कुबेर साबर मंत्र बहुत ही शक्तिशाली मंत्र माना जाता है। इनके मंत्र का जाप जमीन, जायदाद, जमीन पर विवाद को नष्ट करने के लिये किया जाता है। भगवान कुबेर, धन और संपत्ति के देवता माने जाते हैं। कुबेर साबर मंत्र का जप आर्थिक समृद्धि, वित्तीय स्थिरता, और धन की प्राप्ति के लिए किया जाता है। इस मंत्र का सही और नियमपूर्वक जप करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और उसे धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है।
भगवान कुबेर का स्वरूप
भगवान कुबेर का स्वरूप अत्यंत भव्य और दिव्य है। उनके स्वरूप के कुछ प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
- दिव्य स्वरूप: भगवान कुबेर का शरीर सुनहरे रंग का होता है और वे दिव्य आभा से युक्त होते हैं।
- चार भुजाएँ: उनके चार भुजाएँ होती हैं, जो शक्ति और समृद्धि का प्रतीक हैं।
- हाथों में प्रतीक: उनके एक हाथ में गदा, दूसरे में मणि, तीसरे में पुष्प और चौथे में तिजोरी की चाबी होती है। ये सभी वस्तुएँ धन, शक्ति, सौंदर्य और संपत्ति के प्रतीक हैं।
- हाथी की सवारी: भगवान कुबेर एक विशाल हाथी पर विराजमान होते हैं, जो उनकी शक्ति और भव्यता को दर्शाता है।
- मुख पर हंसमुखता: उनके मुख पर सदा हंसमुखता और सौम्यता का भाव होता है, जो उनके आशीर्वाद देने वाले स्वरूप को प्रकट करता है।
- धन की पोटली: उनके पास हमेशा धन की पोटली होती है, जिससे वे अपने भक्तों को धन-धान्य का वरदान देते हैं।
- रूप-गुण: भगवान कुबेर की छवि धैर्य, उदारता, और न्याय के गुणों से परिपूर्ण होती है।
कुबेर शाबर मंत्र
मंत्र:
॥ॐ श्रीं कुबेराय नमः, यक्षो के स्वामी, कार्य सफल करो हमारी, न करे तो यक्षिणी की आन, कुबेराय नमः॥
Kuber Sabar mantra audio
कुबेर शाबर मंत्र का अर्थ
“यक्ष और भूमि के स्वामी भगवान कुबेर कार्य को सफल बनाओ, नही यक्षिणी की कसम है.”
कुबेर शाबर मंत्र विधि
मंत्र जप का दिन
- इस मंत्र को किसी भी शुभ दिन जैसे पूर्णिमा, अमावस्या, शुक्रवार, या अक्षय तृतीया को प्रारंभ किया जा सकता है। विशेषकर धनतेरस, दीपावली, या लक्ष्मी पूजन के दिन इस मंत्र का जप करना अधिक लाभकारी होता है।
अवधि
- मंत्र जप की अवधि ११ से २१ दिनों तक होनी चाहिए, जब तक कि मनोकामना पूरी न हो जाए।
मुहुर्त
- इस मंत्र को सुबह के समय, विशेषकर ब्रह्म मुहूर्त (सुबह ४ से ६ बजे के बीच) में जपना अधिक फलदायी होता है। यदि यह संभव न हो, तो सूर्यास्त के समय भी जप किया जा सकता है।
सामग्री
- साफ वस्त्र पहनें
- एक माला (१०८ मनकों की)
- घी का दीपक
- चंदन और कुमकुम
- तांबे या चांदी का पात्र
- पुष्प (अधिमानतः पीले रंग के)
- चावल
- फल और मिठाई (प्रसाद के रूप में)
जप संख्या
- एक माला (१०८ बार) से लेकर ११ माला (११८८ बार) तक रोज जप करें। यह निर्भर करता है कि आप कितनी जल्दी अपने उद्देश्य को प्राप्त करना चाहते हैं।
नियम
- शुद्धता: मंत्र जप के समय शारीरिक और मानसिक शुद्धता आवश्यक है।
- एकाग्रता: मंत्र जप के समय मन को शांत और एकाग्र रखें।
- समय: प्रतिदिन एक ही समय पर मंत्र जप करना अधिक प्रभावी होता है।
- नियमितता: निरंतरता और नियमितता बनाए रखें। ११ से २१ दिनों तक बिना रुके जप करें।
- संकल्प: मंत्र जप के प्रारंभ में अपनी मनोकामना के लिए संकल्प लें।
मंत्र जप सावधानी
- भोजन: जप के पहले हल्का और सात्विक भोजन करें। जप के दौरान अपवित्र या तामसिक भोजन से बचें।
- शुद्ध वातावरण: मंत्र जप के लिए एक शांत और शुद्ध स्थान का चयन करें।
