Buy now

spot_img
spot_img

Chaitra Navratri Worship – Which Goddess for Your Problems?

चैत्र नवरात्रि 2025: किस देवी से मिलेगी आपकी समस्या का हल?

चैत्र नवरात्रि एक विशेष आध्यात्मिक अवसर है, जब भक्त मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना करते हैं। इस पावन समय में देवी शक्ति की आराधना करने से जीवन की कठिनाइयों का समाधान मिलता है। यह पर्व आत्मशुद्धि, सकारात्मक ऊर्जा और इच्छापूर्ति का प्रतीक है। सही देवी की उपासना से मनचाहा फल प्राप्त किया जा सकता है।

अद्भुत लाभ

  • नवरात्रि के व्रत और पूजा से घर-परिवार से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।
  • मां दुर्गा की कृपा से जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होता है।
  • नवरात्रि के दौरान देवी की साधना करने से जीवन के सभी संकट दूर हो सकते हैं।
  • मां लक्ष्मी की कृपा से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
  • व्रत और सात्विक आहार से शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान बना रहता है।
  • मां दुर्गा की उपासना से मन को शांति मिलती है और ध्यान शक्ति बढ़ती है।
  • सही मंत्र और पूजा विधि से किए गए अनुष्ठान से पुराने कर्मों के दोष समाप्त होते हैं।
  • घर में मां की पूजा करने से पारिवारिक जीवन में सौहार्द बना रहता है।
  • मां दुर्गा की कृपा से विरोधी शक्तियां परास्त होती हैं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
  • सही देवी की उपासना से करियर और व्यापार में प्रगति होती है।
  • मां सरस्वती की पूजा से शिक्षा में सफलता मिलती है और बुद्धि प्रखर होती है।
  • नवरात्रि में मां पार्वती की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम और सामंजस्य बना रहता है।
  • जो लोग संतान सुख की कामना करते हैं, उनके लिए यह पर्व विशेष फलदायी होता है।
  • नवरात्रि में विशेष पूजा करने से ग्रह दोष शांत होते हैं।
  • यह पर्व आत्मा को शुद्ध करने और आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होता है।

नियम और अनुशासन

1. व्रत का पालन करें

चैत्र नवरात्रि में व्रत रखने से देवी कृपा प्राप्त होती है।

2. सात्विक भोजन ग्रहण करें

इस दौरान सात्विक आहार लेने से मन और शरीर शुद्ध रहता है।

3. नियमित पूजा करें

प्रतिदिन देवी की आराधना करने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

4. अपवित्र वस्त्र न पहनें

पूजा के दौरान स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

5. क्रोध और नकारात्मक विचारों से बचें

नवरात्रि के दौरान शुद्ध विचार रखना आवश्यक होता है।

Pratyangira sadhana shivir


चैत्र नवरात्रि 2025 शुभ मुहूर्त

चैत्र नवरात्रि 2025 की घटस्थापना 30 मार्च 2025, रविवार को होगी। प्रतिपदा तिथि 29 मार्च 2025 को शाम 4:27 बजे से शुरू होकर 30 मार्च 2025 को दोपहर 12:49 बजे तक रहेगी।:

घटस्थापना मुहूर्त: प्रातः मुहूर्त: सुबह 6:13 बजे से 10:22 बजे तक। दोपहर 12:01 बजे से 12:50 बजे तक।

महाअष्टमी पूजन: चैत्र नवरात्रि 2025 की महाअष्टमी तिथि 5 अप्रैल 2025, शनिवार को है। इस दिन देवी दुर्गा के आठवें स्वरूप, महागौरी की पूजा की जाती है।

अष्टमी तिथि प्रारंभ: 4 अप्रैल 2025 को शाम 7:26 बजे।

अष्टमी तिथि समाप्त: 5 अप्रैल 2025 को शाम 7:26 बजे तक।​

चैत्र नवरात्रि 2025 की राम नवमी तिथि 6 अप्रैल 2025, रविवार को है। इस दिन भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है, जो भक्तों के लिए अत्यंत शुभ और मंगलकारी माना जाता है।​

