अकस्मात धन प्रदान करने वाला महाविद्या तारा का साबर मंत्र
तारा साबर मंत्र एक अत्यधिक प्रभावी और शक्तिशाली मंत्र है, जिसे प्राचीन समय से ही साधकों द्वारा साधना की सिद्धि के लिए उपयोग किया जाता रहा है। यह मंत्र तारा देवी की आराधना का एक प्रमुख साधन है और इसके द्वारा साधक को धन के क्षेत्र मे सफलता जल्दी मिलती है।
तारा साबर मंत्र का अर्थ
“॥ॐ तारे तुतारे, नष्ट करो विघ्न हमारे, कीजो हमारे काज, न करे तो भैरव की आन॥”
इस मंत्र का अर्थ है कि, “हे तारा देवी, आप हमारे सभी विघ्नों को नष्ट करें और हमारे कार्यों में सफलता प्रदान करें। यदि ऐसा न करें तो भैरव देवता की शपथ है।”
तारा साबर मंत्र के लाभ
तारा साबर मंत्र के कई लाभ हैं, जो साधक के जीवन में धन, समृद्धि, और सफलता लाने में सहायक होते हैं। इनमें से प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
- लॉटरी में जीत: मंत्र का नियमित जप करने से लॉटरी या अन्य खेलों में जीत प्राप्त हो सकती है।
- सट्टा बाज़ार में सफलता: सट्टा बाजार में सफलता प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जप अत्यंत फलदायी माना गया है।
- शेयर मार्केट में लाभ: शेयर बाजार में निवेश करने वाले व्यक्ति के लिए भी यह मंत्र अत्यधिक लाभकारी है।
- अचानक धन प्राप्ति: इस मंत्र के प्रभाव से अचानक धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
- कर्ज से मुक्ति: अगर कोई व्यक्ति कर्ज में डूबा हुआ है, तो इस मंत्र के नियमित जप से उसे कर्ज से मुक्ति मिल सकती है।
- व्यापार में वृद्धि: व्यापार में उन्नति और लाभ के लिए इस मंत्र का जप अत्यंत उपयोगी है।
- शत्रु से रक्षा: शत्रुओं के बुरे प्रभाव से रक्षा के लिए यह मंत्र अत्यंत प्रभावशाली है।
- स्वास्थ्य लाभ: स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से मुक्ति और उत्तम स्वास्थ्य के लिए यह मंत्र सहायक होता है।
- परिवारिक शांति: परिवार में शांति और सौहार्द बनाए रखने में यह मंत्र अत्यंत उपयोगी है।
- संतान प्राप्ति: संतान सुख की प्राप्ति के लिए इस मंत्र का जप अत्यंत फलदायी है।
- कानूनी मामलों में जीत: अदालत या कानूनी मामलों में सफलता प्राप्त करने के लिए यह मंत्र सहायक होता है।
- मनोकामना पूर्ण: किसी भी मनोकामना की पूर्ति के लिए इस मंत्र का नियमित जप किया जा सकता है।
- धन-संपत्ति की वृद्धि: इस मंत्र के जप से धन और संपत्ति में वृद्धि होती है।
- विद्यार्थियों के लिए लाभ: विद्यार्थियों के लिए इस मंत्र का जप विशेष लाभकारी है, जिससे पढ़ाई में सफलता प्राप्त होती है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार: इस मंत्र के नियमित जप से घर और आसपास की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
विधि
इस मंत्र का जप करने के लिए कुछ विशेष विधियों का पालन करना आवश्यक है। नीचे तारा साबर मंत्र की साधना विधि का विवरण दिया गया है:
मंत्र जप का दिन, अवधि, मुहूर्त
तारा साबर मंत्र का जप करने के लिए शुभ दिन और मुहूर्त का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस मंत्र का जप करने के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन शुक्रवार माना जाता है। इस दिन को तारा देवी के लिए विशेष रूप से समर्पित माना जाता है।
जप की अवधि ११ से २१ दिनों तक होनी चाहिए, जिसमें साधक को हर दिन नियमित रूप से मंत्र का जप करना होता है। मंत्र का जप किसी शुभ मुहूर्त में प्रारंभ करना चाहिए, जिसमें साधक की साधना को सिद्धि प्राप्त हो सके। प्रातः काल या संध्या समय इस मंत्र के जप के लिए उपयुक्त माने गए हैं।
Tara Sabar Mantra Video
मंत्र जप सामग्री
मंत्र जप के लिए आवश्यक सामग्री का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। सामान्यतः इस मंत्र की साधना में निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:
- रुद्राक्ष या स्फटिक की माला: मंत्र जप के लिए रुद्राक्ष या स्फटिक की माला का उपयोग करना उत्तम माना गया है। रुद्राक्ष की माला १११ या ११८८ मनकों वाली होनी चाहिए।
- शुद्ध घी का दीपक: दीपक में शुद्ध घी का उपयोग करें और इसे मंत्र जप के समय जलाए रखें।