- वस्त्र: साफ और सफेद या पीले वस्त्र पहनें।
- वाणी: जप के दौरान मौन रहना और अनावश्यक बातें न करना।
- आचरण: जप के दिनों में सत्य बोलना और सदाचार का पालन करना।
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कुबेर साबर मंत्र के लाभ
- धन-संपत्ति की प्राप्ति: यह मंत्र आर्थिक स्थिति में सुधार करता है।
- वित्तीय स्थिरता: वित्तीय स्थिरता और सुरक्षा प्रदान करता है।
- ऋण मुक्ति: ऋण से मुक्ति पाने में सहायक है।
- व्यापार में सफलता: व्यापार में उन्नति और लाभ प्राप्त होता है।
- नौकरी में तरक्की: नौकरी में पदोन्नति और उन्नति के अवसर मिलते हैं।
- संपत्ति का संचय: धन और संपत्ति के संचय में मदद करता है।
- भविष्य की सुरक्षा: भविष्य के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है।
- मनोकामना पूर्ति: सभी प्रकार की मनोकामनाओं की पूर्ति करता है।
- भूमि: घर, जमीन, ऑफिस, दुकान से संबंधित विवाद दूर होने लगते है।
- आर्थिक बाधाओं का निवारण: आर्थिक बाधाओं और समस्याओं का समाधान करता है।
- अचानक धन लाभ: अचानक और अप्रत्याशित धन लाभ के अवसर प्रदान करता है।
- स्वर्ण और आभूषण: स्वर्ण और आभूषण की प्राप्ति में सहायक है।
- आर्थिक समृद्धि: आर्थिक समृद्धि और संपन्नता को बढ़ावा देता है।
- नए अवसर: नए व्यापारिक और निवेश अवसरों को आकर्षित करता है।
- शत्रु नाश: आर्थिक शत्रुओं और प्रतिद्वंद्वियों से रक्षा करता है।
- शांति और संतोष: मन को शांति और संतोष प्रदान करता है।
- सफलता की कुंजी: सफलता के नए द्वार खोलता है।
- परिवार में सुख-शांति: परिवार में सुख, शांति और समृद्धि लाता है।
- दान और धर्म: दान और धर्म कार्यों के लिए प्रेरित करता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: आध्यात्मिक उन्नति और आत्मबल को बढ़ावा देता है।
मंत्र से संबंधित प्रश्न और उनके उत्तर
- कुबेर साबर मंत्र क्या है?
- यह एक शक्तिशाली तांत्रिक मंत्र है जो धन और संपत्ति की प्राप्ति के लिए जपा जाता है।
- इस मंत्र का उपयोग कब किया जा सकता है?
- इसे आर्थिक समस्याओं के समाधान, ऋण मुक्ति, और धन की प्राप्ति के लिए किया जा सकता है।
- मंत्र का जप कब करना चाहिए?
- ब्रह्म मुहूर्त में सुबह ४ से ६ बजे के बीच या सूर्यास्त के समय।
- मंत्र जप की विधि क्या है?
- मंत्र जप के लिए शुद्ध वस्त्र पहनें, घी का दीपक जलाएं, और पुष्प अर्पित करें।
- कितने दिनों तक जप करना चाहिए?
- ११ से २१ दिनों तक नियमित रूप से जप करना चाहिए।
- मंत्र जप के समय क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
- शारीरिक और मानसिक शुद्धता बनाए रखें, सात्विक भोजन करें, और सत्य का पालन करें।
- क्या इस मंत्र का जप समूह में किया जा सकता है?
- हाँ, इसे समूह में भी किया जा सकता है, जिससे सामूहिक ऊर्जा का संचार होता है।
- मंत्र जप के बाद क्या करना चाहिए?
- मंत्र जप के बाद अपनी मनोकामना की प्रार्थना करें और प्रसाद बांटें।
- क्या इस मंत्र का जप किसी भी दिन किया जा सकता है?
- हाँ, लेकिन शुभ मुहूर्त में जप करना अधिक प्रभावी होता है।
- मंत्र जप के लिए कौन सी माला का उपयोग करना चाहिए?
- रुद्राक्ष या स्फटिक माला का उपयोग किया जा सकता है।
- क्या महिलाओं द्वारा इस मंत्र का जप किया जा सकता है?
- हाँ, इसे पुरुष और महिला दोनों कर सकते हैं।
- मंत्र जप के समय क्या मन में रखना चाहिए?
- सकारात्मक सोच और विश्वास बनाए रखें।