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Aghoreshwar Shabar Mantra for Strong Protection

अघोरेश्वर शाबर मंत्र, एक प्राचीन विधि मानी जाती जै। इस मंत्र का उपयोग विभिन्न बाधाओं और समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। अघोरेश्वर शाबर मंत्र में भगवान शिव के शक्ति समाहित होती हैं जो तंत्र बाधा, रोग बाधा, नज़र बाधा, शत्रु बाधा और ऊपरी बाधा को दूर करने के लिए प्रभावी माने जाते हैं। यह मंत्र सरल और प्राचीन भाषा में होते हैं और इनका प्रभाव अद्वितीय और शक्तिशाली माना जाता है।

अघोरेश्वर शाबर मंत्र

अघोरेश्वर शाबर मंत्र भगवान शिव की महिमा को समर्पित होते हैं और इनका जाप करने से साधक को अनेक प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

अघोरेश्वर शाबर मंत्र:

॥ॐ अघोरेश्वराय नमः अघोर शक्ति के बाबा, मेरो काज सफल कीजो, ॐ ह्रौं जूं सः॥

Aghoreshwar Shabar Mantra Audio

अघोरेश्वर शाबर मंत्र के लाभ

  1. तंत्र बाधा से मुक्ति: इस मंत्र का जाप करने से तांत्रिक बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
  2. रोग बाधा से मुक्ति: यह मंत्र शरीर के रोगों को दूर करता है और स्वास्थ्य प्रदान करता है।
  3. नज़र बाधा से सुरक्षा: नज़र दोष और बुरी नज़रों से बचाने में सहायक होता है।
  4. शत्रु बाधा से मुक्ति: शत्रुओं से सुरक्षा और उनकी बुरी नजरों से मुक्ति दिलाता है।
  5. ऊपरी बाधा से सुरक्षा: ऊपरी बाधाओं और नकारात्मक शक्तियों से बचाव करता है।
  6. मन की शांति: मन को शांति और स्थिरता प्रदान करता है।
  7. धन की प्राप्ति: आर्थिक समस्याओं को दूर करता है और धन प्राप्ति में सहायक होता है।
  8. परिवार में सुख-शांति: परिवार में सुख, शांति और समृद्धि लाता है।
  9. आध्यात्मिक उन्नति: आध्यात्मिक स्तर पर उन्नति प्रदान करता है।
  10. संकटों से मुक्ति: जीवन में आने वाले संकटों को दूर करता है।
  11. कष्टों का निवारण: कष्टों और दुखों को समाप्त करता है।
  12. प्रभावशाली व्यक्तित्व: व्यक्ति के व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाता है।
  13. कार्य सिद्धि: कार्यों में सफलता और सिद्धि प्रदान करता है।
  14. मानसिक शक्ति: मानसिक शक्ति और आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
  15. दुर्घटनाओं से सुरक्षा: दुर्घटनाओं और अनहोनी घटनाओं से सुरक्षा करता है।
  16. योग्यता में वृद्धि: योग्यता और ज्ञान में वृद्धि करता है।
  17. विद्यार्थियों के लिए लाभकारी: विद्यार्थियों के लिए अध्ययन में सफलता प्रदान करता है।
  18. धार्मिक कर्मों में सफलता: धार्मिक कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
  19. सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा: सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
  20. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखता है।

शिव शाबर मंत्र

शिव शाबर मंत्र भगवान शिव को समर्पित मंत्र हैं जो कि तंत्र और तांत्रिक विद्या में उपयोग किए जाते हैं। इन मंत्रों का उच्चारण विशेष विधि और नियमों के साथ किया जाता है जिससे साधक को अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके।

शिव शाबर मंत्र विधि

शिव शाबर मंत्र की विधि में निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं:

  1. दिन का चयन: शिव शाबर मंत्र का जाप सोमवार को शुरू करना उत्तम माना जाता है।
  2. अवधि: मंत्र जाप की अवधि 11 से 21 दिनों तक होनी चाहिए।
  3. मुहूर्त: मंत्र जाप का शुभ मुहूर्त ब्रह्म मुहूर्त या शाम के समय हो सकता है।
  4. मंत्र जाप की सामग्री: रुद्राक्ष की माला, एकांत स्थान, दीपक, धूप, और शुद्ध जल।
  5. मंत्र जाप संख्या: प्रतिदिन 108 बार से लेकर 1188 बार मंत्र का जाप करना चाहिए।
  6. नियम: मंत्र जाप करते समय शुद्धता और सात्विकता का पालन करना चाहिए।
  7. सावधानी: मंत्र जाप करते समय ध्यान एकाग्र रखें और नकारात्मक विचारों से बचें।

मंत्र जाप विधि

  1. स्थान और सामग्री का चयन: एक शांत और स्वच्छ स्थान पर बैठें। सामने दीपक और धूप जलाएं।
  2. आरंभ मंत्र: जाप आरंभ करने से पहले भगवान शिव का ध्यान करें और निम्नलिखित मंत्र का उच्चारण करें:
   ॐ नमः शिवाय।
  1. मुख्य मंत्र का जाप: चयनित मंत्र का उच्चारण रुद्राक्ष की माला के साथ 108 बार करें। इसे आप 11 माला तक बढ़ा सकते हैं।
  2. अंतिम मंत्र: मंत्र जाप समाप्त करने के बाद भगवान शिव का पुनः ध्यान करें और अंत में निम्नलिखित मंत्र का उच्चारण करें:
   ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः।