- धूप या अगरबत्ती: धूप या अगरबत्ती का प्रयोग करें, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- तारा देवी की प्रतिमा या चित्र: तारा देवी की प्रतिमा या चित्र के सामने बैठकर मंत्र जप करें।
- चावल और कुमकुम: चावल और कुमकुम का प्रयोग तारा देवी की पूजा में करें।
- सफेद वस्त्र: साधक को सफेद वस्त्र धारण करना चाहिए, जो शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक है।
तारा साबर मंत्र जप संख्या
मंत्र जप की संख्या साधक की क्षमता और समय पर निर्भर करती है, लेकिन साधारणतः प्रतिदिन ११ माला यानी ११८८ मंत्र का जप करना उचित माना गया है। साधक को ध्यान रखना चाहिए कि मंत्र का उच्चारण स्पष्ट और सटीक हो, जिससे मंत्र की ऊर्जा साधक तक पहुँच सके।
नियम
मंत्र जप के समय कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक है, जिससे साधना सफल हो सके। नीचे दिए गए कुछ प्रमुख नियमों का पालन करना चाहिए:
- उम्र: इस मंत्र का जप २० वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति कर सकते हैं।
- स्त्री-पुरुष: इस मंत्र का जप स्त्री या पुरुष दोनों कर सकते हैं।
- वस्त्र का चयन: साधक को नीले या काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। सफेद या हल्के रंग के कपड़े पहने जा सकते हैं।
- धूम्रपान और मद्यपान: साधक को धूम्रपान, मद्यपान, और मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए।
- ब्रह्मचर्य: साधक को मंत्र जप के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
सावधानियाँ
मंत्र जप के समय कुछ विशेष सावधानियों का पालन करना भी आवश्यक है, जिससे साधना को किसी प्रकार की बाधा न हो:
- स्थान की शुद्धि: मंत्र जप के लिए चुना गया स्थान शुद्ध और शांत होना चाहिए।
- ध्यान का नियंत्रण: साधक को मंत्र जप के समय ध्यान को भटकने नहीं देना चाहिए।
- शुद्धता: साधक को शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि शुद्ध वस्त्र धारण करना और शुद्ध भोजन करना।
- आंतरिक शांति: साधक को मंत्र जप के समय अपने मन को शांत रखना चाहिए और ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
मंत्र जप से संबंधित प्रश्न और उत्तर
- प्रश्न: तारा साबर मंत्र किस उद्देश्य से किया जाता है?
उत्तर: तारा साबर मंत्र का उद्देश्य जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करना और धन, समृद्धि, और सफलता प्राप्त करना है। - प्रश्न: क्या तारा साबर मंत्र सभी के लिए प्रभावी है?
उत्तर: हाँ, तारा साबर मंत्र सभी के लिए प्रभावी है, चाहे वह व्यक्ति किसी भी आयु, लिंग या स्थिति का हो। - प्रश्न: क्या इस मंत्र का जप किसी विशेष समय पर करना चाहिए?
उत्तर: हाँ, इस मंत्र का जप प्रातः काल या संध्या समय करना सर्वोत्तम माना जाता है। - प्रश्न: क्या साधक को किसी विशेष वस्त्र धारण करना चाहिए?
उत्तर: हाँ, साधक को सफेद या हल्के रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए और नीले या काले वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। - प्रश्न: क्या मंत्र जप के दौरान किसी विशेष आहार का पालन करना चाहिए?
उत्तर: हाँ, साधक को मंत्र जप के दौरान शाकाहारी भोजन का सेवन करना चाहिए और मद्यपान, धूम्रपान से दूर रहना चाहिए। - प्रश्न: तारा साबर मंत्र का प्रभाव कब से दिखाई देने लगता है?
उत्तर: मंत्र जप का प्रभाव व्यक्ति की आस्था और साधना की गहनता पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यतः ११ से २१ दिनों के अंदर इसके प्रभाव दिखाई देने लगते हैं। - प्रश्न: क्या इस मंत्र का जप बिना माला के किया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, लेकिन माला के साथ मंत्र जप करना अधिक प्रभावी माना गया है। - प्रश्न: क्या तारा साबर मंत्र के लिए कोई विशेष माला का उपयोग किया जाता है?
उत्तर: हाँ, रुद्राक्ष या स्फटिक की माला का उपयोग तारा साबर मंत्र के जप के लिए किया जाता है। - प्रश्न: क्या तारा साबर मंत्र का जप करने से किसी प्रकार का नुकसान हो सकता है?
उत्तर: नहीं, अगर मंत्र जप विधि के अनुसार और शुद्धता के साथ किया जाए तो इससे कोई नुकसान नहीं होता है।