Manibhadra Mantra for Resolving Conflicts & Enhancing Wealth

मणिभद्र मंत्र: नाराजगी शांत करने और शत्रुता समाप्त करने का चमत्कारी उपाय

मणिभद्र मंत्र नाराजगी दूर करने, शत्रुता समाप्त करने, परिवार में शांति लाने, मित्रता बढ़ाने और आर्थिक उन्नति के लिए अत्यंत प्रभावशाली है। यह मंत्र को प्राचीन काल से मनोबल और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके नियमित जप से व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति और उन्नति सुनिश्चित होती है।

विनियोग मंत्र व उसका अर्थ

विनियोग मंत्र:
“ॐ अस्य श्री मणिभद्र मंत्रस्य, महर्षि व्यास ऋषिः, गायत्री छन्दः, मणिभद्र देवता। मम शत्रु नाशाय, मित्रता वर्धनाय, नाराजगी शमनाय, आर्थिक उन्नत्यर्थे विनियोगः।”

अर्थ: इस मंत्र का विनियोग शत्रुता समाप्त करने, मित्रता बढ़ाने, नाराजगी दूर करने और आर्थिक उन्नति के लिए किया जाता है।

दसों दिशाओं का दिग्बंधन मंत्र व उसका अर्थ

दिग्बंधन मंत्र:
“ॐ पूर्वाय नमः, ॐ पश्चिमाय नमः, ॐ उत्तराय नमः, ॐ दक्षिणाय नमः, ॐ ईशानाय नमः, ॐ नैऋत्याय नमः, ॐ वायव्याय नमः, ॐ आग्नेयाय नमः, ॐ ऊर्ध्वाय नमः, ॐ अधोक्षजाय नमः।”

अर्थ: दसों दिशाओं की सुरक्षा और शक्ति प्राप्त करने के लिए यह मंत्र पढ़ा जाता है। यह दिशाओं से आने वाली नकारात्मक शक्तियों का नाश करता है।

मणिभद्र मंत्र व उसका संपूर्ण अर्थ

मंत्र:
“ॐ ह्रीं देवदत्त वेगेन् आकर्षय आकर्षय मणिभद्रे क्लीं नमः।”

संपूर्ण अर्थ:
इस मंत्र में विशेष बीजाक्षरों और देवताओं के नामों का प्रयोग किया गया है।

  • “ॐ”: यह परम शक्ति और ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रतीक है।
  • “ह्रीं”: यह देवी शक्ति का बीजाक्षर है, जो आकर्षण और शांति प्रदान करता है।
  • “देवदत्त वेगेन्”: यह शब्द देवताओं की गति और उनकी कृपा को आमंत्रित करता है।
  • “आकर्षय आकर्षय”: इसका अर्थ है, “मुझे आकर्षित करें, मुझे अपनी ओर खींचें।” यह मंत्र इच्छित वस्तुओं या लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कहा जाता है।
  • “मणिभद्रे”: मणिभद्र देवता का आह्वान करते हुए उनकी कृपा और सुरक्षा की प्रार्थना की जाती है।
  • “क्लीं”: यह बीजाक्षर मित्रता, प्रेम और सौहार्द को बढ़ाने वाला है।
  • “नमः”: इसका अर्थ है, “मैं नमन करता हूं” या “मैं समर्पण करता हूं।”

भावार्थ:
इस मंत्र के माध्यम से व्यक्ति मणिभद्र देवता को अपनी ओर आकर्षित करने और उनकी कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना करता है। यह मंत्र न केवल नाराजगी शांत करता है बल्कि शत्रुता को समाप्त कर जीवन में शांति और समृद्धि लाने का कार्य करता है।

जप काल में इन चीजों का सेवन अधिक करें

  1. ताजे फल और सूखे मेवे।
  2. शुद्ध घी और दूध।
  3. हल्दी, तुलसी और मिश्री।
  4. सात्विक भोजन जैसे खिचड़ी।
  5. गंगा जल या शुद्ध पानी।