मंत्र जाप के नियम

  1. शुद्धता: मंत्र जाप के समय शारीरिक और मानसिक शुद्धता का ध्यान रखें।
  2. सात्विक भोजन: सात्विक भोजन का सेवन करें और तामसिक भोजन से बचें।
  3. आचरण: सात्विक आचरण और व्यवहार अपनाएं।
  4. ध्यान: ध्यान और एकाग्रता के साथ मंत्र जाप करें।
  5. संयम: मंत्र जाप के दौरान संयम और नियमितता का पालन करें।

मंत्र जाप सावधानी

  1. नकारात्मक विचारों से बचें: मंत्र जाप करते समय नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
  2. एकांत स्थान: एकांत और शांत स्थान का चयन करें।
  3. समय का पालन: निश्चित समय पर ही मंत्र जाप करें।
  4. व्रत और नियम: अगर संभव हो तो व्रत और नियम का पालन करें।
  5. ध्यान का अभ्यास: ध्यान का नियमित अभ्यास करें।

अघोरेश्वर शाबर मंत्र से संबंधित प्रश्न उत्तर

  1. अघोरेश्वर शाबर मंत्र क्या है?
    • अघोरेश्वर शाबर मंत्र भगवान शिव के शक्तिशाली मंत्र हैं जो तंत्र बाधाओं को दूर करने के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
  2. इन मंत्रों का मुख्य उद्देश्य क्या है?
    • तंत्र, रोग, नज़र, शत्रु और ऊपरी बाधाओं को दूर करना।
  3. शिव शाबर मंत्र का जाप कैसे करना चाहिए?
    • सोमवार को प्रारंभ करें, ब्रह्म मुहूर्त या शाम के समय 11 से 21 दिनों तक जाप करें।
  4. मंत्र जाप के लिए आवश्यक सामग्री क्या है?
    • रुद्राक्ष की माला, दीपक, धूप, और शुद्ध जल।
  5. मंत्र जाप का शुभ समय कौन सा है?
    • ब्रह्म मुहूर्त या शाम का समय।
  6. मंत्र जाप की अवधि कितनी होनी चाहिए?
    • 11 से 21 दिनों तक।
  7. प्रतिदिन कितनी बार मंत्र जाप करना चाहिए?
    • प्रतिदिन 108 बार से 1188 बार।
  8. मंत्र जाप करते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए?
    • शुद्धता, सात्विकता, ध्यान और एकाग्रता।
  9. मंत्र जाप के दौरान किस प्रकार की सावधानियां बरतनी चाहिए?
    • नकारात्मक विचारों से बचें, शांत स्थान का चयन करें, समय का पालन करें।
  10. शिव शाबर मंत्र का उच्चारण कैसे करना चाहिए?
    • ध्यान और एकाग्रता के साथ रुद्राक्ष की माला के साथ।
  11. मंत्र जाप के क्या लाभ हैं?
    • तंत्र, रोग, नज़र, शत्रु, ऊपरी बाधाओं से मुक्ति और मानसिक शांति।
  12. क्या मंत्र जाप के लिए विशेष व्रत या उपवास की आवश्यकता होती है?
    • अगर संभव हो तो व्रत और नियम का पालन करें।
  13. क्या मंत्र जाप के लिए विशेष प्रकार के वस्त्र पहनने की आवश्यकता है?
    • शुद्ध और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  14. मंत्र जाप के बाद क्या करना चाहिए?
    • भगवान शिव का ध्यान और अंत में शांति मंत्र का उच्चारण।
  15. मंत्र जाप के समय ध्यान और एकाग्रता कैसे बनाए रखें?
    • नियमित ध्यान अभ्यास और मानसिक शुद्धता।
  16. मंत्र जाप के बाद क्या प्रभाव दिखता है?
    • मानसिक शांति, बाधाओं से मुक्ति और आत्मविश्वास में वृद्धि।
  17. मंत्र जाप के दौरान क्या नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं?
    • अगर शुद्धता और नियमों का पालन नहीं किया जाए तो।
  18. मंत्र जाप के लिए कौन सा माला उपयोगी है?
    • रुद्राक्ष की माला सबसे उत्तम मानी जाती है।
  19. क्या मंत्र जाप के समय किसी विशेष दिशा की ओर मुख करना चाहिए?
    • पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके जाप करें।
  20. क्या मंत्र जाप के समय अन्य पूजा सामग्री की आवश्यकता होती है?
    • दीपक, धूप, और शुद्ध जल का उपयोग किया जा सकता है।

इस प्रकार, अघोरेश्वर शाबर मंत्र का सही विधि और नियमों के साथ जाप करने से साधक को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। इन मंत्रों का प्रभाव अद्वितीय और शक्तिशाली होता है जो जीवन की विभिन्न बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है।

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