आद्या काली अष्टोत्तर शतनामावली शत्रु मुक्ति व मनोकामना पूर्ण करने वाली
आद्या काली अष्टोत्तर शतनामावली मां काली के 108 नामों का पाठ करने से भक्त को मां काली की कृपा प्राप्त होती है। व्यक्ति भय मुक्त होकर उसे उच्च स्तर का ज्ञान, शक्ति और साहस प्राप्त होता है। शतनामावली का जाप करने से उसे नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है। इस आद्या काली अष्टोत्तर शतनामावली का पाठ कम से कम ४१ दिन तक अवश्य करना चाहिये।
अष्टोत्तर शतनामावली
कालिका श्मशानकल्याणी भद्रकाली कालरात्रि चामुण्डा वीरकपाला ज्वालामुखी आर्या महाविद्या कपालिनी गुह्यकाली गोप्त्री मातर्यकाली कालिकाप्रिया कालकामिनी कालिकाजननी भगवती कुट्टिमा शूलहस्ता कालिकानन्दिनी वैष्णवी कालरुपा कालिकाश्री दुर्गा दुर्गतिप्रदा महाप्रलयकारिणी श्रेष्ठा अक्षोभ्या अमृता वरारोहा चण्डिका महाचण्डी चण्डारुणा चण्डकपालिनी चण्डीकटाह कौलिनी कराली क्रोधिनी कामरूपा क्रूररूपा कालरात्री कालिकान्विता कालिन्यै कालिकाल्पा कृपानिधे कालरूपिणी कालिविद्या कालिसंवित्त्री कालिदर्पहरा कालिमात्रे कालिपाशहस्ता कालिदुर्गा कालिदासखण्डा कालिदेवी | कालिकापाण्डुरंगी कालिकाचिन्तामणि कालिकाधारा कालिजीवा कालिदोषहरा कालिदानवपारिणी कालिमृत्युनाशिनी कालिवाहिनी कालिसंवाहिनी कालिदीर्घदृष्टि कालिचर्चिता कालिकाराध्या कालिकाचण्डी कालिमार्गप्रकाशिनी कालिजीवनदायिनी कालिनीलया कालिनिष्ठा कालिवाहना कालिदानवपालिनी कालिजीवना कालिवादिनी कालिन्यरक्षिता कालिपातिनी कालिनीर्घुणी कालिवाहिनी कालिभक्तप्रिया कालिदुर्गा कालिविमर्शना कालिप्रिया कालिसंहारिणी कालिकात्मिका कालिवातरिणी कालिकागमनी कालिकाकार्यसाधिनी कालिनीलया कालिप्रियङ्गना कालिपाशहस्ता कालिमृत्युविमोचनी कालिसंहारिणी कालिप्रीतिदायिनी कालिनीलया कालिनिष्ठा कालिमृत्युविमोचनी कालिकाकार्यसाधिनी कालिविवर्धिनी कालित्रैलोक्यविनाशिनी कालिमृत्युविमोचिनी कालिचर्चिता कालिनिष्ठा कालिपाशहस्ता कालिनीलया कालिनिष्ठा कालिभक्तप्रिया कालिकाधारा |
लाभ
- आध्यात्मिक प्रगति: व्यक्ति की आध्यात्मिक यात्रा में तेजी आती है और उसे दिव्य ज्ञान की प्राप्ति होती है।
- आत्मबल में वृद्धि: यह जाप करने से मानसिक और भावनात्मक शक्ति मिलती है।
- संकटों से मुक्ति: जीवन में आने वाले कठिनाइयों और संकटों से बचाव होता है।
- शत्रु नाश: शत्रुओं से सुरक्षा मिलती है और उनके द्वारा किये गए कुप्रभावों से मुक्ति मिलती है।
- धन-संपत्ति में वृद्धि: आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है और धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।
- स्वास्थ्य में सुधार: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- भय निवारण: यह जाप करने से सभी प्रकार के भयों से मुक्ति मिलती है।
- मनोवांछित फल प्राप्ति: इच्छाओं की पूर्ति और लक्ष्य प्राप्ति में सहायता मिलती है।
- कुंडली दोष निवारण: कुंडली के दोषों को दूर करने में सहायक है।
- सद्गुणों का विकास: व्यक्ति के भीतर सकारात्मक गुणों का विकास होता है।
- ध्यान में स्थिरता: ध्यान करने की क्षमता और ध्यान में स्थिरता प्राप्त होती है।
- रोगों से मुक्ति: विभिन्न रोगों और शारीरिक समस्याओं से राहत मिलती है।
- भक्ति में वृद्धि: भगवान काली के प्रति भक्ति में वृद्धि होती है।
- संतान सुख: संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपतियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
- परिवारिक शांति: परिवार में शांति, सामंजस्य, और प्रेम बढ़ता है।
सामान्य प्रश्न
- ये अष्टोत्तर शतनामावली क्या है?
- यह देवी काली के १०८ पवित्र नामों की सूची है, जिनका जाप करके भक्त उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
- इस जाप को कब और कैसे करना चाहिए?
- इसे रोज़ सुबह या शाम के समय, एकांत में या मंदिर में, शुद्ध मन और पवित्र वस्त्र पहनकर करना चाहिए।
- क्या इस जाप को किसी विशेष दिन पर करना चाहिए?
- यह जाप किसी भी दिन किया जा सकता है, लेकिन विशेष रूप से अमावस्या, काली पूजा, या नवरात्रि के दौरान इसे करना अधिक फलदायी माना जाता है।
- क्या इस जाप को करने के लिए किसी विशेष वस्त्र या माला की आवश्यकता होती है?
- लाल या काले वस्त्र पहनना उत्तम होता है और रुद्राक्ष या चंदन की माला से जाप करना लाभकारी होता है।
- क्या इस जाप को किसी विशेष संख्या में करना आवश्यक है?
- इसे १०८ बार, ११ बार, या २१ बार करने की परंपरा है। श्रद्धानुसार संख्या बढ़ाई जा सकती है।
- क्या इस जाप को किसी गुरु की उपस्थिति में करना आवश्यक है?
- यह आवश्यक नहीं है, लेकिन गुरु के मार्गदर्शन में किया गया जाप अधिक प्रभावशाली हो सकता है।
- क्या इस जाप को महिलाएं भी कर सकती हैं?
- हाँ, इस जाप को सभी महिलाएं और पुरुष कर सकते हैं।
- क्या जाप करते समय कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए?
- जाप करते समय शुद्धता, एकाग्रता, और श्रद्धा का पालन करना महत्वपूर्ण है।
- इस जाप से किन-किन समस्याओं का समाधान हो सकता है?
- शारीरिक, मानसिक, और आर्थिक समस्याओं के समाधान में यह जाप सहायक हो सकता है।
- क्या इस जाप को करने के बाद कोई विशेष अनुष्ठान करना आवश्यक है?
- यदि संभव हो, तो जाप के बाद देवी काली की पूजा, हवन, और प्रसाद अर्पित करना चाहिए।