होली एक रंगबिरंगा और उत्साही त्योहार है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है। यहाँ होली के दौरान न करने चाहिए वो १० काम हैं:
- बिना अनुमति के रंग डालना: किसी के ऊपर रंग डालने से पहले उनसे अनुमति लें।
- जबरदस्ती रंग डालना: किसी को रंग डालने के लिए मजबूर न करें।
- गलत शब्दों का उपयोग: गली-मोहल्ले में या किसी के साथ बदतमीजी न करें।
- भड़काने वाली बातें करना: किसी को भड़काने वाली बातें न करें।
- अल्कोहल या ड्रग का सेवन: उत्सव के दौरान सुरक्षित रहें और शराब या ड्रग का सेवन न करें।
- नशा करके वाहन चलाना: शराब पीकर वाहन चलाने से बचें।
- अनुचित स्थान पर जाना: किसी अनुचित स्थान पर न जाएं।
- अनावश्यक शोर करना: अनावश्यक शोर न करें और दूसरों को भी न करने दें।
- अन्यों की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना: किसी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास न करें।
होली- रंग पंचमी के दिन की जाने वाली पूजा
होली के दूसरे दिन मनाई जाने वाली रंग पंचमी एक विशेष दिन है, जो देवी-देवताओं की कृपा और साधनाओं के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन तंत्र साधनाओं और विशेष देवी पूजाओं का महत्व है। रंग पंचमी के दिन विशेष रूप से माँ त्रिपुर सुंदरी, माँ दुर्गा, और माँ काली की पूजा की जाती है। इन देवियों की आराधना से शक्ति, सौभाग्य और आत्म-संरक्षण की प्राप्ति होती है।
- माँ त्रिपुर सुंदरी: यह साधना सौंदर्य, समृद्धि और आकर्षण को बढ़ाने के लिए की जाती है। त्रिपुर सुंदरी की साधना से आत्मिक और भौतिक सुख प्राप्त होते हैं।
- माँ दुर्गा: रंग पंचमी के दिन माँ दुर्गा की पूजा से जीवन में शक्ति और साहस का संचार होता है। यह पूजा विशेष रूप से नकारात्मक शक्तियों और बाधाओं को दूर करने के लिए की जाती है।
- माँ काली: इस दिन माँ काली की तंत्र साधना का विशेष महत्व होता है। माँ काली की पूजा से भय, बाधाओं और शत्रुओं का नाश होता है।
इन पूजाओं के लिए मंत्र जाप और ध्यान को महत्वपूर्ण माना जाता है। रंग पंचमी का दिन ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है, इसलिए इस दिन की साधनाएँ विशेष रूप से प्रभावी मानी जाती हैं।
होली की शुभकामना!