मणिभद्र मंत्र के लाभ

  1. नाराजगी शांत होती है।
  2. शत्रुता समाप्त होती है।
  3. परिवार में शांति बढ़ती है।
  4. मित्रता मजबूत होती है।
  5. आर्थिक उन्नति होती है।
  6. सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
  7. मनोबल में वृद्धि होती है।
  8. भय और चिंता दूर होती है।
  9. सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ती है।
  10. शत्रु बाधाएं समाप्त होती हैं।
  11. वाणी में मिठास आती है।
  12. कार्य में सफलता मिलती है।
  13. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है।
  14. व्यापार में लाभ होता है।
  15. दांपत्य जीवन में मधुरता आती है।
  16. शत्रु से रक्षा होती है।
  17. कर्ज से मुक्ति मिलती है।
  18. आत्मविश्वास बढ़ता है।

पूजा सामग्री के साथ मंत्र विधि

आवश्यक सामग्री:

  • पीला वस्त्र
  • गाय का घी
  • कपूर
  • चावल
  • पुष्प
  • चंदन
  • दीपक

मंत्र जप विधि:

  1. पूजा के लिए पीले वस्त्र पहनें।
  2. साफ स्थान पर आसन लगाएं।
  3. दीप जलाएं और चंदन लगाएं।
  4. चावल और पुष्प चढ़ाएं।
  5. मंत्र का जप 20 मिनट तक करें।

मंत्र जप का दिन, अवधि, और मुहूर्त:

  • दिन: गुरुवार।
  • अवधि: 18 दिन।
  • मुहूर्त: प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त।

मणिभद्र मंत्र जप के नियम

  1. आयु 20 वर्ष से ऊपर होनी चाहिए।
  2. स्त्री-पुरुष कोई भी जप कर सकता है।
  3. नीले और काले कपड़े न पहनें।
  4. धूम्रपान, मद्यपान और मांसाहार से दूर रहें।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें।

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जप के दौरान सावधानियां

  1. जप के समय ध्यान भटकने न दें।
  2. पवित्र स्थान का चयन करें।
  3. अशुद्ध भोजन न करें।
  4. मोबाइल या अन्य उपकरण से दूरी रखें।
  5. पूर्ण श्रद्धा और विश्वास रखें।

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मणिभद्र मंत्र से संबंधित प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: मणिभद्र मंत्र का जप कितने दिन करना चाहिए?
उत्तर: इसे 18 दिन तक नियमित करें।

प्रश्न 2: क्या यह मंत्र नाराजगी शांत करता है?
उत्तर: हां, यह नाराजगी को दूर करने में सहायक है।

प्रश्न 3: मंत्र का जप कब करना चाहिए?
उत्तर: प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त में।

प्रश्न 4: क्या महिलाएं यह मंत्र जप सकती हैं?
उत्तर: हां, महिलाएं भी यह जप कर सकती हैं।

प्रश्न 5: मंत्र जप के लिए कौन से रंग के कपड़े पहनें?
उत्तर: सफेद या पीले रंग के कपड़े।

प्रश्न 6: क्या यह मंत्र आर्थिक उन्नति में मदद करता है?
उत्तर: हां, यह आर्थिक उन्नति लाने में सक्षम है।

प्रश्न 7: क्या मंत्र का प्रभाव तुरंत होता है?
उत्तर: श्रद्धा और नियम से जप करने पर असर दिखता है।

प्रश्न 8: क्या शत्रुता समाप्त होती है?
उत्तर: हां, यह शत्रुता समाप्त करता है।

प्रश्न 9: क्या इसे घर में जप सकते हैं?
उत्तर: हां, इसे घर में जप सकते हैं।

प्रश्न 10: क्या मंत्र जप में सात्विकता आवश्यक है?
उत्तर: हां, सात्विक जीवनशैली जरूरी है।

प्रश्न 11: क्या मंत्र किसी खास जाति के लिए है?
उत्तर: नहीं, यह सभी के लिए है।

प्रश्न 12: क्या जप के बाद हवन करना जरूरी है?
उत्तर: यह वैकल्पिक है, लेकिन लाभकारी होता है।

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