रंग पंचमी मे ये १० नियम का पालन अवश्य करे
होली एक रंगबिरंगा और उत्साही त्योहार है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है। यहाँ होली के दौरान न करने चाहिए वो १० काम हैं:
- बिना अनुमति के रंग डालना: किसी के ऊपर रंग डालने से पहले उनसे अनुमति लें।
- जबरदस्ती रंग डालना: किसी को रंग डालने के लिए मजबूर न करें।
- गलत शब्दों का उपयोग: गली-मोहल्ले में या किसी के साथ बदतमीजी न करें।
- भड़काने वाली बातें करना: किसी को भड़काने वाली बातें न करें।
- अल्कोहल या ड्रग का सेवन: उत्सव के दौरान सुरक्षित रहें और शराब या ड्रग का सेवन न करें।
- नशा करके वाहन चलाना: शराब पीकर वाहन चलाने से बचें।
- अनुचित स्थान पर जाना: किसी अनुचित स्थान पर न जाएं।
- अनावश्यक शोर करना: अनावश्यक शोर न करें और दूसरों को भी न करने दें।
- अन्यों की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना: किसी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास न करें।
रंग पंचमी के दिन की जाने वाली पूजा
- होली और रंग पंचमी के दिन पूजा करने से भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
- पूजा से पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजा स्थान को शुद्ध करें।
- भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की प्रतिमा के सामने दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
- गंगाजल, फूल, अक्षत, और रंगों का भगवान को अर्पण करें।
- माखन-मिश्री और गुड़ का भोग लगाएं, जो भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय है।
- भगवान का स्मरण करते हुए “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- होली की पूजा में गुलाल और रंगों को भगवान के चरणों में चढ़ाना शुभ माना जाता है।
- रंग पंचमी पर सामूहिक रूप से की गई आरती और भजन का विशेष महत्व है।
- इस दिन जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करें।
- पूजा के बाद परिवार और मित्रों के साथ प्रसाद और रंगों का आदान-प्रदान करें।
- भगवान से सुख-समृद्धि, शांति और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करें।
- ध्यान और सकारात्मक सोच के साथ दिन का आनंद लें।
इन पूजाओं के लिए मंत्र जाप और ध्यान को महत्वपूर्ण माना जाता है। रंग पंचमी का दिन ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है, इसलिए इस दिन की साधनाएँ विशेष रूप से प्रभावी मानी जाती हैं।
होली की शुभकामना!