सी बाधाएं दूर होती हैं?
    • विघ्न, तंत्र बाधा, कर्ज, और शत्रु बाधाएं।
  15. क्या शिव शाबर मंत्र का जप परिवार में सुख और शांति लाता है?
    • हाँ, परिवार में सुख और शांति का वातावरण बनता है।
  16. शिव शाबर मंत्र का जप करने से क्या आर्थिक स्थिति में सुधार होता है?
    • हाँ, धन प्राप्ति और आर्थिक स्थिति में सुधार आता है।
  17. शिव शाबर मंत्र का जप करने से क्या आत्मविश्वास में वृद्धि होती है?
    • हाँ, आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
  18. शिव शाबर मंत्र का जप किस प्रकार का आहार करना चाहिए?
    • शुद्ध और सात्विक आहार का सेवन करना चाहिए।