माँ चामुंडा दुर्गा की साधना का शक्तिप्रद मंत्र: इस विजयादशमी पाएं हर संकट से मुक्ति
Vijayadashami Durga-Chamunda Mantra Sadhana विजयादशमी का पर्व हिंदू धर्म में विजय और शक्ति का प्रतीक है। इस दिन माँ दुर्गा की साधना करना विशेष फलदायी माना जाता है। शास्त्रों में उल्लेख है कि माँ दुर्गा की कृपा से साधक हर संकट से मुक्ति पाकर जीवन में सफलता और शांति प्राप्त करता है।
DivyayogAshram के अनुसार, यदि विजयादशमी के दिन श्रद्धा और नियमपूर्वक माँ दुर्गा का शक्तिप्रद मंत्र जपा जाए तो साधक को त्वरित फल मिलता है। यह साधना न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि भौतिक जीवन की कठिनाइयों को भी समाप्त करती है।
माँ दुर्गा का शक्तिप्रद मंत्र
यह नवार्ण मंत्र कहलाता है और माँ दुर्गा की सर्वोच्च कृपा को आकर्षित करने वाला है।
साधना विधि (Vidhi)
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विजयादशमी के दिन प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
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घर के पूजन स्थान को साफ कर लाल या पीला कपड़ा बिछाएँ।
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माँ दुर्गा की प्रतिमा या चित्र के सामने दीपक और धूप जलाएँ।
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पुष्प, चावल और सिंदूर अर्पित करें।
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रुद्राक्ष या स्फटिक माला से कम से कम 108 बार मंत्र जप करें।
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साधना पूर्ण होने पर प्रसाद (फल या मिठाई) अर्पित करें और परिवार में बांटें।
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9 या 11 दिनों तक लगातार यह साधना करने से विशेष फल मिलता है।
माँ दुर्गा साधना के लाभ
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शत्रुओं पर विजय और संकटों से मुक्ति।
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आर्थिक स्थिति में सुधार और धन वृद्धि।
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स्वास्थ्य लाभ और रोगों से मुक्ति।
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मानसिक शांति और आत्मबल में वृद्धि।
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घर-परिवार में सुख और सौहार्द।
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नौकरी और व्यवसाय में सफलता।
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शिक्षा और करियर में उन्नति।
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साधना और आध्यात्मिक शक्ति का विस्तार।
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नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा।
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आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता का विकास।
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विवाह और संतान संबंधी समस्याओं का समाधान।
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जीवन में नए अवसरों का निर्माण।
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पूर्वजों और गुरु की कृपा की प्राप्ति।
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आभामंडल (Aura) का शुद्धिकरण और शक्ति वृद्धि।
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जीवन के हर क्षेत्र में सफलता।
साधना के नियम (Niyam)
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साधना काल में सात्विक आहार लें।
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क्रोध, झूठ और नकारात्मक विचारों से बचें।
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प्रतिदिन एक ही समय और स्थान पर साधना करें।
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साधना स्थल को पवित्र और शांत रखें।
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शराब और मांसाहार से दूर रहें।
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श्रद्धा और विश्वास बनाए रखें।
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कौन कर सकता है यह साधना?
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विद्यार्थी जो शिक्षा और परीक्षा में सफलता चाहते हैं।
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व्यापारी और नौकरीपेशा लोग जो उन्नति चाहते हैं।
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गृहस्थ जो परिवार में सुख-शांति चाहते हैं।
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साधक जो आध्यात्मिक शक्ति और सिद्धि की खोज में हैं।
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महिलाएं और पुरुष दोनों इस साधना से समान रूप से लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
सामान्य प्रश्न
Q1. क्या यह Vijayadashami Durga-Chamunda Mantra Sadhana केवल विजयादशमी पर करनी चाहिए?
उत्तर: विजयादशमी सबसे श्रेष्ठ समय है, लेकिन इसे नवरात्रि और अन्य पावन दिनों में भी किया जा सकता है।
Q2. क्या महिलाएं भी इस साधना को कर सकती हैं?
उत्तर: हाँ, महिलाएं पूर्ण श्रद्धा और नियम से यह साधना कर सकती हैं।
Q3. कितने दिनों तक मंत्र जप करना चाहिए?
उत्तर: कम से कम 9 या 11 दिनों तक करना चाहिए।
Q4. क्या गुरु की आवश्यकता है?
उत्तर: सामान्य मंत्र जप बिना गुरु के किया जा सकता है, पर गहन साधना के लिए गुरु का मार्गदर्शन लाभकारी है।
Q5. क्या माला अनिवार्य है?
उत्तर: माला केवल गिनती और एकाग्रता का साधन है। यदि माला न हो तो भी जप किया जा सकता है।
Q6. क्या यह साधना व्यवसाय में भी लाभ देती है?
उत्तर: हाँ, यह साधना विशेष रूप से व्यवसाय और नौकरी में प्रगति दिलाती है।
Q7. क्या साधना से शत्रु बाधाएँ भी दूर हो जाती हैं?
उत्तर: हाँ, यह साधना शत्रु और नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करती है।
अंत मे
विजयादशमी का दिन माँ दुर्गा की साधना और कृपा प्राप्त करने का सर्वश्रेष्ठ समय है। इस दिन किया गया शक्तिप्रद मंत्र जाप साधक को हर प्रकार के संकटों से मुक्ति दिलाता है और जीवन में सफलता का मार्ग खोलता है।
DivyayogAshram का मानना है कि श्रद्धा और नियम से की गई साधना साधक को शांति, समृद्धि और शक्ति प्रदान करती है।







