Mata Adi Lakshmi Mantra for Wealth & Good Luck

माता आदि लक्ष्मी को देवी लक्ष्मी का आदि रूप माना जाता है। उन्हें मूल लक्ष्मी भी कहा जाता है। मान्यता है कि आदि लक्ष्मी ने ही सृष्टि की उत्पत्ति की है और भगवान विष्णु के साथ जगत का संचालन करती हैं। माता आदि लक्ष्मी को समृद्धि, ऐश्वर्य, और धन की देवी माना जाता है। वे देवी लक्ष्मी का प्रथम रूप हैं और इन्हें ‘आद्या’ यानी ‘प्रथमा’ भी कहा जाता है। आदि लक्ष्मी माता को धन की देवी के रूप में पूजा जाता है और इनकी कृपा से जीवन में सभी प्रकार की भौतिक और आध्यात्मिक समृद्धि प्राप्त होती है। वे अपने भक्तों को सुख-समृद्धि, सुरक्षा, और शांति प्रदान करती हैं।

Adi Lakshmi Mantra

आदि लक्ष्मी मंत्र, “ॐ श्रीं आदि लक्ष्म्यै क्लीं नमः” एक शक्तिशाली और शुभ मंत्र है। इस मंत्र का जाप करने से माता आदि लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति का आगमन होता है।

Puja Samagri

  1. माता आदि लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र
  2. पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर)
  3. फूल और माला
  4. धूप और दीपक
  5. अगरबत्ती
  6. फल और मिठाई
  7. नारियल
  8. चंदन और कुमकुम
  9. आदि लक्ष्मी मंत्र की पुस्तक या पृष्ठ
  10. पवित्र जल (गंगाजल)
  11. आसन (बैठने के लिए साफ कपड़ा)
  12. सोने या चांदी का सिक्का (यदि संभव हो)
  13. कमल का फूल (लोटस फ्लावर)
  14. चावल और हल्दी

Day Muhurta

आदि लक्ष्मी मंत्र का जाप किसी भी शुभ मुहूर्त में किया जा सकता है। विशेष रूप से, शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। दीपावली, अक्षय तृतीया, और पूर्णिमा तिथि को भी आदि लक्ष्मी की पूजा और मंत्र जाप का विशेष महत्व है।

Duration

आदि लक्ष्मी मंत्र का जाप कम से कम 108 बार रोजाना किया जाना चाहिए। साधक 21, 41, या 108 दिनों तक इस मंत्र का अनुष्ठान कर सकते हैं। इसका जाप नियमित रूप से करने से साधक को अधिक लाभ प्राप्त होता है।

Benefits

  1. धन-समृद्धि: आदि लक्ष्मी मंत्र के जाप से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
  2. सुख-शांति: इस मंत्र का जाप करने से साधक को सुख और शांति मिलती है।
  3. संपत्ति की वृद्धि: माता आदि लक्ष्मी की कृपा से संपत्ति और भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होती है।
  4. भौतिक सुख: साधक को सभी प्रकार के भौतिक सुख और सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
  5. वैवाहिक सुख: इस मंत्र का जाप करने से वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
  6. संतान प्राप्ति: नि:संतान दंपतियों को संतान सुख प्राप्त होता है।
  7. सकारात्मक ऊर्जा: माता आदि लक्ष्मी की कृपा से चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  8. आत्मविश्वास वृद्धि: इस मंत्र का जाप करने से साधक का आत्मविश्वास बढ़ता है।
  9. मानसिक शांति: माता आदि लक्ष्मी की कृपा से मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।
  10. संकटों से मुक्ति: आदि लक्ष्मी मंत्र के जाप से जीवन में आने वाले सभी संकटों और कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है।
  11. सुरक्षा: माता आदि लक्ष्मी अपने भक्तों को सभी प्रकार की बुराइयों और नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षित रखती हैं।
  12. स्वास्थ्य लाभ: इस मंत्र का जाप करने से साधक का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और बीमारियाँ दूर होती हैं।
  13. ज्ञान प्राप्ति: माता आदि लक्ष्मी की उपासना से साधक को ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति होती है।
  14. कर्म बाधा निवारण: आदि लक्ष्मी मंत्र के जाप से साधक के सभी कर्म बाधाओं का निवारण होता है।
  15. मन की शुद्धता: माता आदि लक्ष्मी की कृपा से साधक का मन शुद्ध और पवित्र होता है।
  16. मनोबल: इस मंत्र का जाप साधक के मनोबल को बढ़ाता है।
  17. समस्या समाधान: माता आदि लक्ष्मी की कृपा से जीवन की सभी समस्याओं का समाधान मिलता है।
  18. शत्रु नाश: इस मंत्र का जाप करने से शत्रुओं का नाश होता है।
  19. भाग्य वृद्धि: आदि लक्ष्मी मंत्र के जाप से साधक का भाग्य प्रबल होता है।
  20. सफलता: इस मंत्र का नियमित जाप साधक को सभी कार्यों में सफलता प्रदान करता है।

Precautions

  1. शुद्धता: मंत्र जाप के समय शुद्धता का विशेष ध्यान रखें। पूजा स्थल और साधक का मन एवं शरीर पवित्र होना चाहिए।
  2. समय की पाबंदी: मंत्र जाप एक निश्चित समय पर ही करें, इससे माता आदि लक्ष्मी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
  3. आसन: जाप करते समय हमेशा एक ही आसन का प्रयोग करें। इससे एकाग्रता बढ़ती है।
  4. संयम: मंत्र जाप के दौरान संयमित आहार और विचार रखें।
  5. विश्वास: माता आदि लक्ष्मी पर पूर्ण विश्वास और श्रद्धा के साथ मंत्र जाप करें।
  6. समर्पण: माता आदि लक्ष्मी के प्रति पूर्ण समर्पण भाव रखें।
  7. प्रणव ध्यान: मंत्र जाप से पहले और बाद में प्रणव (ॐ) का ध्यान करें।
  8. अनुष्ठान की समाप्ति: अनुष्ठान की समाप्ति पर माता आदि लक्ष्मी को विधिवत धन्यवाद और प्रार्थना करें।
  9. नियमितता: मंत्र जाप नियमित रूप से करें, बीच में बाधा न डालें।
  10. शांतिपूर्ण वातावरण: मंत्र जाप एक शांतिपूर्ण और स्वच्छ वातावरण में करें।

आदि लक्ष्मी मंत्र का जाप देवी लक्ष्मी के प्रथम रूप की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का एक सशक्त माध्यम है। यह मंत्र साधक को सभी प्रकार की बाधाओं और समस्याओं से मुक्त करता है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाता है। माता आदि लक्ष्मी की उपासना से साधक का जीवन उज्जवल और कल्याणकारी होता है।

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