Hasta nakshatra nature & rashi

हस्त नक्षत्र : स्वभाव, नक्षत्र स्वामी, राशि, लाभ एवं मंत्र

हस्त नक्षत्र ज्योतिष में तेरहवा नक्षत्र माना जाता है। इसका स्वामी चंद्र देव है। हस्त नक्षत्र में जन्मे जातक स्वभाव से दयालु, परोपकारी, और सहानुभूतिपूर्ण होते हैं। इनमें कलात्मक प्रतिभा होती है और ये लोग सृजनात्मक कार्यों में रुचि रखते हैं। ये लोग समाज में लोकप्रिय होते हैं और सभी का प्यार प्राप्त करते हैं।

हस्त नक्षत्र के जातक के गुण :

  • मीनाकारी: ये लोग मीनाकारी में कुशल होते हैं और हस्तशिल्प में रुचि रखते हैं।
  • वक्ता: ये लोग कुशल वक्ता होते हैं और सभी को प्रभावित कर सकते हैं।
  • धार्मिक: इनमें धार्मिक भावना होती है और ये लोग ईश्वर भक्ति में विश्वास रखते हैं।
  • प्रेमी: ये लोग प्रेम करने वाले होते हैं और अपने प्रियजनों के प्रति समर्पित रहते हैं।
  • सेवाभावी: इनमें सेवाभाव होता है और ये लोग दूसरों की मदद करने में हमेशा आगे रहते हैं।

हस्त नक्षत्र स्वामी:

जैसा कि पहले बताया गया है, हस्त नक्षत्र का स्वामी चंद्र देव है। चंद्र देव को मन का ग्रह माना जाता है। ये शांति, प्रेम, और कल्पनाशक्ति के प्रतीक हैं।

हस्त नक्षत्र राशि:

यह नक्षत्र कर्क राशि के अंतिम चार चरणों और सिंह राशि के प्रथम चार चरणों में फैला हुआ है। कर्क राशि जल तत्व राशि है और सिंह राशि अग्नि तत्व राशि है।

हस्त नक्षत्र लाभ:

  • सुख-समृद्धि: इनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
  • धन-संपत्ति: इनको धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है।
  • यश: ये लोग जीवन में यश प्राप्त करते हैं।
  • मान-सम्मान: इन्हें समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है।
  • पारिवारिक सुख: इनके पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

हस्त नक्षत्र मंत्र:

  • चंद्र मंत्र: “ॐ ह्रीं सोमय नमः” “OM HREEM DOMAAY NAMAHA”

हस्त नक्षत्र में जन्मे जातक सौभाग्यशाली होते हैं और इनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। यदि आप भी इस नक्षत्र में जन्मे हैं तो चंद्र देव की आराधना अवश्य करें।

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