राम नवमी 2025 के शुभ मुहूर्त:

गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:41 बजे से 7:03 बजे तक।

पूजा का शुभ समय: सुबह 11:08 बजे से दोपहर 1:39 बजे तक।

अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:04 बजे से 12:54 बजे तक।​

ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 4:41 बजे से 5:29 बजे तक।​

विजय मुहूर्त: दोपहर 2:30 बजे से 3:20 बजे तक।​

Bricks donation for bagalamukhi temple


चैत्र नवरात्रि पूजन विधि

1. कलश स्थापना करें

शुद्ध स्थान पर मिट्टी की वेदी बनाकर कलश स्थापित करें।

2. मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित करें

देवी की प्रतिमा या चित्र को पूजा स्थान पर रखें।

3. घी का दीपक जलाएं

नित्य प्रातः और संध्या समय दीपक जलाएं।

4. नवरात्रि कथा का पाठ करें

नौ दिनों तक दुर्गा सप्तशती या देवी महात्म्य का पाठ करें।

5. विशेष भोग अर्पित करें

मां को प्रसन्न करने के लिए उचित भोग अर्पित करें।

Past life astro prediction report


चैत्र नवरात्रि से जुड़े सामान्य प्रश्न

1. चैत्र नवरात्रि क्यों मनाई जाती है?

यह देवी शक्ति की उपासना और आध्यात्मिक उन्नति के लिए मनाई जाती है।

2. क्या नवरात्रि में व्रत अनिवार्य है?

नहीं, लेकिन व्रत करने से विशेष लाभ मिलते हैं।

3. कौन-सी देवी किस समस्या का समाधान देती हैं?

  • मां शैलपुत्री: स्वास्थ्य समस्या – ॐ ह्रीं शैलपुत्रे नमः
  • मां ब्रह्मचारिणी: शिक्षा और करियर – ॐ ह्रीं ब्रह्मचारिणी नमः
  • मां चंद्रघंटा: भय और शत्रु नाश – ॐ ह्रीं चंद्रघंटा नमः
  • मां कूष्मांडा: धन-समृद्धि – ॐ ह्रीं कूष्मांडा नमः
  • मां स्कंदमाता: संतान सुख – ॐ ह्रीं स्कंदमाता नमः
  • मां कात्यायनी: विवाह समस्या – ॐ ह्रीं कात्यायनी नमः
  • मां कालरात्रि: नकारात्मक ऊर्जा से बचाव – ॐ ह्रीं कालरात्रि नमः
  • मां महागौरी: शांति और सुख – ॐ ह्रीं महागौरी नमः
  • मां सिद्धिदात्री: इच्छापूर्ति – ॐ ह्रीं सिद्धिदात्री नमः

4. क्या नवरात्रि में यात्रा करना उचित है?

संभव हो तो नवरात्रि में घर पर रहकर पूजा करें।

5. क्या नवरात्रि में बाल कटवाना चाहिए?

नहीं, यह अशुभ माना जाता है।

6. नवरात्रि में कौन-से मंत्र का जाप करें?

“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” का जाप करें।

7. क्या नवरात्रि में मांसाहार और नशा करना वर्जित है?

हां, यह पूरी तरह निषिद्ध होता है।

8. किस दिन कन्या पूजन करना चाहिए?

अष्टमी या नवमी तिथि को कन्या पूजन करना श्रेष्ठ माना जाता है।

चैत्र नवरात्रि आत्मशुद्धि और देवी कृपा प्राप्त करने का उत्तम समय है। सच्चे भाव से की गई पूजा से हर समस्या का समाधान मिल सकता है।

BOOK (३० APRIL 2025) MAHALAKSHMI PUJAN SHIVIR (AKSHAYA TRITIYA) AT DIVYAYOGA ASHRAM (ONLINE/ OFFLINE)

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Choose Pujan Option
spot_img
spot_img

Related Articles

65,000FansLike
500FollowersFollow
782,534SubscribersSubscribe
spot_img
spot_img

Latest Articles

spot_img
spot_img